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देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- मिल ही न सकी सम्ते-सफ़र ढूंढे से / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हंगामा ज़िन्दगी का है हर जानिब / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इक आलम बेबसी का है, क्या देखें / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नैरंगे-मुकाफ़ात से ये जाना है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मैं कैसे कहूँ किस से क्या लगता है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- क्या सोचा था, क्या हो गया, क्या करना है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- होंटो पे ये मुस्कान कहां से आई / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आंगन में ठुमकते हुए बच्चे देखो / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बे-रब्त से कामों में भी रम जाता है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तमईज़े-बदो-नेक से आरी, कच्चा / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सूरज की तमाज़त को तो सब देखते हैं / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दुनिया के चलन का हो बयां क्या क़िस्सा / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हालात की तल्ख़ी ने न तोड़ा मुझको / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- इस आलमे-शष जिहात में मेरा वजूद / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अदना सा वजूद है मिरा, सोचो तो / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- किस काम की ख़ातिर है ये फ़ानी दुनिया / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुछ सोच के कहने का मैं आदी भी नहीं / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- घुट घुट के जिया अगर तो जीना क्या है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मैं अपने ही साये से डरा करता हूँ / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- क्या जय मिरी हस्ती ने दिखाया मुझको / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- हर सम्त वही रात का पैकर बेनूर / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बेनूर है हर रात हर मंज़र बेनूर / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अहसास हुआ है वही जामिद बे-कैफ़ / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुल्फत में भी ज़हराब का पीना क्या है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तौफ़ीक़ दे मुझको कि मैं नाकाम न हूँ / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जी में है कि मैं ग़म का सरापा लिक्खूं / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- मुमकिन है कि कुहसार चले या गल जाये / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अफ़्सुर्दा था मैं, वक़्त ने तेवर बदले / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जो आँख ने देखा उसे मंज़र लिक्खूं / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- है सोच दरीदा तो दरीदा है रूह / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- बारे-ग़मो-अन्दोह उठा सकता हूँ / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- क्या वक़्त ख़राबी का हुआ है वारिद / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तहरीर मुक़द्दर की मिटाई न गई / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अपनी ही तरक़्क़ी से मिटा जाता है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तक़दीर से कुछ और न हादी से हुआ / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- ज़हराबे-ग़मे-हयात पी सकता हूँ / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- गर्मी में जो कहते हैं कि बदकार है धूप / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- अदना सी तवक़्क़ो से बहल जाता है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सूरज से जो भागे तो था साया आगे / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- सूरज से मफर से हमें हासिल हुआ क्या / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुछ और जो सोचें भी तो क्या होता है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- कुछ लोग हक़ीक़त से बिख़र जाते हैं / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- जीने के लिए सर में कोई ख़ब्त तो हो / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- देखूं तो इक तुर्फा तमाशा सा लगे / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- किस के लिए है, क्यों है, ये दुनिया क्या है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- तालिब था तू खुद-नुमाई का गर मुझ से / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- भगवान है कण कण में तो मूरत क्या है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- आया था अभी कोई मुझे मिलने को / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- नैरंगी-ए-हालात से जी डरता है / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)
- दुनिया के हर रंग को देखा हम ने / रमेश तन्हा (मिलाईयें) (← कड़ियाँ)