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- 12:47, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+5) . . छो हजार बार हार हो तो हो रहे तो हो रहे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:47, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+5) . . छो जिंदगी हो गई हाज़िरी की तरह / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:45, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+11) . . छो गर अपने प्यार का सागर सनम गहरा नहीं होता / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:43, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+9) . . छो मुर्दे जाग रहे हैं कब्रों और मसानों में / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:43, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+6) . . छो तन में मन में शुद्ध मिट्टी है अभी तक गाँव में / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:41, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+26) . . छो साल नया आता जैसे घूँघट में आती नई बहुरिया / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:40, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+2) . . छो फूल हैं अग्नि के खिले हर सू / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:39, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+9) . . छो खूँ के दरिया में जब रंगों का गोता लगता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:37, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+1) . . छो पाँव रखे बिन मजलूमों पे आगे कौन बढ़ा / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:37, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+6) . . छो टुकड़ों टुकड़ों में ही फट कर जाना पड़ता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:35, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . छो नमी व धूप हवा दे गुलाब खिलने दे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:33, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-2) . . छो देश के हर धर्म, भाषा, जाति, जन से प्यार है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:32, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . छो जो हैं मिट गए तेरी आन पर वो सदा मिलेंगे यहीं कहीं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:30, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+1) . . छो ला प्रलय देती नदी की पीर है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:29, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+2) . . छो हर गाँव में नगर में ईमान बिक रहा है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:27, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+1) . . छो अनछुए फूल चुनकर रची हैं प्रिये / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:27, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+18) . . तलवे जो चाटते वो वफ़ादार हम नहीं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:26, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . छो धूप से कर छाँव छलनी गर्मियों की ये दुपहरी / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:25, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . छो नहीं मिला जो जहाँ में जिसको वही उसे खींचता रहा है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:24, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . छो जो सरल हो गये / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:24, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . छो नीट आँखों से जब पिलाया कर / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:23, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . छो बाजुओं की थकान जिन्दा रख / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:22, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+7) . . छो ठहर, कल झील निकलेगी इसी से / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:21, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+7) . . छो अच्छे अच्छों की जान लेता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 12:20, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . छो करके उपवास तू उसको न सता मान भी जा / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:25, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . छो सन्नाटे के भूत मेरे घर आने लगते हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:24, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+38) . . छो हम काफ़िया रदीफ़ बहर नाप रहे हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:24, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+6) . . छो जब हवा रहनुमा हो गई / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:23, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . छो भिनभिनाने से तेरे कौन सँभल जाता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:23, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+4) . . छो बरगदों से जियादा घना कौन है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:22, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+12) . . छो सभी नदियों को पीने का यही अंजाम होता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:21, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-2) . . छो दूर देश से आई रानी ऐसे शासन कर पाई / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:20, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+9) . . छो पी खारा मीठा बरसाना सब के बस की बात नहीं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:19, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+2) . . छो जग ने कैसा मुझको बना दिया / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:17, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . छो मेरा माथा उबलती धूप छू के लौट जाती है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:17, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+3) . . छो तर्क जब से जवाँ हो गए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:16, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+11) . . छो न दोष कुछ तेरी कटार का है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:15, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+9) . . छो रह गया ठूँठ, कहाँ अब वो शज़र बाकी है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:14, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+7) . . छो निरक्षरता अगर इस देश की काफ़ूर हो जाए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:13, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-30) . . छो न इतनी आँच दे लौ को के दीपक ही पिघल जाएँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:11, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+17) . . छो मेरे संग-दिल में रहा चाहती है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:10, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+43) . . छो जुड़ो जमीं से कहते थे जो वो ख़ुद नभ के दास हो गए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:09, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (-3) . . छो कुछ तो अपने लिये बचाया कर / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:08, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . छो धर्म की है ये दुकाँ आग लगा देते हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:07, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+2) . . छो मिलजुल के जब कतार में चलती हैं चींटियाँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:04, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+9) . . छो दिल हो गया है जबसे टूटा हुआ खिलौना / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:03, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+5) . . छो छोटे छोटे घर जब हमसे लेता है बाजार / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 10:02, 26 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (0) . . छो न ऐसे देख बेचारा नहीं हूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 17:33, 24 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+9) . . छो बिन तुम्हारे होश में रहना सज़ा है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
- 17:33, 24 फ़रवरी 2024 (अंतर | इतिहास) . . (+1) . . छो उड़कर नभ तक रेत जली / 'सज्जन' धर्मेन्द्र (मौजूदा)
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