भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"रोशनी का कारवाँ / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 27: पंक्ति 27:
 
* [[अगर जाँ दोस्त ही ले ले तो दुश्मन की ज़रूरत क्या / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[अगर जाँ दोस्त ही ले ले तो दुश्मन की ज़रूरत क्या / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[रूप बदलकर एक टाँग पर खड़ा मगर है / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[रूप बदलकर एक टाँग पर खड़ा मगर है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दग़ाबाजों से धोखा और खाना क्या ज़रूरी है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[लगा है मेला मगर सब यहाँ अकेले हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बड़े होटल में जाकर चमचमाती शाम लिख लेना / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[वो आदमी  बेकार है यह बात भी सही / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बजर  बजता है तो उसको सुनायी कुछ नहीं देता / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[वेा अच्छा आदमी था आ गया बातों में वो कैसे / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[देश की धरती उगले सोना वो भी लिखो तरक़्क़ी में / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[भाषणों को खा रहे हैं, भाषणों को पी रहे  / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[रोज़ किसी की शील टूटती पुरूषोत्तम के कमरे में / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[भले जलसों में आकर के ज़बानें खूब चलती हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दूर से बातें करो अब वो विधायक है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[भैया जी को देखो कितना हँसकर मिलते हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ज़ुबाँ हो तो वो बोले, बेज़ुबाँ बोले मगर कैसे / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[देर से जाना उसे वो आदमी मक्कार है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बहुत तलाशा मैंने लेकिन मिला न कोई बेईमान / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[लौटता है कहाँ नेता चुनाव के बाद / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[मापदण्ड सब अलग-अलग हैं दुनिया बड़ी सयानी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[मैं जहाँ जाता हूँ मेरे साथ जाती है ग़रीबी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दुनिया में अपनी खुश मुझे रहना पसन्द है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[फ़ितरतों से दूर उसकी मुफ़लिसी अच्छी लगी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दरिया का हुस्न छोटे से क़तरे में देखिये / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[है वही दुनिया नये अंदाज़ में दिखने लगी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[अँधेरा जब मुक़द्दर बन के घर में बैठ जाता है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[उलझो तो बस उलझें रहो तमाम ज़िंदगी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[जिंदगी थोड़ी है बंधन बहुत ज्यादा / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ज़िन्दगी प्यार है लेकिन जो आप समझें तो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[जो कट गयी है ज़िंदगी मुड़कर उसे देखा नहीं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[सीपियों के नाम में सारा समंदर लिख गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[आज मौसम ने शरारत फिर किया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[मासूम गुल ने हँस के देखा तो तमाशा हो गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[आत्मा नीलाम करके कुछ भी पा लो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[अच्छा हुआ जो रंजो ग़म से दूर हो गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[अँधेरी सुंरगों में चलना कठिन है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[अपने दरपन से लड़ गया कोई / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[हँसो या ना हँसो मातम मुझे अच्छा नहीं लगता / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[क्या अच्छा, क्या बुरा सफ़र है चलना है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[उससे बातें करें पर वो ज़िंदा तो हो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[आसमान वो भले नहीं, पर मेरे सर की छतरी है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[नम मिट्टी पत्थर हो जाये ऐसा कभी न हो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बादलों का एक टुकड़ा आसमाँ में खो गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[धूल मिट्टी की चमक कागज पे रखकर देखता है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ख़ैर मनाओ झोपड़ियों में बच्चे ज़्यादा हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बेाझ धान का लेकर वो जब हौले-हौले चलती है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[मुझे तो आजकल अपनी ख़बर नहीं मिलती / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[गाँवों का उत्थान देखकर आया हूँ / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[इस मिट्टी को छूकर देखो गाँव दिखायी देगा / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[गाँव-गाँव हो गया भिखारी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दूर करो सब गिले व शिकवे अच्छी बात करो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[शाख़ों से जो तोड़ लिया फूलों का मज़ा गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[वेा हमको अच्छा लगता है हम उस पर प्यार लुटाते हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[हुस्न है तो अदा कहाँ जाये / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[मेरे साथ मेरे गुनाह थे और वो सितारों की रात थी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बुझे न प्यास तो फिर सामने नदी क्यों है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[हमने दिल जो दिया तो दिया कोई क़ीमत नहीं माँगते / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[थोड़ा-सा मुस्काने में क्यों इतनी देर लगा दी  / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[हाले दिल क्या सुनाऊँ तुझे वक़्त गुज़रा नहीं भूलता / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ज़िंदगी के सभी ग़म भुला दीजिए / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[मुझे साथ अपने जो ले चले मुझे उस जहाँ की तलाश है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ज़रा-सा मुस्कराये मुड़ गये इन्कार अच्छा है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दुश्मने जाँ सामने हो तो ख़ता अच्छी लगे / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दूर से आकर हमारा वो क़रीबी  हो गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दरपन ने जो चोट सही वो पत्थर क्या जाने / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[अगर उदास है वो तो कोई मजबूरी है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[और आगे क्या किया जाये बताओ रास्ता / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[जा तुझे भी मिले खुशी कोई / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[हम ख़ादिमे गुलशन जब ठहरे हमें फ़िक्रे गुलिस्ताँ क्या करना / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[गुज़र जाते हैं जो लम्हे वो केवल याद आते हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ग़ज़ल बड़ी कहो मगर सरल ज़बान रहे / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बड़े होकर वो बच्चे ज़िंदगी भर लड़खड़ाते हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[भावुकता के बिना शून्य जीवन लगता / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[ना अम्मा, ना बाबू, ना बचपन की खुशी हमारे पास / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[जाड़े की सुबहें थीं, घूप के गलीचे थे / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बहुत दिनों के बाद खिले दो फूल हमारे आँगन में / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[छोटा-सा नन्हा-सा बच्चा हाथ बढ़ाये छू ले चाँद / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[माँ हुई खुश तो मेरी तारीफ करने लग गयी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[वही गगन भी छूता है जिसका ज़मीन से नाता है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[हमें बेटा नहीं बनिये की पूँजी मानता है वो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[फ़ज़ा वो भी समझता है, फ़ज़ा हम भी समझते हैं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बहुत सुना था नाम मगर वो जन्नत जाने कहाँ गयी / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[केवल अपनी नहीं जगेसर सब की चिंता करता है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[अब तो किसी भी बात पर चौंकता कोई नहीं / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[नदी की धार मोड़ दो तो कोई बात बने / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[कुछ मेरा दीवानापन था, कुछ नसीब का चक्कर था / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[इन गलियों में चले चलो, बस कुछ मत सोचो / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[बाग़ वही, बुलबुल भी वही मगर फ़साना बदल गया / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[उधर हैं आधियाँ इधर चिराग़ जलता है / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[गुलाबों की नई क़िस्मों से वो खु़शबू नहीं आती / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[उड़ गये रंग हुए श्वेत हम / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[उधर देखा, कभी खु़द की तरफ़ देखा नहीं मैंने / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[दबे पाँवों से चलकर वक़्त हर लम्हा गुज़रता था / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[तमाशाई बने रहना मुझे अच्छा नहीं लगता / डी. एम. मिश्र]]
 +
* [[समन्दर की लहर पहचानता हूँ क्या करूँ लेकिन / डी. एम. मिश्र]]

15:42, 18 जुलाई 2017 के समय का अवतरण

रोशनी का कारवाँ
Roshani-ka-karwan.jpg
रचनाकार डी. एम. मिश्र
प्रकाशक नमन प्रकाशन, अंसारी रोड दरियागंज नई दिल्ली
वर्ष 2012
भाषा हिंदी
विषय ग़ज़ल संग्रह
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 112
ISBN 81 8129 354 1
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

रचनाएँ