मनोज कुमार सिंह
www.kavitakosh.org/manojbhawuk
www.kavitakosh.org/manojbhawuk
जन्म | 02 जनवरी 1976 |
---|---|
उपनाम | मनोज भावुक |
जन्म स्थान | सीवान, बिहार, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
तस्वीर ज़िंदगी के (भोजपुरी ग़ज़ल-संग्रह), चलनी में पानी (भोजपुरी दोहा व गीत-संग्रह) | |
विविध | |
भोजपुरी के चर्चित कवि और गीतकार। भारतीय भाषा परिषद सम्मान (2006) और पंडित प्रताप नारायण मिश्र (2010) युवा सम्मान। अभिनय, एंकरिंग एवं पटकथा लेखन आदि विधाओं में गहरी रुचि। | |
जीवन परिचय | |
मनोज भावुक / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/manojbhawuk |
हिन्दी रचनाएँ
भोजपुरी ग़ज़लें
- दर्द उबल के जब छलकेला गज़ल कहेलें भावुक जी / मनोज भावुक
- हजारो सपना सजा के मन में चलत रहेलें मनोज भावुक / मनोज भावुक
- फूल के अस्मिता बचावे के / मनोज भावुक
- बचपन के हमरा याद के दरपन कहाँ गइल / मनोज भावुक
- भँवर में डूबियो के आदमी उबर जाला / मनोज भावुक
- अबकी दियरी के परब अइसे मनावल जाए / मनोज भावुक
- बहुत नाच जिनिगी नचावत रहल / मनोज भावुक
- हियरा में फूल बन के खिले कौनो-कौनो बात / मनोज भावुक
- बात पर बात होता बात ओराते नइखे / मनोज भावुक
- देखलीं जे बइठि के दरिया किनारे/ मनोज भावुक
- ना रहित झाँझर मड़इया फूस के / मनोज भावुक
- दरिया के बीच बइठ के कागज के नाव में / मनोज भावुक
- कबहूँ लिखा सकल ना तहरीर जिन्दगी के / मनोज भावुक
- मुहब्बत खेल हऽ अइसन कि हारो जीत लागेला / मनोज भावुक
- रेशम के कीड़ा के तरे खुदहीं बनावत जाल बा / मनोज भावुक
- फूल हम आस के आँखिन में उगावत बानी / मनोज भावुक
- हिया के पीर छलकके गजल में आइल बा / मनोज भावुक
- जे राग मन में बाटे, सुर पर सधात नइखे / मनोज भावुक
- जिन्दगी सवाल हऽ, जिन्दगी जवाब हऽ / मनोज भावुक
- जिनिगी के जख्म, पीर, जमाना के घात बा / मनोज भावुक
- गजल जिन्दगी के गवाए त देतीं / मनोज भावुक
- बात खुल के कहीं, भइल बा का ? / मनोज भावुक
- जाईं तऽ जाईं हम कहाँ आगे / मनोज भावुक
- मन के चउकठ पर धइल बाटे दिया उम्मीद के / मनोज भावुक
- होखे अगर जो हिम्मत कुछुओ पहाड़ नइखे / मनोज भावुक
- आखिर जुबां के बात कलम में समा गइल / मनोज भावुक
- बात पर बात जब मन परल होई / मनोज भावुक
- आदमी जे सहज सरल बाटे / मनोज भावुक
- हमरा सँगे अजीब करामात हो गइल / मनोज भावुक
- हमरा चुप्पी के मतलब लगावल गइल / मनोज भावुक
- काँट के साथ बा गुलाब, ए दोस्त / मनोज भावुक
- अमन वतन के बनल रहे बस / मनोज भावुक
- या त परबत बने या त जन्नत बने / मनोज भावुक
- का करित जो इहो करित ना तऽ / मनोज भावुक
- आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक
- काँट ही काँट बा जो डगर में / मनोज भावुक
- निश्छल, निर्मल, कल-कल, छल-छल / मनोज भावुक
- घाव पाकी त फुटबे करी / मनोज भावुक
- एह कदर आज बेरोजगारी भइल / मनोज भावुक
- हिया हमार तार-तार हो गइल / मनोज भावुक
- वक्त जीवन में अइसन ना आवे कबो / मनोज भावुक
- दिल में प्यारे के बीआ बोआ जब गइल / मनोज भावुक
- तोहरे बा आसरा अब, तोहरे बा अब सहारा / मनोज भावुक
- शेर जाल में फँस जाला तऽ सियरो आँख देखावेला / मनोज भावुक
- हमरा विश्वास बाटे कि हम एक दिन / मनोज भावुक
- का बा तहरा-हमरा में / मनोज भावुक
- अनजान शहर बाटे, अनजान सफर बाटे / मनोज भावुक
- दुख-दरद या हँसी या खुशी, जे भी दुनिया से हमरा मिलल / मनोज भावुक
- परेशान रहला से का फायदा बा / मनोज भावुक
- गजबे मुकद्दर हो गइल / मनोज भावुक
- कटा के सर जे आपन देश के इज्जत बचवले बा / मनोज भावुक
- हजारो गम में रहेले माई / मनोज भावुक
- जुल्म के सामने चुप रहल / मनोज भावुक
- जिन्दगी के ताल में सगरो फेंकाइल जाल बा / मनोज भावुक
- राह बाटे कठिन, मगर बाटे / मनोज भावुक
- जुल्म के तूफान के रउरे कहीं, कबले सहीं / मनोज भावुक
- बात तोहरा से बताईं त बताईं कइसे / मनोज भावुक
- हिया में जब धइल गइल तनी-तनी सा बात के / मनोज भावुक
- अब त हर वक्त संग तहरे बा / मनोज भावुक
- लाख रोकीं निगाह चल जाता / मनोज भावुक
- हर कदम जीये-मरे के बा इहाँ / मनोज भावुक
- हादसा कुछ एह तरे के हो गइल / मनोज भावुक
- सबका हिया में धड़कत, जिनिगी के दुआ तूहीं / मनोज भावुक
- सबसे बड़का शाप गरीबी / मनोज भावुक
- दिल चुरावे ना आवेला उनका / मनोज भावुक
- जिगर बेताब, दिल बेचैन बा, अंखिया लोराइल बा / मनोज भावुक
- वक्त रउओ के गिरवले आ उठवले होई / मनोज भावुक
- कइसन-कइसन काम नधाइल बाटे इंटरनेट पर / मनोज भावुक