भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
|कृतियाँ= | |कृतियाँ= | ||
|विविध= | |विविध= | ||
+ | |copyright=सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Sufi Surendra Chaturvedi | |अंग्रेज़ीनाम=Sufi Surendra Chaturvedi | ||
|जीवनी=[[सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी / परिचय]] | |जीवनी=[[सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी / परिचय]] | ||
− | |||
}} | }} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
{{KKCatRajasthan}} | {{KKCatRajasthan}} | ||
− | |||
====प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ====प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ||
* [[यूँ तो फितरत पाई है दीवाने की, / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी]] | * [[यूँ तो फितरत पाई है दीवाने की, / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी]] |
17:27, 17 नवम्बर 2014 के समय का अवतरण
सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
© कॉपीराइट: सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | 16 मई 1958 |
---|---|
जन्म स्थान | अजमेर, राजस्थान, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी / परिचय |
प्रतिनिधि रचनाएँ
- यूँ तो फितरत पाई है दीवाने की, / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- घण्टों मुझसे बतियाता है रात गए / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- मेरी सूनी ज़िन्दगी में सुख कभी आया तो था / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- अपने ख़ुदा से जब-जब भी हम अपना मुक़द्दर माँगेंगे / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- बहते दरिया में किसी दिन वो बहा देगा मुझे / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- कुछ दूर तक तो साथ कज़ा ले गई मुझे / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- कहाँ कटी थी रात, पूछने आया है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- वो तुम्हें गर जुबान दे देगा / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- वो देखने में बेवफ़ा लगता तो नहीं है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- जिन्दगी दर्द की इक लम्बी सज़ा लगती है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- जब परिन्दा उड़ान बदलेगा / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- ज़िन्दगी में बस यही इक सिलसिला बदला नहीं / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- नज़रों ने जितने दिखलाए सारे मंज़र रख आया हूँ / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- ये तो अच्छा है आसमां भी नहीं / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- बताऊँ किस तरह मैं मुझसे क्या-क्या पूछता है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- बेशर्मी से तान के सीना हँसते हैं / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- क़िस्मत मुझसे कहीं ख़फ़ा न हो जाए / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- वो समन्दर मुझे दिखाता है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- क्यूँ इतना हैरान दिखाई देता है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- ढह गया वो घर जिसे पुख़्ता समझ बैठे थे हम / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- जनाज़ा किसी का उठा ही नहीं है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- सारे दर्द उठा के रख लूँ / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- ख़्वाबों की भीड़ से कई सालों से दूर हूँ / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- ना तो मैं हूँ, ना ही मेरी परछाई है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- छाँव में बैठ के शाख़ों से शरारत करना / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- ख़ुद को कितनी दूर उड़ाया करते हैं / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- मुझको तेरे नूर का हिस्सा कहते हैं / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- तुझसे जुदा हो जाना उलझन जैसा है / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी
- चढ़ ना सका था दरिया अभी रवानी में / सूफ़ी सुरेन्द्र चतुर्वेदी