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* [[तामीर हम ने की थी हमीं ने गिरा दिए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
* [[तामीर हम ने की थी हमीं ने गिरा दिए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
* [[ये दश्त को दमन कोह ओ कमर किस के लिए है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
* [[ये दश्त को दमन कोह ओ कमर किस के लिए है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [['मीर' कोई था 'मीरा' कोई लेकिन उनकी बात अलग / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तुम्हारे बाद भी रातें सजी हुई हैं यहाँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[भारी था जिसका बोझ वो लम्हा लिए फिरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ऐ हवाए-नग़मा मेरे जह्न के अंदर तो आ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बिछुड़ के ख़ुद से चला था कि मर गया इक शख़्स / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आख़िरी चेहरा समझकर ज़हन में रख लो मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[नाव बहाकर पानी में, मत काग़ज़ की तौक़ीर बहा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[फिर वही आवारगी है, फिर वही शर्मिंदगी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मुझे अपना तो क्या, मेरा पता देता नहीं कोई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गोशा-ए-उज़लत में चुप बैठे हुए अर्सा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सुबह का सूरज उगा, फिर क्या हुआ मत पूछिए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[क्यों हर तरफ़ धुआँ ही धुआँ है बता मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[शहर में तेरे वो भी मौसम ऐ दिल आने वाले हैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अब के भी यह रुत दिल को दुखाते हुए गुज़री / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अश्क पलकों पे उठा ले आऊँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[लुटा जो नगर था वफ़ा नाम का / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चेहरा सबका याद है लेकिन रिश्ता पीछे छूट गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[न चलने दूँ लहू में आँधियाँ अब / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[भूलकर भी अब न उस बुत को सरापा सोचना / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आदमी को बेवतन, घर को जज़ीरा मान लूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तू मेरी बेहिसाब माँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[टूटकर भी आइना अक्स-आशना है जाने-मन / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[घर के रोशनदानों में अब काले पर्दे लटका दे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चुन रहा हूँ, सुबह को अँगनाई में बैठा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अपने होने का हम एहसास दिलाने आए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[भरोसा उसे मेरी यारी का है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जागती आँखें देख के मेरी वापस सपना चला गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[फ़र्ज़ी सुख पर करके भरोसा खुद को हँसाया दिन-दिन भर / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[किन परबतों पे तेशा उठाए हुए हैं हम / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कहता है आज दिन में उजाला बहुत है यार / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आख़िरी गाडी़ गुज़रने की सदा भी आ गई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बस्ती-बस्ती देखता था कर्बला होते हुए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दो घड़ी को सोने वाले, कल के सपने भूल जा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गुमराही में कौन अब घर का पता देगा मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[फूल जो कल मुझमें खिलने थे, क़यासी हो गए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[क्या कहेगी कौन तन्हा छोड़कर आया उसे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ज़मीं-ज़मीं गुनाह है सजे हुए गुलाब से / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चुप थे बरगद, ख़ुश्क मौसम का गिला करते न थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अब तमाशा देखने वालों में हमसाया भी है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रूख पे भूली हुई पहचान का डर तो आया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रूख़ बदलते हिचकिचाते थे कि डर ऐसा भी था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वो रेगिस्तान ले जाते तो सागर छोड़ जाते थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सामने परबत भी हैं, कुछ लोग कहते आए थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वो जो पल ख़ाली हुआ, मर कर बसर मेरा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[देखा नहीं देखे हुए मंज़र के सिवा कुछ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
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13:04, 2 जुलाई 2013 का अवतरण

निश्तर ख़ानक़ाही
Nishtar-khanqahi.jpg
जन्म 1930
निधन 7 मार्च 2006
उपनाम
जन्म स्थान बिजनौर, उत्तर प्रदेश, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
मोम की बैसाखियाँ (1987), ग़ज़ल मैंने छेड़ी (1997), कैसे-कैसे लोग मिले (1998), फिर लहू रोशन हुआ (2007) मेरे लहू की आग (पाँचों ग़ज़ल-संग्रह) । धमकीबाज़ी के युग में (1995), दंगे क्यों और कैसे (1995), विश्व आतंकवाद : क्यों और कैसे (1997), चुने हुए ग्यारह एकांकी (1998), मानवाधिकार : दशा और दिशा (1998), ग़ज़ल और उसका व्याकरण (1999)।
विविध
जीवन परिचय
निश्तर ख़ानक़ाही / परिचय
कविता कोश पता
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फुटकर शेर

प्रतिनिधि रचनाएँ

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