भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पँखुरियाँ गुलाब की / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 62: पंक्ति 62:
 
* [[जो हमें कहते थे हरदम, ‘जान से तुम कम नहीं’ / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[जो हमें कहते थे हरदम, ‘जान से तुम कम नहीं’ / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[ज़िन्दगी फिर कोई पाते तो और क्या करते! / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[ज़िन्दगी फिर कोई पाते तो और क्या करते! / गुलाब खंडेलवाल]]
* [[झलक रही हैं उन आँखों में शोखियाँ कैसी / गुलाब खंडेलवाल]]
+
* [[झलक रही हैं उन आँखों में शोख़ियाँ कैसी / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[तलब ग़म की ख़ुशी से बढ़ गयी है / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[तलब ग़म की ख़ुशी से बढ़ गयी है / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[तुम्हें बेतकल्लुफ़ किया चाहता हूँ / गुलाब खंडेलवाल]]
 
* [[तुम्हें बेतकल्लुफ़ किया चाहता हूँ / गुलाब खंडेलवाल]]

00:55, 2 जुलाई 2011 का अवतरण


पँखुरियाँ गुलाब की
Pankhuriya Gulab Ki.jpg
रचनाकार गुलाब खंडेलवाल
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिंदी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।