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Last modified on 11 सितम्बर 2016, at 02:54
श्रेणी:सवैया
चर्चा
कविता कोश में सवैया
"सवैया" श्रेणी में पृष्ठ
इस श्रेणी में निम्नलिखित 111 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 111
'
'केशव' सूधो विलोचन सूधी / केशवदास
'केसव' चौंकति सी चितवै / केशवदास
अ
अज आदि अनादि अनंत प्रभो / अनुराधा पाण्डेय
अध्यात्म प्रयाग महातम / शब्द प्रकाश / धरनीदास
अनन्य भाव / सुजान-रसखान
आ
आयो हुतो नियरे रसखानि / रसखान
आरत-भारत / नाथ कवि
उ
उद्धव-उपदेश / सुजान-रसखान
ए
एक प्रभो! अबलंब तुम्हीं / अनुराधा पाण्डेय
औ
और नहीं कुछ माँग रहे / अनुराधा पाण्डेय
क
कंचन मंदिर ऊँचे बनाई के / रसखान
कर्त्तव्य / शब्द प्रकाश / धरनीदास
कर्त्ता भजन / शब्द प्रकाश / धरनीदास
कर्म अपावन जौं शठ के / अनुराधा पाण्डेय
काज नही / शब्द प्रकाश / धरनीदास
कालिय दमन / सुजान-रसखान
कुंज लीला / सुजान-रसखान
कुबलियापीड़-वध / सुजान-रसखान
कृष्ण चरित / शब्द प्रकाश / धरनीदास
कृष्ण का अलौकिकत्व / सुजान-रसखान
कृष्ण सौंदर्य / सुजान-रसखान
कैटभ सो / केशवदास
कोटि प्रणाम तुझे पँहुचे / अनुराधा पाण्डेय
ख
खेलत फाग दुहूँ तिय कौ / बिहारी
ग
गंगा महिमा / सुजान-रसखान
गाँधी-जवाहर / नाथ कवि
गाहि सरोवर सौरभ लै / बिहारी
घ
घनसार पटीर मिलै मिलै निर चहै / बेनी
घोर अमा जब चित्त ग्रसे / अनुराधा पाण्डेय
च
चक्र सुदर्शन जो न तजे / अनुराधा पाण्डेय
चीज़ भई महंगी है बज़ार में / रमादेवी
चीर हरण / सुजान-रसखान
चेतावनी (भक्ति) / शब्द प्रकाश / धरनीदास
चेतावनी 2 / शब्द प्रकाश / धरनीदास
चेतावनी 3 / शब्द प्रकाश / धरनीदास
छ
छंद 11 / शृंगारलतिकासौरभ / द्विज
छंद 12 / शृंगारलतिकासौरभ / द्विज
छ आगे.
छंद 7 / शृंगारलतिकासौरभ / द्विज
ज
जाके लिए घर आई घिघाय / बिहारी
जाति-अभिमान / शब्द प्रकाश / धरनीदास
जानत नाहि / शब्द प्रकाश / धरनीदास
जान्यौ न मैं ललिता अलि / बेनी
जीव दया चेतावनी / शब्द प्रकाश / धरनीदास
जो सुधि आवत मोहन की / रमादेवी
ज्ञान का वाण / शब्द प्रकाश / धरनीदास
झ
झलकै अति सुन्दर आनन गौर / घनानंद
ड
डर है उसको किसके बल का / रमादेवी
त
ता मन ते मन मान / शब्द प्रकाश / धरनीदास
त्याग / शब्द प्रकाश / धरनीदास
द
दिन आज विशेष सु-लग्न लिए / अनुराधा पाण्डेय
दीनदयाल कृपाल गुपाल बिना तुम संकट कौन हरेंगे / नाथ कवि
ध
धिग्, धन्य प्राणी / शब्द प्रकाश / धरनीदास
ध्यान धरे तुम्हरो निसि बासर / चंद्रकला
न
नटखट कृष्ण / सुजान-रसखान
नहिं जानत खेल खेलाड़ी बने / रमादेवी
नाम महातम / शब्द प्रकाश / धरनीदास
निर्गुन / शब्द प्रकाश / धरनीदास
नेत्रोपालंभ / सुजान-रसखान
प
प्रियतम विछोह / शब्द प्रकाश / धरनीदास
प्रेम बंधन / सुजान-रसखान
प्रेम लीला / सुजान-रसखान
प्रेम-वेदन / सुजान-रसखान
प्रेमासक्ति / सुजान-रसखान
फ
फाग-लीला / सुजान-रसखान
फुटकर पद / रहीम
ब
बंक बिलोचन / सुजान-रसखान
बचऊ मोरे कालिज माँ पहुँचे / रमादेवी
बाल-लीला / सुजान-रसखान
ब्रज-प्रेम / सुजान-रसखान
ब्रह्म कमण्डल से निकसी / अनुराधा पाण्डेय
ब्रह्म मैं ढूँढयो पुराण गानन / रसखान
भ
भक्ति चेतावनी / शब्द प्रकाश / धरनीदास
भक्ति-भावना / सुजान-रसखान
भक्ति-महातम / शब्द प्रकाश / धरनीदास
भ आगे.
भारत वीर विहीन भयौ / नाथ कवि
भोर तें साँझ लौ कानन ओर निहारति / घनानंद
भोर ही न्योति गई ती / बेनी
म
मनमोहन / शब्द प्रकाश / धरनीदास
मात यशोमति मग्न मना / अनुराधा पाण्डेय
मानवती राधा / सुजान-रसखान
मानुस हौं तो वही / रसखान
मिलन / सुजान-रसखान
मुरली प्रभाव / सुजान-रसखान
मुस्कान माधुरी / सुजान-रसखान
मृगनैनी की पीठ पै बेनी लसै / गँग
य
या लकुटी अरु कामरिया / रसखान
र
रती बिन साधु, रती बिन संत / गँग
राधा का सौंदर्य / सुजान-रसखान
रामचंद्रिका / केशवदास
रामचरित / शब्द प्रकाश / धरनीदास
रास लीला / सुजान-रसखान
रूप प्रभाव / सुजान-रसखान
रूप-माधुरी / सुजान-रसखान
ल
लहसुन गाँठ कपूर के नीर में / गँग
व
विनय 2 / शब्द प्रकाश / धरनीदास
वियोग-वर्णन / सुजान-रसखान
वैराग्य / शब्द प्रकाश / धरनीदास
वैराग्य 1 / शब्द प्रकाश / धरनीदास
वैराग्य 2 / शब्द प्रकाश / धरनीदास
श
शिव-महिमा / सुजान-रसखान
शृंगार-लतिका / द्विज
स
संयोग-वर्णन / सुजान-रसखान
सखी शिक्षा / सुजान-रसखान
सपत्नी-भाव / सुजान-रसखान
सपूत / शब्द प्रकाश / धरनीदास
सलाम अलौक / शब्द प्रकाश / धरनीदास
साधु कृपा / शब्द प्रकाश / धरनीदास
सेस गनेस महेस दिनेस / रसखान
ह
हम चाहत चातुर चंद तुम्हें / रमादेवी
हम चाहैं तुम्हैं सो भले ही कहैं / रमादेवी
हरिनाम आनंद / शब्द प्रकाश / धरनीदास