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अस्वीकरण
Last modified on 11 मई 2012, at 08:23
श्रेणी:चोका
चर्चा
"चोका" श्रेणी में पृष्ठ
इस श्रेणी में निम्नलिखित 141 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 141
अ
अंकुर बनकर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
अक्षय प्रेम-जल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
अगर मेरी मानो / रश्मि विभा त्रिपाठी
अपराजिता / कविता भट्ट
अब जाल समेटो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
अब,क्या है कहना / भावना कुँअर
अभिशप्त अप्सरा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
अमृत -चुम्बन / कविता भट्ट
अमृत निर्झरिणी / ज्योत्स्ना शर्मा
अमृतरस/ कविता भट्ट
अशान्त मन ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आ
आँखें पोंछ लो / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आँखों के पृष्ठों पर / कविता भट्ट
आँधी को रोका / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आँसुओं भरी आँखें / भावना कुँअर
आँसू जो पोंछे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आई ऋतु नवल / कविता भट्ट
आए नोचने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आओ करें तर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
आओ, चलो तो जरा / भावना कुँअर
आनन्द कैसे मिला ? / कविता भट्ट
इ
इन्हें माफ़ न करो! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
इष्ट एक ही / कविता भट्ट
इस बरस अब / कविता भट्ट
उ
उजड़ा सुहाग है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
उड़ी सुगन्ध / कविता भट्ट
उमड़ी आँधी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
उर्वी का छौना / सुधा गुप्ता
ए
एक नाव थी फँसी / भावना कुँअर
एक मज़बूर माँ / भावना कुँअर
ओ
ओ ! माँआद्या प्रकृति / कविता भट्ट
ओ ! सूरज भोर के / कविता भट्ट
ओ घन श्याम ! / ज्योत्स्ना शर्मा
ओ मेरी संजीवनी ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
ओक भर किरनें (चोका-संग्रह) / सुधा गुप्ता
ओट हाथ की / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
ओह! जिन्दगी / कविता भट्ट
क
कँटीली शय्या / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
कंठ है प्यासा / कविता भट्ट
कठपुतली / सुधा गुप्ता
कण-कण से / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
कभी देखे हैं? / कविता भट्ट
कर्मयोगिनी मौन / कविता भट्ट
कहे चंद्रिका / ज्योत्स्ना शर्मा
कहो किसकी भूल ! / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
काँटे ही काँटे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
कुकुरमुत्ता / कविता भट्ट
ख
खामोशी भी पिघले / कविता भट्ट
खाली घरौंदा/ भावना कुँअर
खूब रचेगी / भावना कुँअर
ग
गीले आखर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
घ
घट -स्थापना / कविता भट्ट
घना है वन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
घृणा थी रौंदी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
च
चंदा की बिंदी / ज्योत्स्ना शर्मा
चन्दन वन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
चलने की बेला है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
चले जाएँगे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
चुप ही है लड़की / कविता भट्ट
चूमा था भाल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
चोका
चोका 1-2 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
चोका 3-4 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
चोका 5-6 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
चोका 7-8 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
चोका 9-10 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
छ
छोटी किरण / भावना कुँअर
ज
जानते तो हो / कृष्णा वर्मा
जीवन छलना है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
जीवन जिया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
जुगनू -मन / कविता भट्ट
जेठ की धूप (चोका) / भावना कुँअर
ड
डोर चाँदनी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
त
तरु बिलखा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
तुमको पाया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
तुममें छिप जाती / रश्मि विभा त्रिपाठी
तुम्हारी तलाश में / रश्मि विभा त्रिपाठी
तेरा मिलन / हरदीप कौर सन्धु
न
नदिया तीरे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
नन्हा हाइकु / सुधा गुप्ता
नन्ही चिड़िया (चोका) / सरस्वती माथुर
नन्ही-सी परी / भावना कुँअर
प
परिभाषा से परे / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
पहाड़ी नदी / कविता भट्ट
पाई छुअन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
पावस बहुरंगी / सुधा गुप्ता
पिंजरे में चिड़िया / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
पीर- तरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
पीले गुलाब ./ सुधा गुप्ता
पीले गुलाब(चोका)/ सुधा गुप्ता
पीले गुलाब- 2 / सुधा गुप्ता
पुरानी पीर / भावना कुँअर
पेड़ निपाती (चोका) / सरस्वती माथुर
प्यारी गौरैया / सुधा गुप्ता
प आगे.
प्रथम ग्रास / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
प्राणों की डोर / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
प्रेम अँजुरी / कविता भट्ट
प्रेम के गीत / भावना कुँअर
प्रेमगीत कहती / कविता भट्ट
प्रेमग्रंथ के पन्ने.../ कविता भट्ट
फ
फूल -पाँखुरी / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
ब
बचपन के दिन / प्रियंका गुप्ता
बाँस के वन / भावना कुँअर
बाढ़ का पानी / भावना कुँअर
बिछोह- घड़ी(चोका) / भावना कुँअर
बीमार मन / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
बूढ़ा दिया / कविता भट्ट
भ
भीगी पलकें / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
भुट्टा और ज़िन्दगी / प्रियंका गुप्ता
म
मन का दर्द / प्रियंका गुप्ता
मन-दर्पण / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
मन्नत के धागे / रश्मि विभा त्रिपाठी
मिलन -राग / कविता भट्ट
मिले किनारे (ताँका-चोका-संग्रह) / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
मीत पुराने / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
मेरा भी कोई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
मेरे सूरज / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
य
यह अकेलापन / रश्मि विभा त्रिपाठी
याद तुम्हारी / ज्योत्स्ना शर्मा
याद-परिंदे / भावना कुँअर
ये है मेरी चिड़िया / हरदीप कौर सन्धु
र
रिश्ता / प्रियंका गुप्ता
रैन बसेरा(चोका) / सुधा गुप्ता
ल
लिखा जो शिलालेख / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
व
वसन्त-परी / सुधा गुप्ता
वसन्त: कोलाज़ / सुधा गुप्ता
वीर जवान / कविता भट्ट
वीर जवान("વીર જવાન) / कविता भट्ट
वीर जवान(વીર જવાન) / कविता भट्ट
श
शबरी बन मन / सुधा गुप्ता
स
सगुन-पाखी / सुधा गुप्ता
समाजवाद / सुधा गुप्ता
सहमी- सी हिरणी / भावना कुँअर
साँझ हो गई / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
सुख के बीज / रश्मि विभा त्रिपाठी
सुख, जैसे सपना / रश्मि विभा त्रिपाठी
सूखी नदियाँ / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
सूना घर/ भावना कुँअर
सोन चिरैया / ज्योत्स्ना शर्मा
ह
हमने लिखा / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
हारना नहीं / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’