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मन गोकुल का गाँव / अमरेन्द्र
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रचनाकार | अमरेन्द्र |
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- मत लिखो तुम गीत मेरे नाम / अमरेन्द्र
- आज देखी है तुम्हारी उस हँसी को / अमरेन्द्र
- आज रात आई तुम, आज रात याद रहे / अमरेन्द्र
- आज उतरी हैं आँखों में परछाइयाँ / अमरेन्द्र
- अंजुली भर किरण मैंने बस माँगी थी / अमरेन्द्र
- प्यार की स्रोतस्विनी को आज प्रेयसी / अमरेन्द्र
- अब भी मेरा प्यार उन अमराइयों में / अमरेन्द्र
- प्राण कहते हो, रहो फिर प्राण बन कर / अमरेन्द्र
- तुम जो आए, आ गए हैं प्राण तन में / अमरेन्द्र
- साँसो का विश्वास करो मत यह छलना है / अमरेन्द्र
- लोग ये जो भी / अमरेन्द्र
- एक पल का साथ दो तुम / अमरेन्द्र
- दुनिया चाहे जो भी कह ले / अमरेन्द्र
- यही सोचकर-कल क्या बीते / अमरेन्द्र
- बैरी को भी साथी पाऊँ / अमरेन्द्र
- क्या तुम्हें उपहार दूँ / अमरेन्द्र
- आज सूली सेज लागे / अमरेन्द्र
- मेरे साथ रहो / अमरेन्द्र
- साँस का सरगम टूट / अमरेन्द्र
- मैं गीत इसलिए लिखता हूँ / अमरेन्द्र
- अनुनय है तो जी लूँगा मैं / अमरेन्द्र
- रोया है जबसे यह प्यार मेरे जीवन का / अमरेन्द्र
- अनजाने पथ पर जब साथी कोई मिलता है / अमरेन्द्र
- मैं, तुम एक हुए, संशय क्या / अमरेन्द्र
- नागफनी-सी रात / अमरेन्द्र
- जूड़े किसी के कल महके थे / अमरेन्द्र
- तुमसे होते दूर आँखें, भैरवी-सी / अमरेन्द्र
- प्रीत मेरी आज क्यों वैरागिनी-सी / अमरेन्द्र
- अर्चना के फूल बासी हो गये / अमरेन्द्र
- इन्द्रधनु-सी तुम सजो / अमरेन्द्र
- शाम ढलने लगी / अमरेन्द्र
- शाम, उदासी फिर लाई है / अमरेन्द्र
- सपने में मत आओ / अमरेन्द्र
- आज मुझको छल गया विश्वास मेरा / अमरेन्द्र
- तुम न पूछो ये मुझका / अमरेन्द्र
- भाग्य होता,भाग्य-सा ही / अमरेन्द्र
- मेरी आँखों में / अमरेन्द्र
- रहने दो दूर कहीं सार / अमरेन्द्र
- सौप चला सपने, तुम्हारे / अमरेन्द्र
- बस, तुम्हारे / अमरेन्द्र
- आज देखा तुम्हें / अमरेन्द्र
- जो न होना था / अमरेन्द्र
- तुम बिन मैं-गंधहीन / अमरेन्द्र
- भोर आई, मगर है अन्धेरा हुआ / अमरेन्द्र
- जान जायेगी दुनिया मेरी प्रीत को / अमरेन्द्र
- रजनीगन्धा की छाया में मन है मगन / अमरेन्द्र
- कितनी पीड़ा से बोझिल है मेरा ये मन / अमरेन्द्र
- जैसा देखा आज, तुम्हें मैं / अमरेन्द्र
- एक जन्म तो तुम्हें देख कर / अमरेन्द्र
- पत्थर पर लिखता था / अमरेन्द्र
- तुम हँसे तो / अमरेन्द्र
- एक रात तेरे बिन / अमरेन्द्र
- देखे उन आँखों में / अमरेन्द्र
- समय हुआ कैसा / अमरेन्द्र
- रचो, प्रेम की परिभाषा तुम / अमरेन्द्र
- सपने सब बीत गए / अमरेन्द्र
- तेरी जब तस्वीर कभी / अमरेन्द्र
- कौन मेरा साथी है / अमरेन्द्र
- आखिर साथ-साथ ही चलकर / अमरेन्द्र
- तुमको चाहा तो मन ये अगहन हो गया / अमरेन्द्र
- मुझको मालूम है ये तुम्हारी हँसी / अमरेन्द्र
- सोच लेना, तुम्हें मैं हूँ याद आ गया / अमरेन्द्र
- सजनी कुछ देर ठहर / अमरेन्द्र
- जब-जब भी गीतों के / अमरेन्द्र
- कौन करेगा गीतों का शृंगार / अमरेन्द्र
- जो भी आए, आएंगे दो-चार / अमरेन्द्र
- आ गए हैं उम्र की छाया में हम / अमरेन्द्र
- जूही फूलों की महक / अमरेन्द्र
- आहों में उठते जो / अमरेन्द्र
- जब तक जग में प्राणों का / अमरेन्द्र
- सबको अपने-अपने जन की / अमरेन्द्र
- कल मेरे ये गीत गीता की तरह / अमरेन्द्र
- प्राणों में बजता है मादल / अमरेन्द्र
- लोग मुझसे पूछते हैं / अमरेन्द्र