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* [[हरेक सवाल पे कहते हो कि यह दिल क्या है / गुलाब खंडेलवाल]]  | * [[हरेक सवाल पे कहते हो कि यह दिल क्या है / गुलाब खंडेलवाल]]  | ||
| − | * [[हो न मुश्किल ये तड़पना मगर आसान नहीं / गुलाब खंडेलवाल]]  | + | * [[हो न मुश्किल ये तड़पना, मगर आसान नहीं / गुलाब खंडेलवाल]]  | 
20:51, 17 अगस्त 2011 का अवतरण
कुछ और गुलाब

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| रचनाकार | गुलाब खंडेलवाल | 
|---|---|
| प्रकाशक | |
| वर्ष | |
| भाषा | हिन्दी | 
| विषय | |
| विधा | ग़ज़ल | 
| पृष्ठ | |
| ISBN | |
| विविध | 
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- अब न जाने की करो बात, क़रीब आ जाओ / गुलाब खंडेलवाल
 - आँखें भरी-भरी मेरी, कुछ और नहीं है / गुलाब खंडेलवाल
 - आँखों-आँखों मुस्कुराना ख़ूब है / गुलाब खंडेलवाल
 - आओ कुछ देर गले लग लें ठहरके / गुलाब खंडेलवाल
 - आइने में जब उसने अपना चाँद-सा मुखड़ा देखा होगा / गुलाब खंडेलवाल
 - आपने ज़िन्दगी न दी होती / गुलाब खंडेलवाल
 - इस दिल में तड़पने के अरमान ही अच्छे हैं / गुलाब खंडेलवाल
 - इस बेरुख़ी से प्यार कभी छिप नहीं सकता / गुलाब खंडेलवाल
 - उस नज़र पे छाये हुए और सौ गुलाब / गुलाब खंडेलवाल
 - एक से एक बढ़कर चले / गुलाब खंडेलवाल
 - एक अनबुझी सी चाह मेरे साथ रही है / गुलाब खंडेलवाल
 - ऐ ग़म! न छोड़ना हमें इस ज़िन्दगी के साथ / गुलाब खंडेलवाल
 - कभी बेसुधी में रुके नहीं, कभी भीड़ देखके डर गये / गुलाब खंडेलवाल
 - कहते रहे हैं दिल की कहानी सभीसे हम / गुलाब खंडेलवाल
 - क्या कहा, 'अब तो कोई ग़म न होगा'! / गुलाब खंडेलवाल
 - कहनी है कोई बात मगर भूल रहे हैं / गुलाब खंडेलवाल
 - कितनी भी दूर जाके बसे हों निगाह से / गुलाब खंडेलवाल
 - कुछ तो आगे इस गली के मोड़ पर आने को है / गुलाब खंडेलवाल
 - कुछ भी नहीं जो हमसे छिपाते हो, ये क्या है / गुलाब खंडेलवाल
 - कोई ऊँची अटारी पे बैठा रहा, हाय! हमने उसे क्यों पुकारा नहीं! / गुलाब खंडेलवाल
 - कोई मंज़िल नयी हरदम है नज़र के आगे / गुलाब खंडेलवाल
 - ख़त्म रंगों से भरी रात हुई जाती है / गुलाब खंडेलवाल
 - चढी घूँट भर ही, क़दम डगमगाया / गुलाब खंडेलवाल
 - चाह अब भी हो उसे मेरी, ज़रूरी तो नहीं / गुलाब खंडेलवाल
 - जो भी जितनी दूर तक आया, उसे आने दिया / गुलाब खंडेलवाल
 - जो भी वादे कराये गये / गुलाब खंडेलवाल
 - ठुमरी-सी भैरवी की ख़ुमारी शराब की / गुलाब खंडेलवाल
 - तुम्हें प्यार करने को जी चाहता है / गुलाब खंडेलवाल
 - दिन ज़िन्दगी के यों भी गुज़र जायँ तो अच्छा! / गुलाब खंडेलवाल
 - दिल के शीशे में कोई चाँद चमकता ही रहा / गुलाब खंडेलवाल
 - दिल तो मिलता है, निगाहें न मिलें भी तो क्या !/ गुलाब खंडेलवाल
 - धुन प्यार की जो समझे न उन्हें, यह दिल की कहानी क्या कहिये! / गुलाब खंडेलवाल
 - धोखा कहें, फ़रेब कहें, हादसा कहें / गुलाब खंडेलवाल
 - नज़र उनसे छिपकर मिलाई गयी है / गुलाब खंडेलवाल
 - नहीं एक अपनी व्यथा कह गये / गुलाब खंडेलवाल
 - नशा प्यार का आज टूटे तो टूटे / गुलाब खंडेलवाल
 - नाम यों तो सभी के बाद आया / गुलाब खंडेलवाल
 - परदेदारी भी, बेहिज़ाबी भी / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार की बात भी भारी है, इसे कुछ न कहो / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार की राह में रोने से तो बाज़ आयें हम / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार की हमको ज़रूरत कभी ऐसी तो न थी / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार पर आँच न आये मेरे जाने के बाद / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार यों तो सभीसे मिलता है / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार हमने किया, उनपे एहसान क्या / गुलाब खंडेलवाल
 - प्यार हुआ ऐसे तो नहीं / गुलाब खंडेलवाल
 - पियेगा छकके कोई, कोई घूँट भर को तरसेगा / गुलाब खंडेलवाल
 - पीने का नहीं हम पे नशा, और ही कुछ है / गुलाब खंडेलवाल
 - पीने की देर है न पिलाने की देर है / गुलाब खंडेलवाल
 - फिर उन्हीं आँखों की ख़ुशबू में नहाने के लिये / गुलाब खंडेलवाल
 - फिर-फिर वही धुन लेकर यों किसने पुकारा है! / गुलाब खंडेलवाल
 - फिर मुझे नरगिसी आँखों की महक पाने दो / गुलाब खंडेलवाल
 - फूँक देना न इसे काठ के अंबार के साथ / गुलाब खंडेलवाल
 - बनके दीवाना न यों महफ़िल में आना चाहिए / गुलाब खंडेलवाल
 - बस कि मेहमान सुबह-शाम के हैं / गुलाब खंडेलवाल
 - बात ऐसी न सुनी थी किसी दीवाने में / गुलाब खंडेलवाल
 - बेकहे भी न रहा जाय, और क्या कहिये! / गुलाब खंडेलवाल
 - मिलके नहीं बिछुडेंगे जहाँ हम, ऐसा भी कोई देश तो होगा / गुलाब खंडेलवाल
 - मिलना न अब हमारा हो भी अगर तो क्या है! / गुलाब खंडेलवाल
 - मुट्ठी में अब ये चाँद-सितारे हुए तो क्या! / गुलाब खंडेलवाल
 - मुँह खोलके हमसे जो मिलते न बना होता / गुलाब खंडेलवाल
 - मेरी आँखों में जब तक नमी है / गुलाब खंडेलवाल
 - यह सितारों से भरी रात हमारी कब थी! / गुलाब खंडेलवाल
 - याद मरने पे ही किया तुमने / गुलाब खंडेलवाल
 - ये प्यार के वादे क्या सुनिए, यह दिल की कहानी क्या कहिए! / गुलाब खंडेलवाल
 - यों तो अनजान लगता रहे / गुलाब खंडेलवाल
 - यों तो हमसे न कोई बात छिपायी जाती / गुलाब खंडेलवाल
 - यों तो बदली हुई राहों की भी मजबूरी थी / गुलाब खंडेलवाल
 - यों तो परदे नज़र के रहे / गुलाब खंडेलवाल
 - यों तो होँठों से कुछ न कहता है / गुलाब खंडेलवाल
 - यों तो इस दिल के क़दरदान बहुत कम हैं आज / गुलाब खंडेलवाल
 - यों निगाहें थीं शरमा गयीं / गुलाब खंडेलवाल
 - लगा कि अब तेरी बाँहों में कोई और भी है / गुलाब खंडेलवाल
 - लीजिये बढ़के अपनी बाँहों में / गुलाब खंडेलवाल
 - वीणा को यों तो हाथ में थामे हुए हैं हम / गुलाब खंडेलवाल
 - समझे न दिल की बात इशारों को देखकर / गुलाब खंडेलवाल
 - सही है, ठीक है, हमने ये ग़म सहे ही नहीं / गुलाब खंडेलवाल
 - साज़ यह छेड़ रहा कौन है, हमारे सिवा! / गुलाब खंडेलवाल
 - सारी दुनिया पे कहर ढा देना / गुलाब खंडेलवाल
 - हर क़दम, हर क़दम, हर क़दम / गुलाब खंडेलवाल
 - हरेक सवाल पे कहते हो कि यह दिल क्या है / गुलाब खंडेलवाल
 - हो न मुश्किल ये तड़पना, मगर आसान नहीं / गुलाब खंडेलवाल
 
	
	