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"पूँजी और सत्ता के ख़िलाफ़ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

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* [[महीनों तक तुम्हारे प्यार में इसको पकाया है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
 
* [[महीनों तक तुम्हारे प्यार में इसको पकाया है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
* [[ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[ले गया इश्क़ मुआ आज बयाना मुझसे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[मैं तुमसे ऊब न जाऊँ न बार-बार मिलो / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[उनकी आँखों में झील सा कुछ है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[जो मुझे अच्छा लगे करने दे बस वो काम तू / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[नमक में हींग में हल्दी में आ गई हो तुम / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[रस्ते में खो गये सब, मंजिल तलक न पहुँचे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[जब उड़ी नोच डाली गई / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[सभी से आँख मिलाकर सँभाल रक्खा है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[प्यार मिले तो गल-गल जाता है साबुन / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[मेरी नाव का बस यही है फ़साना / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[थी ज़ुबाँ मुरब्बे सी होंठ चाशनी जैसे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[झूठ मिटता गया देखते-देखते / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[बन के मीठी सुवास रहती है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[जब हाल-ए-दिल हम लिखते हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[सनम जब तक तुम्हें देखा नहीं था / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[इश्क़ जबसे वो करने लगे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[आ मेरे ख़यालों में हाज़िरी लगा दीजै / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]
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* [[सूखी यादें जब झड़ती हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]]

10:57, 8 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण


पूँजी और सत्ता के ख़िलाफ़
Punji aur satta ke khilaf.jpg
रचनाकार 'सज्जन' धर्मेन्द्र
प्रकाशक अंजुमन प्रकाशन, 942 आर्य कन्या चौराहा, मुट्ठीगंज, इलाहाबाद-211003, उत्तर प्रदेश, भारत
वर्ष 2017
भाषा हिन्दी
विषय ग़ज़ल संग्रह
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 127
ISBN 978-93-86027-71-9
विविध
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पहला भाग : 34 ग़ज़लें

दूसरा भाग : 44 ग़ज़लें

तीसरा भाग : 19 ग़ज़लें