भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जय गोस्वामी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
|चित्र=जय गोस्वामी.jpg | |चित्र=जय गोस्वामी.jpg | ||
− | |नाम=जय गोस्वामी | + | |नाम=जय गोस्वामी |
− | |उपनाम= | + | |उपनाम= জয় গোস্বামী |
|जन्म=10 नवंबर 1954 | |जन्म=10 नवंबर 1954 | ||
|मृत्यु= | |मृत्यु= |
13:32, 21 जून 2023 का अवतरण
जय गोस्वामी
जन्म | 10 नवंबर 1954 |
---|---|
उपनाम | জয় গোস্বামী |
जन्म स्थान | कोलकाता, पश्चिमी बंगाल, भारत। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
क्रिसमस ओ शीतेर (सोनेट-संग्रह), शासक के प्रति (कविता-संग्रह), घुमियेछो झाऊपाता (1989), पगली तोमारा संगे (2000) आदि कुल 45 कविता संग्रह, 10 उपन्यास तथा गद्य की 15 पुस्तकें प्रकाशित | |
विविध | |
1990 में 'घुमियेछो झाऊपाता?’ कविता-संग्रह के लिए तथा 1998 में 'जारा वृष्टिते भिजेछिलो’ काव्योपन्यास के लिए दो बार 'आनन्द पुरस्कार’ से सम्मानित। 'वज्र विद्युत भर्ती खाता’ कविता-संग्रह के लिए 1997 में पश्चिम बांगला अकादमी पुरस्कार। 1997 में 'पातार पोशाक’ कविता-संग्रह के लिए 'वीरेन्द्र चट्टोपाध्याय पुरस्कार’ तथा 2000 में 'पागली तोमार संगे’ के लिए 'साहित्य अकादमी’ पुरस्कार से सम्मानित। मूर्तिदेवी पुरस्कार (2018) से सम्मानित होने वाले पहले बंगला रचनाकार।
2001 में अमेरिका के आयोवा में अन्तरराष्ट्रीय लेखक शिविर में आमन्त्रित। 2009 में मेलबोर्न और सिडनी की साहित्यिक यात्रा। 2010 में बीझिंग तथा शंघाई में आयोजित 'ऑलमोस्ट आइलैण्ड डायलॉग’ में चीनी लेखकों के साथ शिरकत। 2011 में भारतीय भाषा परिषद द्वारा 'रचनासमग्र’ पुरस्कार से विभूषित। उसी वर्ष आई० आई० पी० एम० द्वारा प्रदत्त 'माइकल मधुसूदन दत्त मेमोरियल अवॉर्ड’ से सम्मानित। 2012 में पश्चिम बंग सरकार द्वारा 'बंगसम्मान एवं बंगविभूषण’ से अलंकृत। 2014 में मुम्बई में इण्टरनेशनल लिटररी फ़ेस्टिवल में 'पोएट लॉरिएट’ सम्मान प्राप्त। 2015 में उत्तरबंग विश्वविद्यालय तथा कोलकाता विश्वविद्यालय में डी० लिट० की मानत उपाधि प्रदान की। | |
जीवन परिचय | |
जय गोस्वामी / परिचय |
विषय सूची
उत्पल बैनर्जी द्वारा अनूदित
रामशंकर द्विवेदी द्वारा अनूदित
- दुर्बल / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- कच्ची / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- ’को’ के द्वारा कविता / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- पुष्कर की इस आशा का अन्त नहीं / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- लोगी तुम ? / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- दोष से या गुण से / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- इतना / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- रुपहली लटें / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- जानना / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- निरामय / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- पुराना, नया / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- बन्दी / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- तरु / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- जलाँजलि / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- आएँगे / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- कहाँ जाऊँ / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- जानता हूँ, फिर भी / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- सान्ध्य घर / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- सहज / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- बातचीत / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- एक अँजुरी जल / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- चला गया दिन / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- वयस्क / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- करक / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- एक ही तो / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- तिरेसठवें वर्ष में / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- विरह मधुर / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- अचरज / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- भोर / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- और एक बार / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- लाल / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- राख और भस्म / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- बुझाए रखना / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- फूल गाछ / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- मन ही मन / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- डी० एल० राय का एक गाना / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
- सूर्यास्त में / जय गोस्वामी / रामशंकर द्विवेदी
जयश्री पुरवार द्वारा अनूदित
- भोर रात / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- किताब / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- प्रतिशोध और सेवा / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- दस बरस / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- कचड़ेवाला / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- बारिश में भीगी हुई बांग्ला भाषा / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- भोर / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- हमीदा / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- प्रेमिक / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- भोर बेला / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- दो पृष्ठ / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- देरी / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- झगड़ा / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- बन्द खिड़की की देह पर / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार
- [ज़ंजीर / जय गोस्वामी / जयश्री पुरवार]]
शिव किशोर तिवारी द्वारा अनूदित
सुशील गुप्ता द्वारा अनूदित
- शासक के प्रति / जय गोस्वामी
- परिखा / जय गोस्वामी
- उद्योग / जय गोस्वामी
- तुम और तुम्हारे कैडर-1 / जय गोस्वामी
- तुम और तुम्हारे कैडर-2 / जय गोस्वामी
- शोक / जय गोस्वामी
- लाशें / जय गोस्वामी
- बेचारा जल्लाद! / जय गोस्वामी
- फागुन / जय गोस्वामी
- आज / जय गोस्वामी
- स्वेच्छा से / जय गोस्वामी
- हाज़िरी बही / जय गोस्वामी
- भरत मंडल की माँ / जय गोस्वामी
- कौन ज़्यादा कौन कम / जय गोस्वामी
- अजीब अन्धेरा / जय गोस्वामी
- अगर नहीं आज... / जय गोस्वामी
- हमारी सारी बातों पर / जय गोस्वामी
- लाश / जय गोस्वामी
- अभिशाप / जय गोस्वामी
- सीधी बात / जय गोस्वामी
- कानून-व्यवस्था / जय गोस्वामी
- कोष / जय गोस्वामी
- उत्सव / जय गोस्वामी
- बस्ता / जय गोस्वामी
- कौन है ज़्यादा कौन कम / जय गोस्वामी