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"दर्द बस्ती का / विनोद तिवारी" के अवतरणों में अंतर

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*[[कुछ विरासत थी कुछ कमाए भी / विनोद तिवारी]]
 
*[[कुछ विरासत थी कुछ कमाए भी / विनोद तिवारी]]
 
*[[उनकी हर रात-जूही फूल हुआ करती है / विनोद तिवारी]]
 
*[[उनकी हर रात-जूही फूल हुआ करती है / विनोद तिवारी]]
*[[रात के सुनसान मेँ मिलती है आग / विनोद तिवारी]]
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*[[रात के सुनसान में मिलती है आग / विनोद तिवारी]]
*[[तुम्हारे कोष में वक्तव्य तो सुनहरे हैं / विनोद तिवारी]]
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*[[तुम्हारे कोश में वक्तव्य तो सुनहरे हैं / विनोद तिवारी]]
 
*[[आपके झूठे सहारों का भरम टूट गया / विनोद तिवारी]]
 
*[[आपके झूठे सहारों का भरम टूट गया / विनोद तिवारी]]
 
*[[रास्तों के घुमाव देख लिए / विनोद तिवारी]]
 
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*[[कुछ इस क़दर ग़ुबार भरे दिन हैं आजकल / विनोद तिवारी]]
 
*[[कुछ इस क़दर ग़ुबार भरे दिन हैं आजकल / विनोद तिवारी]]
 
*[[क्या करें और कहाँ जाएँ बताए कोई / विनोद तिवारी]]
 
*[[क्या करें और कहाँ जाएँ बताए कोई / विनोद तिवारी]]
*[[कभी तो जागेहगा वैताल देखते रहिए / विनोद तिवारी]]
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*[[कभी तो जागेगा वैताल देखते रहिए / विनोद तिवारी]]
 
*[[कह दो धन से बल से शोहरत हासिल करने वालों से / विनोद तिवारी]]
 
*[[कह दो धन से बल से शोहरत हासिल करने वालों से / विनोद तिवारी]]
 
*[[किताब खोले कभी यूँ ही सोचता हूँ मैं / विनोद तिवारी]]
 
*[[किताब खोले कभी यूँ ही सोचता हूँ मैं / विनोद तिवारी]]
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*[[दुनिया मस्त खिलौने पाकर हम सन्नाटा बुनते हैं / विनोद तिवारी]]
 
*[[दुनिया मस्त खिलौने पाकर हम सन्नाटा बुनते हैं / विनोद तिवारी]]
 
*[[कहीं भी लेश अपनापन नहीं है / विनोद तिवारी]]
 
*[[कहीं भी लेश अपनापन नहीं है / विनोद तिवारी]]
*[[गुलदस्तों में कुछ् कनेर के फूल बचे बीमारों से / विनोद तिवारी]]
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*[[गुलदस्तों में कुछ कनेर के फूल बचे बीमारों से / विनोद तिवारी]]
 
*[[किसी भी रात जब क़ाग़ज़-कलम उठाता हूँ / विनोद तिवारी]]
 
*[[किसी भी रात जब क़ाग़ज़-कलम उठाता हूँ / विनोद तिवारी]]
 
*[[मिला जो यान वो टूटा हुआ मिला मुझको / विनोद तिवारी]]
 
*[[मिला जो यान वो टूटा हुआ मिला मुझको / विनोद तिवारी]]

18:55, 6 जनवरी 2010 का अवतरण

दर्द बस्ती का
Dardbasteekaa 001.jpg
रचनाकार विनोद तिवारी
प्रकाशक नीलेश प्रकाशन,कृष्ण नगर,दिल्ली-५१
वर्ष १९८४
भाषा हिन्दी
विषय हिन्दी ग़ज़ल संकलन
विधा
पृष्ठ ८०
ISBN
विविध
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