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* [[सियाहियों के बने हर्फ़ हर्फ़ धोते हैं / बशीर बद्र]]
 
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* [[हर जन्म में उसी की चाहत थे / बशीर बद्र]]
 
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* [[रात इक ख्वाब हमने देखा है / बशीर बद्र]]
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* [[अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जायेगा / बशीर बद्र]]
 
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* [[कोई लश्कर है कि बढ़ते हुए गम / बशीर बद्र]]
 
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21:13, 15 अक्टूबर 2009 का अवतरण

उजाले अपनी यादों के
Ujaleapniyaadonke1.JPG
रचनाकार बशीर बद्र
प्रकाशक वाणी प्रकाशन
वर्ष 2003
भाषा हिन्दी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 115
ISBN
विविध बशीर बद्र जी की कुछ चुनिंदा ग़ज़लों का यह ग़ज़ल संग्रह विजय वाते जी द्वारा संपादित है
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।