भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"राजकुमार कुंभज" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किये गये बीच के 12 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र=Raajkumaar kumbhaj.jpg |
|नाम=राजकुमार कुंभज | |नाम=राजकुमार कुंभज | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
|जन्म=12 फ़रवरी 1947 | |जन्म=12 फ़रवरी 1947 | ||
− | |जन्मस्थान= | + | |जन्मस्थान=इन्दौर, मध्य प्रदेश |
|कृतियाँ=बारह कविता-संग्रह | |कृतियाँ=बारह कविता-संग्रह | ||
− | |विविध= | + | |विविध=[[अज्ञेय]] द्वारा सम्पादित ’चौथा सप्तक’ के एक कवि |
− | |अंग्रेज़ीनाम=Rajkumar | + | |अंग्रेज़ीनाम=Rajkumar kumbhaj |
|जीवनी=[[राजकुमार कुंभज / परिचय]] | |जीवनी=[[राजकुमार कुंभज / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
+ | {{KKCatMadhyaPradesh}} | ||
+ | ====प्रतिनिधि कविताएँ==== | ||
* [[अभिभूति / राजकुमार कुंभज]] | * [[अभिभूति / राजकुमार कुंभज]] | ||
* [[शतरंज खेलो और प्रेम करो / राजकुमार कुंभज]] | * [[शतरंज खेलो और प्रेम करो / राजकुमार कुंभज]] | ||
पंक्ति 30: | पंक्ति 32: | ||
* [[यह सब देखने से पहले / राजकुमार कुंभज]] | * [[यह सब देखने से पहले / राजकुमार कुंभज]] | ||
* [[वह क्या है-2 / राजकुमार कुंभज]] | * [[वह क्या है-2 / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[बसन्त का प्रकार / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[आजकल का वसन्त / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[दीवारें तोड़ता है वसन्त / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[जिधर पल-प्रतिपल प्रेम है / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[भूखों का कैसा हो वसन्त / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[वह दिन भी आ ही गया / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[हौसला है तो वार कर / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[एक लौ बची रहेगी / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[मेरी लौ / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[दुख के होते हैं कई प्रकार / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[दुख ही सुख का सपना / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[मौसम नहीं बदलते हैं / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[कविता एक स्नेहिल क्रीड़ा है / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[सौ सुखों से सौ गुना बढ़कर / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[रात की स्मृति में दिन है / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[आज जंगल में जीवन नहीं है / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[मैं, राख, मिट्टी, ख़ाक / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[हे प्रभो, ये कैसा है वसंत? / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[कार्रवाई का रास्ता क्या? / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[क़िस्सा ख़त्म हुआ जानो / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[मौसम-मौसम में / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[किंतु नहीं मैं / राजकुमार कुंभज]] | ||
+ | * [[शेर तो शेर है / राजकुमार कुंभज]] |
19:37, 28 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
राजकुमार कुंभज
जन्म | 12 फ़रवरी 1947 |
---|---|
जन्म स्थान | इन्दौर, मध्य प्रदेश |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
बारह कविता-संग्रह | |
विविध | |
अज्ञेय द्वारा सम्पादित ’चौथा सप्तक’ के एक कवि | |
जीवन परिचय | |
राजकुमार कुंभज / परिचय |
प्रतिनिधि कविताएँ
- अभिभूति / राजकुमार कुंभज
- शतरंज खेलो और प्रेम करो / राजकुमार कुंभज
- बुद्धूराम / राजकुमार कुंभज
- आकांक्षा-पूर्ति के लिए / राजकुमार कुंभज
- ये नहीं है सही वक़्त / राजकुमार कुंभज
- गर आग की जगह पानी / राजकुमार कुंभज
- मुझे मृत्यु से डर कैसा? / राजकुमार कुंभज
- सिर्फ़ एक दिन का जीवन / राजकुमार कुंभज
- तो फिर आज ही क्यों नहीं / राजकुमार कुंभज
- मेरा दुख और मेरा संकट / राजकुमार कुंभज
- मैं चुप हो गया / राजकुमार कुंभज
- आते-आते ही / राजकुमार कुंभज
- इस पार-उस पार दीवार के / राजकुमार कुंभज
- धूप और जड़ों के बीच / राजकुमार कुंभज
- वह क्या है / राजकुमार कुंभज
- काँच के परदे हैं / राजकुमार कुंभज
- लिखूँगा, फिर-फिर लिखूँगा चीरकर कलेजा / राजकुमार कुंभज
- यह सब देखने से पहले / राजकुमार कुंभज
- वह क्या है-2 / राजकुमार कुंभज
- बसन्त का प्रकार / राजकुमार कुंभज
- आजकल का वसन्त / राजकुमार कुंभज
- दीवारें तोड़ता है वसन्त / राजकुमार कुंभज
- जिधर पल-प्रतिपल प्रेम है / राजकुमार कुंभज
- भूखों का कैसा हो वसन्त / राजकुमार कुंभज
- वह दिन भी आ ही गया / राजकुमार कुंभज
- हौसला है तो वार कर / राजकुमार कुंभज
- एक लौ बची रहेगी / राजकुमार कुंभज
- मेरी लौ / राजकुमार कुंभज
- दुख के होते हैं कई प्रकार / राजकुमार कुंभज
- दुख ही सुख का सपना / राजकुमार कुंभज
- मौसम नहीं बदलते हैं / राजकुमार कुंभज
- कविता एक स्नेहिल क्रीड़ा है / राजकुमार कुंभज
- सौ सुखों से सौ गुना बढ़कर / राजकुमार कुंभज
- रात की स्मृति में दिन है / राजकुमार कुंभज
- आज जंगल में जीवन नहीं है / राजकुमार कुंभज
- मैं, राख, मिट्टी, ख़ाक / राजकुमार कुंभज
- हे प्रभो, ये कैसा है वसंत? / राजकुमार कुंभज
- कार्रवाई का रास्ता क्या? / राजकुमार कुंभज
- क़िस्सा ख़त्म हुआ जानो / राजकुमार कुंभज
- मौसम-मौसम में / राजकुमार कुंभज
- किंतु नहीं मैं / राजकुमार कुंभज
- शेर तो शेर है / राजकुमार कुंभज