भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"ओम प्रकाश नदीम" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→प्रतिनिधि रचनाएँ) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (→प्रतिनिधि रचनाएँ) |
||
पंक्ति 40: | पंक्ति 40: | ||
* [[हर तरफ़ रौशनी है सूरज की / ओम प्रकाश नदीम]] | * [[हर तरफ़ रौशनी है सूरज की / ओम प्रकाश नदीम]] | ||
* [[पहले मेरे सुर्खरूपन को खिजाएँ ले गईं / ओम प्रकाश नदीम]] | * [[पहले मेरे सुर्खरूपन को खिजाएँ ले गईं / ओम प्रकाश नदीम]] | ||
− | * [[अपने बचने के लिए कोई सहारा | + | * [[अपने बचने के लिए कोई सहारा ढूँढ़ लूँ / ओम प्रकाश नदीम]] |
* [[चारा नहीं था कोई ये झूटी दलील थी / ओम प्रकाश नदीम]] | * [[चारा नहीं था कोई ये झूटी दलील थी / ओम प्रकाश नदीम]] | ||
* [[सर जोड़ के बैठो कोई तदबीर निकालो / ओम प्रकाश नदीम]] | * [[सर जोड़ के बैठो कोई तदबीर निकालो / ओम प्रकाश नदीम]] |
15:13, 28 नवम्बर 2014 का अवतरण
ओम प्रकाश नदीम
जन्म | 26 नवम्बर 1956 |
---|---|
जन्म स्थान | फ़तेहपुर, उत्तरप्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
दिया ख़ामोश है (ग़ज़ल-संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
ओम प्रकाश नदीम / परिचय |
ग़ज़ल-संग्रह
प्रतिनिधि रचनाएँ
- आज सवेरे फिर से हमने उठते ही अख़बार पढ़ा / ओम प्रकाश नदीम
- गर्दिश में अगर मेरा सितारा नहीं होता / ओम प्रकाश नदीम
- जिसे जो चाहिए उसको वही नसीब नहीं / ओम प्रकाश नदीम
- उसका क्या वो दरिया था उसको बहना ही बहना था / ओम प्रकाश नदीम
- मुफ़लिस तो खड़े रह गए ईमान की सफ़ में / ओम प्रकाश नदीम
- किसी की चाह किसी जुस्तजू के चक्कर में / ओम प्रकाश नदीम
- जफ़ा की तेग़ से करके मेरे अरमान के टुकड़े / ओम प्रकाश नदीम
- हवा बन कर तुम्हारी ख़ुश्बू को फैला दिया हमने / ओम प्रकाश नदीम
- क्या कहा मुश्किल में राहत का नहीं होता वजूद / ओम प्रकाश नदीम
- तुम्हारा रुख़ बदल जाने से दिल में आस उग आई / ओम प्रकाश नदीम
- उसे पता ही नहीं रंज में ख़ुशी क्या है / ओम प्रकाश नदीम
- जो महल तामीर करते हैं कड़कती धूप में / ओम प्रकाश नदीम
- सलाम / ओम प्रकाश नदीम
- जड़ों तक हो असर पत्तों में जुम्बिश हो तो ऐसी हो / ओम प्रकाश नदीम
- आज नहीं तो कल बदलेंगे मौसम के हालात / ओम प्रकाश नदीम
- छान डाले उसने परदेसी गगन के रास्ते / ओम प्रकाश नदीम
- राह पुरखार है , लेकिन ये सफ़र करना है / ओम प्रकाश नदीम
- ये है ग़रीबों की बेवकूफ़ी,फलाँ की मिल्लत,फलाँ का मज़हब / ओम प्रकाश नदीम
- पहले बस ये था कि दिल में कुछ नज़र में और कुछ / ओम प्रकाश नदीम
- मज़लूम का जलाल है दुष्यन्त की ग़ज़ल / ओम प्रकाश नदीम
- परीशाँ हो गया दिल,ज़हन में अंजाम आते ही / ओम प्रकाश नदीम
- हर तरफ़ रौशनी है सूरज की / ओम प्रकाश नदीम
- पहले मेरे सुर्खरूपन को खिजाएँ ले गईं / ओम प्रकाश नदीम
- अपने बचने के लिए कोई सहारा ढूँढ़ लूँ / ओम प्रकाश नदीम
- चारा नहीं था कोई ये झूटी दलील थी / ओम प्रकाश नदीम
- सर जोड़ के बैठो कोई तदबीर निकालो / ओम प्रकाश नदीम
- कुछ समझ में नहीं आता कि मैं क्या-क्या हो जाऊँ / ओम प्रकाश नदीम
- कुछ देखा नहीं तूने बुराई के अलावा / ओम प्रकाश नदीम
- आँधियों में भी न चूके ज़ुल्म से लम्बे दरख़्त / ओम प्रकाश नदीम
- दिल साफ़ नहीं है मैं इबादत न करूँगा / ओम प्रकाश नदीम
- जब भी मिलो करता है वो फिर-फिर वही बातें / ओम प्रकाश नदीम
- जब तबीयत में क़नाअत थी तो ख़ुद्दारी भी थी / ओम प्रकाश नदीम
- ये रिश्ता हर सफ़र हर मोड़ पर हर बार मिलता है / ओम प्रकाश नदीम
- चराग़ की लौ में इन्किसारी, हवा के तेवर सिपाहियाना / ओम प्रकाश नदीम
- कभी नज़दीक आ जाना कभी कुछ दूर हो जाना / ओम प्रकाश नदीम
- दोस्ती पर कुछ तरस खाया करो / ओम प्रकाश नदीम
- कैसे तय हो कौन बुरा है किसका मस्लक अच्छा है / ओम प्रकाश नदीम
- ज़िक्र मत करना मेरी रुसवाई का / ओम प्रकाश नदीम
- अगर दौलत भी शामिल हो तो दौलत भी कमाती है / ओम प्रकाश नदीम
- कुदरत की बख्शी सौग़ात को ज़िन्दा रक्खेंगे / ओम प्रकाश नदीम
- बगैर छाँव के होता नहीं गुज़र उसका / ओम प्रकाश नदीम
- नज़र आते हैं जो जैसे वो सब वैसे नहीं होते / ओम प्रकाश नदीम
- हम उसूलों पर चले दुनिया में शोहरत हो गई / ओम प्रकाश नदीम
- सपने में गिरते देखे थे पक्के पक्के फल / ओम प्रकाश नदीम
- ये न समझो ऐसा वैसा वास्ता सूरज से है / ओम प्रकाश नदीम
- सामने से कुछ सवालों के उजाले पड़ गए / ओम प्रकाश नदीम
- नदी उल्टी बहाने पर तुले हैं / ओम प्रकाश नदीम
- जज़्ब होना है तो मिट्टी पे ठहरिए साहब / ओम प्रकाश नदीम