Last modified on 18 अक्टूबर 2011, at 04:50

आखर री औकात / सांवर दइया

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:50, 18 अक्टूबर 2011 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आखर री औकात
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार सांवर दइया
प्रकाशक धरती प्रकाशन, बीकानेर
वर्ष 1983
भाषा राजस्थानी
विषय कविता
विधा हाईकू
पृष्ठ 64
ISBN
विविध राजस्थानी साहित्य में हाईकू एक काव्य-प्रयोग है, जिसके जनक श्री सांवर दइया माने जाते हैं। समकालीन कविता में यह प्रयोग आज एक काव्य-धारा के रूप में देखा जा सकता है।
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।