भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"यात्रा में कविताएँ / विष्णुचन्द्र शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKPustak |चित्र= |नाम=यात्रा में कविताएँ |रचनाकार=व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:57, 17 मार्च 2017 के समय का अवतरण
यात्रा में कविताएँ
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | विष्णुचन्द्र शर्मा |
---|---|
प्रकाशक | संकल्प प्रकाशन, बागबाहरा, छत्तीसगढ़ - 493449 |
वर्ष | 2013 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 88 |
ISBN | |
विविध | फ्रांस, अमेरिका, मैक्सिको, स्कॉटलैंड और जर्मनी की यात्राओं के दौरान लिखी कविताएँ इस संकलन में संकलित हैं। |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- थिएटर हम हैं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- आधी दुनिया / विष्णुचन्द्र शर्मा
- अलमस्त हूं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- आख्यान / विष्णुचन्द्र शर्मा
- हंसमुख चेहरों का पुल / विष्णुचन्द्र शर्मा
- वापस लौटने वाला है युद्ध / विष्णुचन्द्र शर्मा
- बर्लिन छोड़ने के बाद / विष्णुचन्द्र शर्मा
- लास / विष्णुचन्द्र शर्मा
- क़ाफे द फ़्लोर / विष्णुचन्द्र शर्मा
- जड़ों वाला कवि हूं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- तब पिकासो पारी का हृदय था / विष्णुचन्द्र शर्मा
- सजीव सुबह / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मैक्सिको सिटी / विष्णुचन्द्र शर्मा
- चलता-फिरता पारी / विष्णुचन्द्र शर्मा
- ले जाऊंगा भारत / विष्णुचन्द्र शर्मा
- थिएटर-1 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- थिएटर-2 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- थिएटर-3 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- थिएटर-4 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- एकांत / विष्णुचन्द्र शर्मा
- सूर्य पिरामिड / विष्णुचन्द्र शर्मा
- एक भारतीय / विष्णुचन्द्र शर्मा
- क्या ले जाओगे / विष्णुचन्द्र शर्मा
- राजमहल के बाहर / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मुजे़ नास्योनाल पिकासो / विष्णुचन्द्र शर्मा
- जिज्ञासा / विष्णुचन्द्र शर्मा
- ला तूर एफ़्फैल / विष्णुचन्द्र शर्मा
- चुप्पी / विष्णुचन्द्र शर्मा
- भीतर उत्सव है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- पारपत्र नहीं चाहिए / विष्णुचन्द्र शर्मा
- टकटकी लगाए मैं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- संवाद / विष्णुचन्द्र शर्मा
- रौनक है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- दर्शक / विष्णुचन्द्र शर्मा
- सभ्यता / विष्णुचन्द्र शर्मा
- वृद्धा / विष्णुचन्द्र शर्मा
- कामरेड गैंडा से / विष्णुचन्द्र शर्मा
- तोता बहुत दुःखी है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- हरियाली के बोल / विष्णुचन्द्र शर्मा
- नदी खो नहीं गई है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- बाहर भीतर / विष्णुचन्द्र शर्मा
- हँसी की भाषा / विष्णुचन्द्र शर्मा
- नींद खो गई / विष्णुचन्द्र शर्मा
- अमलतास / विष्णुचन्द्र शर्मा
- अकेला / विष्णुचन्द्र शर्मा
- पाहुन / विष्णुचन्द्र शर्मा
- घिरी रात में / विष्णुचन्द्र शर्मा
- शायद / विष्णुचन्द्र शर्मा
- कम्पन / विष्णुचन्द्र शर्मा
- थिरकते पुतले / विष्णुचन्द्र शर्मा
- पहाड़ के तल में / विष्णुचन्द्र शर्मा
- ताज़ा है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- धूप का फैलाव / विष्णुचन्द्र शर्मा
- उसका मन / विष्णुचन्द्र शर्मा
- साग / विष्णुचन्द्र शर्मा
- ताज़ी लयकारी / विष्णुचन्द्र शर्मा
- छिपी आंखों से / विष्णुचन्द्र शर्मा
- कल / विष्णुचन्द्र शर्मा
- स्तब्धता / विष्णुचन्द्र शर्मा
- कोटर में सूरज / विष्णुचन्द्र शर्मा
- पूर्णिमा / विष्णुचन्द्र शर्मा
- चार्ली चैप्लिन / विष्णुचन्द्र शर्मा
- बिगड़ैल चेहरा / विष्णुचन्द्र शर्मा
- कोसी रेणु के सर चढ़ी है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- अपना अपना बनारस / विष्णुचन्द्र शर्मा
- पेरिस में लोग चकित हैं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- बर्लिन के तीन चित्र / विष्णुचन्द्र शर्मा
- रायता इफ्फलैंड: आजादी भी सपना है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- चित्रकार वुल्फगंग वानहीस जानता है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मैं कैसा लगता हूं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- दस साल से / विष्णुचन्द्र शर्मा
- वक़्त गुजर रहा है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- ढ़ाई आखर / विष्णुचन्द्र शर्मा
- जल / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मिलन-स्थल: 1 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मिलन-स्थल: 2 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मिलन-स्थल: 3 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मिलन-स्थल: 4 / विष्णुचन्द्र शर्मा
- सांस भर रहे हैं पत्थर / विष्णुचन्द्र शर्मा
- सभा में होली है / विष्णुचन्द्र शर्मा
- केदार / विष्णुचन्द्र शर्मा
- गीधतंत्र है या है उल्लूतंत्र / विष्णुचन्द्र शर्मा
- होश / विष्णुचन्द्र शर्मा
- चुप्पी का राज / विष्णुचन्द्र शर्मा
- नागार्जुन / विष्णुचन्द्र शर्मा
- आए थे कबीर / विष्णुचन्द्र शर्मा
- राग / विष्णुचन्द्र शर्मा
- बगुले / विष्णुचन्द्र शर्मा
- मालिक मैं भौंतुवा हूं, आता हूं / विष्णुचन्द्र शर्मा
- राबर्ट बर्न्स के साथ एक सुबह / विष्णुचन्द्र शर्मा
- बिना बात के / विष्णुचन्द्र शर्मा
- डॉरनोच के तट पर है राबर्ट बर्न्स / विष्णुचन्द्र शर्मा
- जुदिथ बुचानिन और मेरे बीच / विष्णुचन्द्र शर्मा
- ताजा इतिहास / विष्णुचन्द्र शर्मा
- लंबी दौड़ पर है हवा / विष्णुचन्द्र शर्मा
- उत्सव / विष्णुचन्द्र शर्मा