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श्रेणी:चांद
चर्चा
.
"चांद" श्रेणी में पृष्ठ
इस श्रेणी में निम्नलिखित 129 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 129
अ
अंधेरे पाख का चांद / केदारनाथ सिंह
अगर चांद मर जाता / त्रिलोचन
अघोरी / विजय कुमार पंत
अमावस का चांद / अवतार एनगिल
आ
आधा चांद मांगता है पूरी रात / नरेश सक्सेना
इ
इकला चांद / केदारनाथ अग्रवाल
इश्क़ का कारोबार करते थे / चाँद शुक्ला हदियाबादी
ई
ईद का चांद हो गया है कोई / राजेंद्र नाथ 'रहबर'
उ
उस चाँद से कहना / गणेश पाण्डेय
ए
एक चांद : तीन चितराम / सांवर दइया
एक दिन चाँद / विष्णु नागर
ओ
ओ चांद / महेन्द्र भटनागर
क
कराची में भी कोई चांद देखता है / लाल्टू
कल रात का चाँद / विजय कुमार पंत
कला और बूढ़ा चांद / रमेश कौशिक
कहीं चांद राहों में खो गया / बशीर बद्र
ग
गले मिला न कभी चाँद बख्त ऐसा था / शकेब जलाली
गाँव-गाँव गाते रहे भजन कबीरदास / अशोक 'अग्यानी'
गुलाबी चाँद ने याद किया है तुझे/ विनय प्रजापति 'नज़र'
घ
घाटी में चांद / शीन काफ़ निज़ाम
च
चाँद / आलोक श्रीवास्तव-२
चाँद / गुल मकई / हेमन्त देवलेकर
चाँद / परवीन शाकिर
चाँद / शमशाद इलाही अंसारी
चाँद / सौरभ
चाँद उस देस में निकला कि नहीं / परवीन शाकिर
चाँद और कवि / रामधारी सिंह "दिनकर"
चाँद और क्षणिकायें / राजीव रंजन प्रसाद
चाँद की आदतें / रघुवीर सहाय
चाँद की आदतें / राजेश जोशी
चाँद को देखो / आरसी प्रसाद सिंह
चाँद को रुख़्सत कर दो / अली सरदार जाफ़री
चाँद झुक गया है / केदारनाथ अग्रवाल
चाँद दिखा / विष्णु नागर
चाँद ने मार रजत का तीर / सुमित्रानंदन पंत
चाँद पूनम का और क्षणिकायें / राजीव रंजन प्रसाद
चाँद मुझे है भाए अम्माँ / पूनम तुषामड़
चाँद रात / परवीन शाकिर
चाँद सा प्यार / शीन काफ़ निज़ाम
चाँद है ज़ेरे क़दम, सूरज खिलौना हो गया / अदम गोंडवी
चाँद-सितारों मिलकर गाओ / हरिवंशराय बच्चन
चाँदनी / उदयप्रताप सिंह
चाँदनी / नरेन्द्र शर्मा
च आगे.
चाँदनी / सुमित्रानंदन पंत
चाँदनी के पहाड़ / दिनेश कुमार शुक्ल
चाँदनी चुप-चाप / अज्ञेय
चाँदनी पूरनमासी की / कात्यायनी
चाँदनी फैली गगन में, चाह मन में / हरिवंशराय बच्चन
चाँदनी में साथ छाया / हरिवंशराय बच्चन
चाँदमारी / दिनेश कुमार शुक्ल
चाँद–सा माथा / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
चांद - तारे / विष्णु नागर
चांद / अग्निशेखर
चांद / महेन्द्र भटनागर
चांद : एक / सांवर दइया
चांद : दो / सांवर दइया
चांद उगता है / फ़ेदेरिको गार्सिया लोर्का
चांद एक दिन / रामधारी सिंह "दिनकर"
चांद और औरत / आलोक श्रीवास्तव-२
चांद और घास / राहुल झा
चांद कँवल / शीन काफ़ निज़ाम
चांद का कुर्ता / रामधारी सिंह "दिनकर"
चांद का मुँह टेढ़ा है (कविता) / गजानन माधव मुक्तिबोध
चांद की कविता / मंगलेश डबराल
चांद की सैर का ख्वाब / रमा द्विवेदी
चांद तन्हा है आसमां तन्हा / मीना कुमारी
चांद धरती पे उतरता कब है / कविता किरण
चांद नहीं दिखाया / ओम पुरोहित ‘कागद’
चांद मद्धम है / साहिर लुधियानवी
चांद से अनगिनत इच्छाएँ / लाल्टू
चांद से थोड़ी-सी गप्पें / शमशेर बहादुर सिंह
चांद से नाराज़ हूँ मैं, चांद है मुझ से ख़फ़ा / विनय कुमार
चांद सोता है / महेन्द्र भटनागर
चांद हमारी ओर बढ़ता रहे / सुन्दरचन्द ठाकुर
चांद-चांदनी / केदारनाथ अग्रवाल
चांद-तारे / कुमार मुकुल
चांद: एक चितराम / सांवर दइया
चांदनी जी लो / अज्ञेय
चुपके से चाँद निकलता है / हरिवंशराय बच्चन
चौदहवीं रात के इस चाँद तले/ गुलज़ार
ज
जब से देखा है तिरे हाथ का चांद / नासिर काज़मी
ज़ख्म / गली में आज चाँद निकला
जैसे चाँद पर से दिखती धरती. / हरजेन्द्र चौधरी
झ
झुरमुट में अटका चाँद, कहीं अटका मन मेरा भी / हरिवंशराय बच्चन
ड
डूबता चांद कब डूबेगा / गजानन माधव मुक्तिबोध
त
तुम आओ तो / विजय कुमार पंत
त आगे.
तुम क्या हो ? / विजय कुमार पंत
तुम भी पूछना चाँद से / हरकीरत हकीर
तुम सा सुंदर चाँद / विजय कुमार पंत
द
दुराव / महेन्द्र भटनागर
दूज का चाँद / अज्ञेय
दूर बहुत हैं चाँद-सितारे / विनोद तिवारी
न
नया चाँद / हरिवंशराय बच्चन
प
पंचमी का चाँद / नरेन्द्र शर्मा
पूरा दुःख और आधा चाँद / परवीन शाकिर
पूरा दुख और आधा चांद / परवीन शाकिर
पूर्णिमा का चाँद / शमशेर बहादुर सिंह
फ
फलक पर चांद / कुमार मुकुल
फीका चाँद/जावेद अख़्तर
फूल, ख़ुशबू, चाँद, जुगनू और सितारे आ गए / श्रद्धा जैन
फूल, चाँद और रात / इला कुमार
ब
बूढा चांद / सुमित्रानंदन पंत
बोलता चांद / केदारनाथ अग्रवाल
म
मईया अब तुम ही समझाओ / अभिषेक कुमार अम्बर
महानगर में चाँद / कृष्णमोहन झा
माँ, मुझे चांद ला दो / तारा सिंह
मुझसे चांद कहा करता है / हरिवंशराय बच्चन
मेरा चांद / महेन्द्र भटनागर
मैं भारत हूँ / विजय कुमार पंत
य
यह चाँद नया है नाव नई आशा की / हरिवंशराय बच्चन
या तू चांद लेकर आ / गगन गिल
र
राक्षस पैदा नहीं होने चाहिए / विजय कुमार पंत
रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद / रामधारी सिंह "दिनकर"
रातभर चाँद देखा किये/ विनय प्रजापति 'नज़र'
राह में चांद उस रोज़ चलता मिला / गौतम राजरिशी
रुखों के चांद, लबों के गुलाब मांगे है / जाँ निसार अख़्तर
ल
लाल खपरों पर का चांद / सतीश चौबे
व
वसंत का सोनार चांद / आलोक श्रीवास्तव-२
श
शिमला में चाँद / सुदर्शन वशिष्ठ
स
सदियों की पीड़ा लिए चाँद / राजर्षि अरुण
सफर / सौरभ
समुद्र और चाँद / आलोक धन्वा
समुद्र और चांद / आलोक धन्वा
साथी चाँद / नरेन्द्र शर्मा
सुरागरसी में निकला चाँद / केदारनाथ अग्रवाल
सूनी सँझा, झाँके चाँद / नरेश सक्सेना
सौ चांद भी चमकेंगे / जाँ निसार अख़्तर
ह
हम तो हैं परदेस में / राही मासूम रज़ा
हे राम! / विजय कुमार पंत