सदाबहार गीतकार: बालस्वरूप राही
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | बालस्वरूप राही |
---|---|
प्रकाशक | कल्पना प्रकाशन |
वर्ष | 2018 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | हिंदी कविता |
विधा | गीत |
पृष्ठ | 168 |
ISBN | 9789386630773 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- श्री गणेश / पं. प्रेमकिशोर 'पटाखा' / सदाबहार गीतकार बालस्वरूप राही
- सदाबहार गीतों का अनमोल खज़ाना / लक्ष्मीशंकर वाजपेयी / सदाबहार गीतकार बालस्वरूप राही
- मेरी काव्य यात्रा: कुछ मोड़ / बालस्वरूप राही
- पलकें बिछाए तो नहीं बैठीं / बालस्वरूप राही
- मीत, तुम जगते रहना / बालस्वरूप राही
- भर दिया जाम / बालस्वरूप राही
- बात बिरानी हो जाती है / बालस्वरूप राही
- तुम न बुझाना दीप / बालस्वरूप राही
- गीत तुमको भा रहे हैं / बालस्वरूप राही
- गत और आगत / बालस्वरूप राही
- नये साल का गीत / बालस्वरूप राही
- गीतों की भाषा / बालस्वरूप राही
- श्याम रंग में रंगी चुनरिया / बालस्वरूप राही
- मत कर यों बदनाम / बालस्वरूप राही
- संवरिया रूठा है / बालस्वरूप राही
- सहज भाव से प्यार करो / बालस्वरूप राही
- बादलों का विहंग / बालस्वरूप राही
- सावनी मेघो : एक चेतावनी / बालस्वरूप राही
- ओ कारे कजरारे बादल / बालस्वरूप राही
- बादलों घिरी एक भोर / बालस्वरूप राही
- गीत और मैं / बालस्वरूप राही
- स्वर न बांधो / बालस्वरूप राही
- बिछुड़ा मीत निहार रहा मैं / बालस्वरूप राही
- रूप निहार रहा हूँ / बालस्वरूप राही
- मैं प्रतिरूप तुम्हारा ही हूँ / बालस्वरूप राही
- दर्द उतना ही मुझे दो / बालस्वरूप राही
- यह कैसे हुआ मीत / बालस्वरूप राही
- नज़र न लग जाये / बालस्वरूप राही
- सारे जग से प्यार हो गया / बालस्वरूप राही
- जाऊं किसके द्वार / बालस्वरूप राही
- कल जो बात कही थी / बालस्वरूप राही
- मेरा रूप तुम्हारा दर्पण / बालस्वरूप राही
- किसी बड़े अवसर का इंतज़ार / बालस्वरूप राही
- सिर्फ दोपहर नाम / बालस्वरूप राही
- सोचते ही रह गए / बालस्वरूप राही
- सुबह से शाम तक / बालस्वरूप राही
- एक रोज़ तो / बालस्वरूप राही
- जीवन तो संयोग मात्र है / बालस्वरूप राही
- अपने सूरज की मूरत स्वयं गढ़ी / बालस्वरूप राही
- कोलाहल के बाद / बालस्वरूप राही
- जितना मुझे हंसाया / बालस्वरूप राही
- जिस से अपना दर्द कहा जाता नहीं / बालस्वरूप राही
- मेरे पास नहीं है श्रद्धा / बालस्वरूप राही
- देख लिया है तुम्हें / बालस्वरूप राही
- यह कैसे हो गया / बालस्वरूप राही
- जीवन गतिमय धारा है / बालस्वरूप राही
- जाने कब / बालस्वरूप राही
- रोज़ / बालस्वरूप राही
- मधुऋतु का गीत / बालस्वरूप राही
- जलाए दीपक / बालस्वरूप राही
- ज़िन्दगी / बालस्वरूप राही
- अनगाए / बालस्वरूप राही
- काम आएँ या न आएँ / बालस्वरूप राही
- गीत नया जन्मा / बालस्वरूप राही
- क्षितिज धुंधलाया है / बालस्वरूप राही
- शाम की उदासी और विदा / बालस्वरूप राही
- उदास अधूरापन / बालस्वरूप राही
- सभ्यता नई भाषा सीख रही / बालस्वरूप राही
- साक्षी है तू / बालस्वरूप राही
- याद तुम्हारी / बालस्वरूप राही
- मेरा कोई गांव नहीं / बालस्वरूप राही
- फिर कोई / बालस्वरूप राही
- एक तेरा दुख / बालस्वरूप राही
- मेरी तरह / बालस्वरूप राही
- कस्तूरी मृग का आत्मकथ्य / बालस्वरूप राही
- इस तरह तो / बालस्वरूप राही
- धूम-मेघ / बालस्वरूप राही
- जाने कब जन्मेगा सूरज / बालस्वरूप राही
- सभी दिशाएं सूनी हैं / बालस्वरूप राही
- असमर्पितों का गीत / बालस्वरूप राही
- जीवन फिर चाहिए / बालस्वरूप राही
- उभरेंगे पछतावे नए नए / बालस्वरूप राही
- मेरी स्वाधीनता / बालस्वरूप राही
- लावे की नदी / बालस्वरूप राही
- सृजनपूर्व मनःस्थितियां / बालस्वरूप राही
- भीड़ से अलग / बालस्वरूप राही
- टूट गए सभी वहम / बालस्वरूप राही
- ज़िन्दगी क्रम / बालस्वरूप राही
- यह मुझको क्या हुआ / बालस्वरूप राही
- पी जा हर अपमान / बालस्वरूप राही
- कविताएं लिखने की उम्र / बालस्वरूप राही
- जो नितान्त मेरी हैं / बालस्वरूप राही
- आवाज़ वे देते रहे / बालस्वरूप राही