भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कभी तो खुलेगा / सौरभ" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 45: पंक्ति 45:
 
*'''[[नेता / सौरभ]]'''
 
*'''[[नेता / सौरभ]]'''
 
*'''[[यह साहब / सौरभ]]'''
 
*'''[[यह साहब / सौरभ]]'''
*'''[[बोलत मन / सौरभ]]'''
+
*'''[[बोलता मन / सौरभ]]'''
 
*'''[[सुनियो न सुनियो / सौरभ]]'''
 
*'''[[सुनियो न सुनियो / सौरभ]]'''
 
*'''[[मौत से बात / सौरभ]]'''
 
*'''[[मौत से बात / सौरभ]]'''

09:50, 28 फ़रवरी 2009 का अवतरण

कभी तो खुलेगा
Kahbi to khulegaa.jpg
रचनाकार सौरभ
प्रकाशक सुरैंद्र कुमार एंड संज़ 30/21ए,विश्वास नगर

शाहदरा,दिल्ली-32

वर्ष 2002
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ 87
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।