भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हरापन नहीं टूटेगा. / रमेश रंजक
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:11, 13 अगस्त 2011 का अवतरण ("हरापन नहीं टूटेगा. / रमेश रंजक" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))
हरापन नहीं टूटेगा.
रचनाकार | रमेश रंजक |
---|---|
प्रकाशक | अक्षर प्रकाशन, 2/36, अंसारी रोड, दरियागंज, दिल्ली-110006 दिल्ली । |
वर्ष | 1974, प्रथम संस्करण । |
भाषा | हिन्दी |
विषय | गीत |
विधा | नवगीत |
पृष्ठ | 95 |
ISBN | |
विविध | 1969 से 1973 तक के नवगीत। कविता कोश के लिए कवि रमेश रंजक का यह दुर्लभ संग्रह कवि रमेश तैलंग ने उपलब्ध कराया। |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
सन् १९६९
- वे पल / रमेश रंजक
- अजगर के पाँव / रमेश रंजक
- बाँध कर इरादे / रमेश रंजक
- छाँह-द्वीप तुम ! / रमेश रंजक
- तीलियों का पुल / रमेश रंजक
- दिन अधमरा देखने / रमेश रंजक
- ताले नासूर के / रमेश रंजक
- सपने ! / रमेश रंजक
- दीपावली / रमेश रंजक
- वे दिन / रमेश रंजक
- लाँघ कर सिवाने / रमेश रंजक
- चुलबुली किरण / रमेश रंजक
- कनाट प्लेस : एक शाम / रमेश रंजक
- लौटते हुए / रमेश रंजक
- भ्रम ही था / रमेश रंजक
सन् १९७०
सन् १९७१
- दिन अकेले के / रमेश रंजक
- काँटे काम के / रमेश रंजक
- टूट गई दोस्ती / रमेश रंजक
- अब ज़रूरी नहीं / रमेश रंजक
- दूरियों के पास / रमेश रंजक
- दो शब्द थे हम / रमेश रंजक
- कभी-कभी / रमेश रंजक
- अन्तराल / रमेश रंजक
- वह आदमखोर है / रमेश रंजक
- पेड़ ! / रमेश रंजक
- एक ऊहापोह / रमेश रंजक
- समीकरण भी / रमेश रंजक
- २८ अगस्त ’७१ / रमेश रंजक
- खुरदुरे दिन / रमेश रंजक
- कैजुएल लेकर / रमेश रंजक
- मिट्टी खा गई उसको / रमेश रंजक
- एक बूँद की नदी / रमेश रंजक
- क्रमशः / रमेश रंजक
- कड़की का गीत / रमेश रंजक
- आते ही पहली तारीख़ / रमेश रंजक
- उतरते हुए / रमेश रंजक
- फूल होके / रमेश रंजक
- रविवारे मत आना / रमेश रंजक
सन् १९७२
- नदी सूख गई / रमेश रंजक
- बन्धु रे ! हम-तुम / रमेश रंजक
- इतने रंग न बाँधो / रमेश रंजक
- जीत गया आकाश / रमेश रंजक
- एक टुकड़ा मन / रमेश रंजक
- वे / रमेश रंजक
- हम तो... / रमेश रंजक
- संकल्प अनुज-सा / रमेश रंजक
- दिन जमाई-सा / रमेश रंजक
- दुःख / रमेश रंजक
- पेट के कहे / रमेश रंजक
- चाहता है जी / रमेश रंजक
- नौ बजे का सायरन / रमेश रंजक
- नहीं ही माना / रमेश रंजक
- वक़्त तलाशी लेगा / रमेश रंजक
सन् १९७३