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बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
Kavita Kosh से
आम-महुवियाह काल
परिछन
- कओने नगरिया सऽ एलै सुन्दर दुलहा, कतऽ एलै हे / मैथिली लोकगीत
- कहु कहु घनश्याम, अपने के कीये अछि नाम / मैथिली लोकगीत
- परिछन करय हरषि चलू सजनी गे / मैथिली लोकगीत
- बड़ सुन्दर लागय दुलहा के सुरतिया / मैथिली लोकगीत
- गौरी दुलहा के आजु परीछू सखिया / मैथिली लोकगीत
- बड़ा भारी जुलुम केलौं हे मेना, नारद पर विश्वास केलौं / मैथिली लोकगीत
- अहाँ केर बाबू दुलहा बहत लेलनि गनाय यो रघुवंशी दुलहा / मैथिली लोकगीत
- सोना के डाला लय चलली सोआसिन हे परीछू सखी / मैथिली लोकगीत
कुमारिक गीत
नाक पकड़बा काल
लाबा भुजबा काल
पान खयबा काल
ठकबक चिन्हबा काल
पयर धोयबा काल
वेदी घुमयबा काल
ओठंगर काल
- चारू बरबासँ धनमा कुटाएब हे सखि / मैथिली लोकगीत
- चितचोरबा आजु बन्हएलनि हे / मैथिली लोकगीत
- माइ हे त्रिभुवनपति वर सुन्दर है / मैथिली लोकगीत
- एला चारू भइया अबधबा सऽ / मैथिली लोकगीत
सींथ नोतबा काल
नैना जोगिन काल
- श्यामल सुरतिया पहुनमा / मैथिली लोकगीत
- थिकहुँ बंगालिन, बसी बंगाला / मैथिली लोकगीत
- यमुना तीर, कुंज वन, ततऽ कृष्ण बसै छथि / मैथिली लोकगीत
- रोही ले पनबट्टा बेटी, पानी भरऽ जाइ ले / मैथिली लोकगीत
- कांच बांस काटिकऽ बंगाल घर छारि कऽ / मैथिली लोकगीत
गेठबन्हन काल
सम्मरि
- पीपरक पात अकासहि डोलय शीतल बहय बसात यो / मैथिली लोकगीत
- एक राजा के चारि छनि धीया, चारू छनि कुमारि यो / मैथिली लोकगीत
- सीता के देखि देखि झखथि जनक ऋषि मोती जकां झहरनि नोर / मैथिली लोकगीत
- सूर्यक ज्योति सन हमरो उमा छथि / मैथिली लोकगीत
- हमरो गौरी छथि पाँचे बरस के / मैथिली लोकगीत
- सूतल छलहुँ ऊँच रे हवेलिया / मैथिली लोकगीत
- नवम बरख बेटी मुखहु ने बोलय / मैथिली लोकगीत
- कहथि सीता सुनू यौ बाबा / मैथिली लोकगीत
- राजा जनक जी प्रण एक ठानल / मैथिली लोकगीत
- रंक सुदामा हरि सँ बोलथि / मैथिली लोकगीत
- रामक जोड़ी बनय जनकपुर / मैथिली लोकगीत
- पिता सुतला निश्चिन्त आमा रोबइ छथि जनकपुर मे / मैथिली लोकगीत
- गे माइ कल जोड़ि विनती करै छथि सीता बेटी / मैथिली लोकगीत
- घटबहि खाट पेटारहि डन्टा / मैथिली लोकगीत
लाबा छीटऽ काल
- बेदिया घुमि-घुमि लाबा छिड़िआबे हे महारानी सिया / मैथिली लोकगीत
- बाबू लाबा छिड़िआउ, धीया बीछि-बीछि खाउ / मैथिली लोकगीत
सिनुरदान
- स्वर्ण सिनूर दुलहा धीरे सऽ उठाउ हे दशरथ जी के बबुआ / मैथिली लोकगीत
- पाहुन सिन्दूर लियऽ हाथ सोन सुपारी के साथ / मैथिली लोकगीत
- प्रिय पाहुन सिन्दूर दान करू / मैथिली लोकगीत
- कओने नगर के सिनुरा, सिनूरा बेसाहि एलौं यौ / मैथिली लोकगीत
विवाह काल
- आगे माइ छल मनोरथ होयत प्रथम बर, पण्डित करब जमाय / मैथिली लोकगीत
- कमलक फूल सन हमर धीया छथि / मैथिली लोकगीत
- बाप हेमन्त रिषि सभा पैसि जोहलनि / मैथिली लोकगीत
कन्यादान
चुमाओन
- सुन गे सखिया आजु होइ छनि रघुबर के चुमान / मैथिली लोकगीत
- आजु सुदिन दिन निर्मल बनल अछि / मैथिली लोकगीत
- नगरहिक नाथ कन्हैया देखू हे मैया / मैथिली लोकगीत
- आनन्द देखू रघुरइया हे सीता के संग / मैथिली लोकगीत
- करू सखि मंगलगान हे, सिया रघुवर के होइ छनि चुमान हे / मैथिली लोकगीत
देहरि छेकऽ काल
कोबर
- नदिया के तीरे तीरे माली फुलबरिया, ताहिमे चानन के गाछ हे / मैथिली लोकगीत
- कओने गामे उपजल सखि पानक बिड़िया, हे आहे सखी / मैथिली लोकगीत
- एते दिन बाजय कोइली भोर भिनसरबा, आइ किए बाजय आधी राति हे / मैथिली लोकगीत
- कजरा जे पारि पारि लिखलमे कोहबर, लीखि लेल चारू भीत गे माई / मैथिली लोकगीत
- भेल विवाह राम चलला, कोबर घर, सरहोजि छेकल दुआरि हे / मैथिली लोकगीत
- सुन्दर कनियां रामरतनियां हीरा मोती लागल केबाड़ हे / मैथिली लोकगीत
- गंगा जे बहि बहलै जमुनियां हे सखि सुन्दर कोबर / मैथिली लोकगीत
- चलू चलू ओ राम, झटसँ पहिरू खराम / मैथिली लोकगीत
- सूतल छलिऐ हे प्रभु / मैथिली लोकगीत
- सुन्दर कनियां राम रतनियां / मैथिली लोकगीत
- साओन भादव केर निशि रतिया / मैथिली लोकगीत
- रामहि लछुमन वन कय चललाह / मैथिली लोकगीत
- कमलक दहे दहे बेली फूल फूलल / मैथिली लोकगीत
- काँच ईंटाक महल उठाओल / मैथिली लोकगीत
- सखि आजु सोहागक राति / मैथिली लोकगीत
- चारि चौखंड केर ईहो नब कोबर / मैथिली लोकगीत
- चलू चलू देखू सखि / मैथिली लोकगीत
- मचिया बैसलि अहाँ कनियां / मैथिली लोकगीत
- एकहि पलंग सेज पिया संग सुतलौं / मैथिली लोकगीत
- सोना के अंगुठी मे लाल नगीना / मैथिली लोकगीत
- घर पछुअरबा लौंग केर गछिया / मैथिली लोकगीत
पटिया झारबा काल
- सबरंग पटिया समटू हे सुहबे / मैथिली लोकगीत
- माइ हे पटियो ने झारथि इहो दुलहा / मैथिली लोकगीत
- सब रंग पटिया समटू सुहबे / मैथिली लोकगीत
- चलू सब सखिया रंग महलमे, समटू एक पटिया हे / मैथिली लोकगीत
सिरहर भरबा काल
गौरीक गीत
- चलू सखि गौरी पूजन, जनक जी के बागमे / मैथिली लोकगीत
- फूल लोढ़य गेली गौरी माली फुलबारी / मैथिली लोकगीत
- देखैत गेन्दा बड़ लाल गे मलीनियां / मैथिली लोकगीत
- सीता दाइ दुलारी प्रेम के प्यारी / मैथिली लोकगीत
- फूल लोढ़न चलू फुलबरिया / मैथिली लोकगीत
- गौरी पूजन चलली सीता, पिता के नगरिया हे / मैथिली लोकगीत
- गौरी पूजि लीअ जनक भवनमे / मैथिली लोकगीत
- गिरिजा पूजैत सिया फड़कय बामा नयना / मैथिली लोकगीत
- पहिल पहर गौरी पूजल / मैथिली लोकगीत
बेलपात तोड़बा काल
जुट्टी खोलऽ काल
मुट्ठी खोलबा काल
महुअक
- महुअक रान्हल अछि भरि थार / मैथिली लोकगीत
- आउ-आउ साजन आजु मोर अंगना / मैथिली लोकगीत
- मानु मानु ओझाजी हमरो के बात यो / मैथिली लोकगीत
- दुलहा नहु नहु बाजू ने, रूसल छी किए / मैथिली लोकगीत
- खीर परोसल थाली दुलहा जल्दी करियौ खाली यौ / मैथिली लोकगीत
- खीर खाउ ने लजाउ सुनू चारू दुलहा / मैथिली लोकगीत
- मुदित लेलनि दहि चीनी / मैथिली लोकगीत
- बिनु अर्थक मनोरथ पुरयबै कोना / मैथिली लोकगीत
- करय चलल हर मौहक हे मानस घर हे / मैथिली लोकगीत
- नगर मे पड़ल हकार पुकार जनक ऋषिके / मैथिली लोकगीत
- थारक भात सेरायल वर रूसल / मैथिली लोकगीत
- मनाइन इहो दूध आनल, खीर रान्हल / मैथिली लोकगीत
- महुअक करऽ वर चललाह, वर चललाह हे / मैथिली लोकगीत
जूता खोलबा काल
दहनही काल
वर कें खयबा काल
- दुलहा ओते नहि लजाउ, कनी आर खाउ यौ / मैथिली लोकगीत
- एक बेर अपनहि सऽ मांगि किछु लीअ हे ललन / मैथिली लोकगीत
- गारि गाबथि राजदुलारि, जेमथु रामजी लला / मैथिली लोकगीत
- आजु हमर बड़ भाग रे पाहुन एला भगवान रे / मैथिली लोकगीत
- आजु हमर बड़ भाग रे, उत्तम पाहुन आजु आयल रे / मैथिली लोकगीत
- जीमथु आजु जनक जी के आँगन दशरथ अवधबिहारी जी / मैथिली लोकगीत
- गृह सौं आनि पीढ़ी दिअ बैसक यदुपति चरण पखारी जी / मैथिली लोकगीत
- पाहुन भोला भंगिया के जुनि केओ पढ़ियनु गारी हे / मैथिली लोकगीत
- आसन पर बैसू गिरधारी सुनू विनती हमारी जी / मैथिली लोकगीत
योग
- अहि योग नारि जनम लेल, रूसि पहु हमर विदेश गेल / मैथिली लोकगीत
- डाली कनक पसारल नैनहुँ योग बेसाहल / मैथिली लोकगीत
- पर्वत सँ योग हाँकल, राजा जनक ऋषि / मैथिली लोकगीत
- कहमाँसँ सुगा आयल, नेह लायल / मैथिली लोकगीत
- हमर योग नागर, गुण आगर / मैथिली लोकगीत
- माइ हे हमरहु जँ पहुँ तेजताह, फल बुझताह / मैथिली लोकगीत
- माइ हे सात बहिन हम योगिनी नैनहु थिकी जेठ बहिनी / मैथिली लोकगीत
- दक्षिण पवन बहु नहुँ-नहुँ पहुसँ मिलन हएत कबगहुँ / मैथिली लोकगीत
- हम योगिन तिरहुत के रे मन मोहब / मैथिली लोकगीत
- कानथि धीया के माय सुनहु जदुपति जी / मैथिली लोकगीत
- अपना मन के बड़ रे मनोरथ, धीया लए आस लगाइ जी / मैथिली लोकगीत
- हमरो सोहाग के ननुआ जमाय, उज्जर घोड़ा चढ़ि आइ जी / मैथिली लोकगीत
- दालि भात मैदा केर पुआ, ताहि पर घीव चपोरी जी / मैथिली लोकगीत
बरिआतीक गीत
- कौने बाबा साजल आजन बाजन / मैथिली लोकगीत
- मलिया जे सूतल कोठापर / मैथिली लोकगीत
- कौने बाबा पोखरीमे इचना मछरिया / मैथिली लोकगीत
- जहिया सँ आहे बाबू तोरो उतपन भेल / मैथिली लोकगीत
- कौने बाबा साजल हाथी हथबरबा / मैथिली लोकगीत
- पानक जड़िया सँ निकलल बिड़िया / मैथिली लोकगीत
- परबत ऊपर मेघ गरजि गेल / मैथिली लोकगीत
- लिखहक पत्र बाबा भेजहक जनकपुर / मैथिली लोकगीत
- हमरो दुलहा से फलां दुलहा / मैथिली लोकगीत
- सोचितपुर सौं आयल पालकी / मैथिली लोकगीत
- राम लखन दुनू चलला गओना करऽ / मैथिली लोकगीत
- गाम केँ पछिम एक कुइयां खुनाएल / मैथिली लोकगीत
- कौने बाबा अंगना गुलाब केर गछिया / मैथिली लोकगीत
- मालिन सूतय सात पुत्र धए घर / मैथिली लोकगीत
- घर पछुअरबामे लौंग केर गछिया / मैथिली लोकगीत
- दशरथ नन्दन चलला विवाह हे / मैथिली लोकगीत
- कौने नगर के इहो सुन्दर बरिअतिया / मैथिली लोकगीत
पाबनि गीत (मधुश्रावणी आदि)
- लालहि वन हम जायब, फूल लोढ़ब हे / मैथिली लोकगीत
- आजु ई पाबनि बालमु संग पूजब / मैथिली लोकगीत
- अमुआं मजरि महु तूबल सजनी गे / मैथिली लोकगीत
- पहिरि ओढ़िए कनियां सुहबे पाबनि पूजऽ बैसली हे / मैथिली लोकगीत
- बाबा यौ पाबनि मोर लग आयल / मैथिली लोकगीत
- आयल सखि हे परम सोहाओन / मैथिली लोकगीत
- आयल हे सखि सर्व सोहाओन / मैथिली लोकगीत
- प्रिय रघुवर नयना कसिकऽ धरू / मैथिली लोकगीत
- आजु जनकपुर मंगल सखि सभ गाबथि हे / मैथिली लोकगीत
- जेठ मास अमावस सजनी गे / मैथिली लोकगीत
कोजगरा
केड़ाक थम्ह गाड़बा काल
परिछन
- सीता डोलीमे सबार, रामचन्द्र नीचा मे छथि ठाढ़ / मैथिली लोकगीत
- सोना के पलकियासँ सीता के उतारू, हे डोलय ने पाबय / मैथिली लोकगीत
- डोली लायल कहार, ताहिमे दुलहिन सबार / मैथिली लोकगीत
- बापक राज आइ बिसरू सोहागिन, एलौं पति घर हे / मैथिली लोकगीत
- सीता आइ आयली अंगनमा हे, परिछन चलू सखिया / मैथिली लोकगीत
- सीता सहित रघुवर लागल दुअरिया हे, परीछू सखी / मैथिली लोकगीत
- सुनू गे सखिया, अंगनामे एलै डोलिया कहार / मैथिली लोकगीत
गुड़ खयबा काल
मोड़ि पर बैसबा काल
माछ बयनबा काल
हरदि पिसबा काल
खोइंछ झाड़बा काल
खोइंछ फोलबा काल
भरफोड़ी दिन
कनियां मनयबा काल
उदासी
- कथी लय प्रीत लगेलें रे जोगिया, प्रीत लगेने चल जाय / मैथिली लोकगीत
- जखनहि रामचन्द्र चलला अवध सँ, संग भेल लछुमन भाइ / मैथिली लोकगीत
- कृष्ण ओ कृष्ण कहि ककरा पुकारब, करब आंगन बिच सोर / मैथिली लोकगीत
- माधव चलल मधइयापुर हे नगरी / मैथिली लोकगीत
- एते दिन भमर हमर छल सखि हे, आजु गेल विदेश / मैथिली लोकगीत
- तोहर दरस मुख छूटत सखि हे, जखन जायब हम गाम / मैथिली लोकगीत
- भितिया मे चितिया साटल रघुनन्दन, ताहि मे जे सिनुर-पिठार / मैथिली लोकगीत
- गोखुल गमन सँ चलल नन्द-नन्दन, गोकुले मे भय गेल साँझ / मैथिली लोकगीत
- जखन रघुबर संग सिया वन चलली, मोने मोन करथि विचार / मैथिली लोकगीत
- घूरि घूरि घूरि तकिऔ, बात एक सुनिऔ यौ निरमोही दुलहा / मैथिली लोकगीत
- जौं सिया जानकी चलल वन रहना, कानल राम लखन सहित / मैथिली लोकगीत
- शबरीक द्वार सँ चलल रघुनन्दन, शबरी खसल मुरछाइ / मैथिली लोकगीत
- जखन सिया जी तेजि मिथिला सँ चलली, हे की कहिअ बहिन / मैथिली लोकगीत
- जौं हम जनितहुँ हे सखि कृष्ण चलि जयता / मैथिली लोकगीत
- सिहकि रहल पुरिबा भादव मास हे, भादव मास संगी पावस मास हे / मैथिली लोकगीत
समदाउन
- केओ जे कानय रंग महल मे, केओ कानय दरबार / मैथिली लोकगीत
- कओने नगर संओ आयल तपसिया, कौने नगर नेने जाय / मैथिली लोकगीत
- एते दिन आहे सखि संग-संग रहलहुँ, कयल कतेक अपराध / मैथिली लोकगीत
- बारह बरस के हमरो उमरिया, तेरह बरस नेने जाय / मैथिली लोकगीत
- के मोरा जन्म देल केये मुहमा उरेहल, केये कयल प्रतिपाल / मैथिली लोकगीत
- सोन सन धीया के सुबुधि जमइया, नीक नीक बाटे नेने जाय / मैथिली लोकगीत
- सूतल छलहुँ बाबा के हबेलिया, अझके मे आबि गेल कहार / मैथिली लोकगीत
- अंगनामे घुमि-घुमि सीता बेटी कानथि, आजुक दिनमा सुदिन / मैथिली लोकगीत
- सिया हे वरण कएल, सब हे मुदित भेल / मैथिली लोकगीत
- गौरी के आंगन सोहाओन माइ हे, कानथि गौरी माइ / मैथिली लोकगीत
- कल जोड़ि विनती करथि हेमन्त ऋषि, राजा दशरथ के दुआरि / मैथिली लोकगीत
- कथी लए भेलै अगहन सखि हे, कथी लए उपजल सारि / मैथिली लोकगीत
- कथी लए भेलै सखि हे मोर गओनमा, कथी लए भेलै बिआह / मैथिली लोकगीत
- सूतल छलहुँ बाबा केर हवेलिया, अझटेमे आबि गेल कहाउत / मैथिली लोकगीत
- कथी लए भेलै अगहन सखि हे, धीया लए भेलै जीवकाल / मैथिली लोकगीत
- जनक भवन सँ चलली सीता दाइ, जननी रोदना पसार / मैथिली लोकगीत
- बाबा केर अंगनामे एलै कहरिया, सूनू बाबा मिनती हमार / मैथिली लोकगीत
- जखन गौरी दाइ घर सँ भेली, सखि दस रोदना पसार / मैथिली लोकगीत
- जाहि निकुंज वन हमरो के देलिअइ, ताहि वन मायो ने बाप / मैथिली लोकगीत
- कथी लए एलै सखि अगहन महीनमा, कथी लए भेलै नरव सारी धनमा / मैथिली लोकगीत
- जनक नगर सँ चलली हे सीता, आमा देलनि रोदना पसार / मैथिली लोकगीत
- नैहर हमर जनकपुर रे सखिया, सासुर दूर के देश / मैथिली लोकगीत
- डोलिया कहार नेने ठाढ़ दुअरिया, विदा करू गौरी के चुमाय / मैथिली लोकगीत
- जखन सुनयना डोली दिस ताकथि, सीता चली भेली कनैत अधीर / मैथिली लोकगीत
- राजा दशरथ एक पतिया पठओलनि, राजा जनक नहि मान / मैथिली लोकगीत
- बड़ रे जतनसँ सिया धिया पोसलहुँ / मैथिली लोकगीत
सांझ
- सांझे काली घर दीप लेसि लीअ हे / मैथिली लोकगीत
- मुरलीधारी यौ सांझ पड़ैते घर आयब / मैथिली लोकगीत
- सांझ दियऽ सांझ दियऽ जसुमति मइया / मैथिली लोकगीत
- सांझ भेल घर नहि आयल कन्हैया / मैथिली लोकगीत
- सांझ भयो घर दियरा जरी रे / मैथिली लोकगीत
- सांझ भयो मुख दर्शन हे सखि सुन्दर भवनमे / मैथिली लोकगीत
- सांझो ने आयल कन्हैया, यशोदा मैया / मैथिली लोकगीत
- सांझ दिअ यशोमति मइया हे सांझ बीतल जाइए / मैथिली लोकगीत
- सांझ पड़ीय गेल, चान उगिये गेल / मैथिली लोकगीत
- सांझ दियऽ सांझ दियऽ / मैथिली लोकगीत
- सांझ भेल नहि अयला मुरारी / मैथिली लोकगीत