भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
एस. मनोज
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:03, 13 जून 2020 का अवतरण
एस. मनोज
© कॉपीराइट: एस. मनोज। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग एस. मनोज की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
जन्म | 04 जनवरी 1972 |
---|---|
जन्म स्थान | वीरपुर, बेगूसराय |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
एस. मनोज / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि मैथिली रचनाएँ
- जे छलै अभिशप्त मानव / एस. मनोज
- प्रेम अछि त सृष्टि अछि श्रृंगार अछि / एस. मनोज
- करै छी हम प्रणाम यौ / एस. मनोज
- चलू सजाबी लोकक जीवन / एस. मनोज
- काला आखर महिस समान / एस. मनोज
- प्रियतमा / एस. मनोज
- प्रकृति आ हम / एस. मनोज
- बेटियो के सभ दियो पढ़ाउ / एस. मनोज
- दोहे / एस. मनोज
मैथिली बाल कविताएँ
- दिनकरकें सुत छी / एस. मनोज
- चन्ना मामा / एस. मनोज
- फुलवारी / एस. मनोज
- करिया बादल / एस. मनोज
- गाछ लगाबू / एस. मनोज
- पोथी / एस. मनोज
- बोली बाजव / एस. मनोज
- नबका बरीख / एस. मनोज
- सोन चिड़ैया / एस. मनोज
- उच्चारण सँ बूझब अर्थ / एस. मनोज
- प्रकृतिक लीला / एस. मनोज
- उनटा सीधा शब्द सजाउ / एस. मनोज
- भालू / एस. मनोज
- वसंत / एस. मनोज
- गुड़िया क बियाह / एस. मनोज
- मतदान / एस. मनोज
हिंदी कविताएँ
- माँ / एस. मनोज
- गोपाल सिंह नेपाली / एस. मनोज
- दीनानाथ सुमित्र / एस. मनोज
- गीत गाएँ / एस. मनोज
- ए मेरे पापा / एस. मनोज
- समाजवादी दर्शन / एस. मनोज
- नया साल मंगलमय हो / एस. मनोज
- दिनकर सा ही लाल चाहिए / एस. मनोज
- है घना कोहरा अंधेरी रात से / एस. मनोज
- इक नई दुनिया बनाने चल / एस. मनोज
- पिता की अंतःवेदना / एस. मनोज
- कोशी आँचल / एस. मनोज
- दर्द में बेटियाँ / एस. मनोज
- वेश्या जीवन / एस. मनोज
- मजदूर / एस. मनोज
- सफाईकर्मी / एस. मनोज
- विकलांग नहीं मैं / एस. मनोज
- बाय प्रॉडक्ट्स / एस. मनोज
- बर्बर युग / एस. मनोज
- पूँजीवाद / एस. मनोज
- गंगा और हम / एस. मनोज
- सफलता / एस. मनोज
- धर्म निरपेक्षता / एस. मनोज
- आदमखोर बहेलिया / एस. मनोज
- प्रतिभाएं कुम्हलाती हैं / एस. मनोज
- बच्चों का एल्बम / एस. मनोज
- मेरी मुर्दहिया / एस. मनोज
- बलिबेदी पर चढ़ता वसंत / एस. मनोज
- चार कंधे / एस. मनोज
- मैं डरता हूँ / एस. मनोज
- नये समाज का सृजनहार / एस. मनोज
- हम फिर से आएंगे / एस. मनोज