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भवानीप्रसाद मिश्र
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भवानीप्रसाद मिश्र

| जन्म | 29 मार्च 1913 | 
|---|---|
| निधन | 20 फ़रवरी 1985 | 
| जन्म स्थान | गांव टिगरिया, जिला होशंगाबाद, मध्य प्रदेश, भारत | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| गीत फरोश, चकित है दुख, गाँधी पंचशती, अँधेरी कविताएँ, बुनी हुई रस्सी , व्यक्तिगत, खुशबू के शिलालेख, परिवर्तन जिए, त्रिकाल संध्या, अनाम तुम आते हो, इदंन मम्, शरीर कविता फसलें और फूल, मान-सरोवर दिन, संप्रति, नीली रेखा तक, कालजयी। | |
| विविध | |
| 1972 में " बुनी हुई रस्सी " नामक रचना के लिये साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित अनेक प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार से से विभूषित। | |
| जीवन परिचय | |
| भवानीप्रसाद मिश्र / परिचय | |
रचना संग्रह
- व्यक्तिगत / भवानीप्रसाद मिश्र (कविता संग्रह)
 - शरीर कविता फसलें और फूल / भवानीप्रसाद मिश्र (कविता संग्रह)
 - त्रिकाल संध्या / भवानीप्रसाद मिश्र (कविता संग्रह)
 - कालजयी / भवानीप्रसाद मिश्र (खण्ड-काव्य)
 
प्रतिनिधि रचनाएँ
- चलो गीत गाओ, चलो गीत गाओ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - जंगल के राजा ! / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मंगल वर्षा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बूँद टपकी एक नभ से / भवानीप्रसाद मिश्र
 - निरापद कोई नहीं है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पुकार कर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - हो दोस्त या कि वह दुश्मन हो / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अक्कड़ मक्कड़, धूल में धक्कड़ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - धीरज रखना भाई नीले आसमान / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बूंद टपकी एक नभ से / भवानीप्रसाद मिश्र
 - इस बात का मुझे बड़ा दु:ख नहीं है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बहुत प्यारे बन्धनों को आज / भवानीप्रसाद मिश्र
 - ज़रा आराम से / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तो पहले अपना नाम बता दूँ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - एक सीध में दूर-दूर तक गड़े हुए / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सागर से मिलकर जैसे / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अब क्या होगा इसे सोच कर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अन्दाज़ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अपने आप में / भवानीप्रसाद मिश्र
 - घर की याद / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मैं जो हूँ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - ऐसा हो जाता है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - ऐसा भी होगा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - कमल के फूल / भवानीप्रसाद मिश्र
 - जूही ने प्यार किया / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मेरा अपनापन / भवानीप्रसाद मिश्र
 - धरती का पहला प्रेमी / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अच्छा अनुभव / भवानीप्रसाद मिश्र
 - श्रम की महिमा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - दरिंदा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - जाहिल के बाने / भवानीप्रसाद मिश्र
 - चार कौए उर्फ चार हौए / भवानीप्रसाद मिश्र
 - आराम से भाई ज़िन्दगी / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बेदर्द / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सन्नाटा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अब के / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुमने जो दिया है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - कहीं नहीं बचे / भवानीप्रसाद मिश्र
 - झुर्रियों से भरता हुआ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - वस्तुतः / भवानीप्रसाद मिश्र
 - नहीं बनेगा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मैं तैयार नहीं था / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बुनी हुई रस्सी / भवानीप्रसाद मिश्र
 - वाणी की दीनता / भवानीप्रसाद मिश्र
 - गीत-फ़रोश / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सतपुड़ा के जंगल / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पानी वर्षा री / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बूँदें टपकी नभ से / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पूछना है / भवानी प्रसाद मिश्र
 - कठपुतली / भवानी प्रसाद मिश्र
 - सुख का दुख / भवानीप्रसाद मिश्र
 - भारतीय समाज / भवानीप्रसाद मिश्र
 - आमीन , गुलाब पर ऐसा वक्त कभी न आये / भवानीप्रसाद मिश्र
 - इसे जगाओ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - समयगंधा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - साल शुरू हो, साल खत्म हो ! / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तार के खंभे / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सूरज का गोला / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पहली बातें / भवानीप्रसाद मिश्र
 - आषाढ़ का पहला दिन / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अबके / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तारों से भरा आसमान ऊपर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - लाओ अपना हाथ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - घर की याद / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अपमान / भवानीप्रसाद मिश्र
 - उठो / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुम कागज पर लिखते हो / भवानीप्रसाद मिश्र
 - स्वागत में / भवानीप्रसाद मिश्र
 - यह कर्जे की चादर जितनी ओढ़ो उतनी कड़ी शीत है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सतपुड़ा के घने जंगल / भवानीप्रसाद मिश्र
 - स्नेह-पथ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - महारथी / भवानीप्रसाद मिश्र
 - लफ्फा़ज़ मैं बनाम निराला / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मैं क्यों लिखता हूँ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सुबह हो गई है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - हँसी आ रही है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मैं क्या करूँगा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मैंने पूछा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बह नहीं रहे होंगे / भवानीप्रसाद मिश्र
 - कुछ सूखे फूलों के / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुम भीतर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मुझे अफ़सोस है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सुनाई पड़ते हैं / भवानीप्रसाद मिश्र
 - एक क्षण के लिए / भवानीप्रसाद मिश्र
 - जैसा दिखता है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - उस दिन / भवानीप्रसाद मिश्र
 - एक बहुत ही तन्मय चुप्पी / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुम नहीं समझोगे / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अँधेरी रात / भवानीप्रसाद मिश्र
 - धुँधला है चन्द्रमा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - चाँदनी से तरबतर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बहुत छोटी जगह / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सागर से मिलकर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मेरे वृन्त पर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - असंदिग्ध एक उजाला / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अपने आपमें / भवानीप्रसाद मिश्र
 - क्या हर्ज़ है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - काफ़ी दिन हो गए / भवानीप्रसाद मिश्र
 - शून्य होकर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अधूरे ही / भवानीप्रसाद मिश्र
 - जैसे याद आ जाता है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुम्हारी ओर से / भवानीप्रसाद मिश्र
 - आसमान ख़ुद / भवानीप्रसाद मिश्र
 - कोई सागर नहीं है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - चिकने लम्बे केश / भवानीप्रसाद मिश्र
 - साधारण का आनन्द / भवानीप्रसाद मिश्र
 - स्नेह-शपथ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - होने का दावा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अनुत्तर योग / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुम्हारी छाया में / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अलस रस / भवानीप्रसाद मिश्र
 - समकक्ष / भवानीप्रसाद मिश्र
 - सुतंतुस / भवानीप्रसाद मिश्र
 - उठा लो / भवानीप्रसाद मिश्र
 - रास्ते पर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - दर्द की दवा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मैं फिर आऊंगा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - नये अर्थ की प्यास में / भवानीप्रसाद मिश्र
 - बच्चों की तरह / भवानीप्रसाद मिश्र
 - यह तो हो सकता है / भवानीप्रसाद मिश्र
 - उसे क्या नाम दूँ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - अपने जन्म दिन पर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - छोटी छोटी कविताएँ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - एक आगमन / भवानीप्रसाद मिश्र
 - संग्रह के खिलाफ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - एक और आसमान / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पानी को क्या सूझी / भवानीप्रसाद मिश्र
 - इतने बहुत–से वसंत का / भवानीप्रसाद मिश्र
 - नए साल के लिए / भवानीप्रसाद मिश्र
 - असाधारण / भवानीप्रसाद मिश्र
 - प्रलय / भवानीप्रसाद मिश्र
 - टूटने का सुख / भवानीप्रसाद मिश्र
 - मंगल-वर्षा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पश्चाताप / भवानीप्रसाद मिश्र
 - कवि / भवानीप्रसाद मिश्र
 - धरती पर तारे / भवानीप्रसाद मिश्र
 - महंगे–सस्ते / भवानीप्रसाद मिश्र
 - इन सबका दुख गाओगे या नहीं / भवानीप्रसाद मिश्र
 - पंडित सरबेसर / भवानीप्रसाद मिश्र
 - हम सब गाएँ / भवानीप्रसाद मिश्र
 - भाईचारा / भवानीप्रसाद मिश्र
 - तुकों के खेल / भवानीप्रसाद मिश्र
 - वस्तुत / भवानीप्रसाद मिश्र
 
	
	