थुँगा : वनफूलका / गीता त्रिपाठी
रचनाकार | गीता त्रिपाठी |
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प्रकाशक | गजलमञ्च |
वर्ष | सन् २००५ |
भाषा | नेपाली |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | ११८ |
ISBN | 9994633686 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- छातीभित्र मुटु हुन्छ / गीता त्रिपाठी
- पश्चिममा घाम डुब्यो / गीता त्रिपाठी
- वृन्दावनमा कृष्णको आसन / गीता त्रिपाठी
- कि दर्कियेास् पानी कि झुल्कियोस् घाम / गीता त्रिपाठी
- सूनैसूनको लङ्का हैन / गीता त्रिपाठी
- सुनेको त हल्लै न हो / गीता त्रिपाठी
- छाल उठ्यो त्रिशूलीमा / गीता त्रिपाठी
- हर साँझ तप्कीतप्की / गीता त्रिपाठी
- प्रकृतिको काखमाथि / गीता त्रिपाठी
- डरैडरको घरभित्र बन्दी भा'को बेला / गीता त्रिपाठी
- निष्ठुरीले झारेको फूललाई / गीता त्रिपाठी
- हिँड्नुपर्छ अप्ठ्यारोमा बाटो खोजीखोजी / गीता त्रिपाठी
- तिमी पग्ले / गीता त्रिपाठी
- फुल्न खोजेँ / गीता त्रिपाठी
- किन ठोस्छौ अँगेनामा / गीता त्रिपाठी
- खुलेको ओठ कैले / गीता त्रिपाठी
- आफ्नो लाग्छ / गीता त्रिपाठी
- दह हुँ म जमिदिन्छु / गीता त्रिपाठी
- आँखासँग आँखैले कुरा गरेपछि / गीता त्रिपाठी
- वर्षा महिना / गीता त्रिपाठी
- छनछन् छनछन् बोलिदिन्छ / गीता त्रिपाठी
- म त नदुखे झैँ हाँसिरहेँ / गीता त्रिपाठी
- फेवातालको पानीमा / गीता त्रिपाठी
- आवाज हुँ म एउटा / गीता त्रिपाठी
- तिमी हाँस्नू / गीता त्रिपाठी
- पर्खिबसेँ छुट्ने आशमा / गीता त्रिपाठी
- आऊ प्रिय एकछिन / गीता त्रिपाठी
- नमिलेको जुरेपछि / गीता त्रिपाठी
- दुखेछ मनको घाउ / गीता त्रिपाठी
- कोरी बसेँ एक्लै यहाँ / गीता त्रिपाठी
- यो जून निभेको राती / गीता त्रिपाठी
- दसैँ भयो नि / गीता त्रिपाठी
- मानिसको जीवनमा छैन किन मङ्गल / गीता त्रिपाठी
- हिउँदको घाम बनोस् / गीता त्रिपाठी
- दैव राजी भेट भयो / गीता त्रिपाठी
- घाम रून्छ कुहिरोभित्र अन्धकारमा बसी / गीता त्रिपाठी
- नशा पिई / गीता त्रिपाठी
- पानीजस्तो मन / गीता त्रिपाठी
- यो एक्लो यात्राबीचमा / गीता त्रिपाठी
- झस्किएर आधी रातमा आफैसँग तर्सन्छु / गीता त्रिपाठी
- सगरको चिसो पानी धूलोमाथि खस्दा / गीता त्रिपाठी
- कति दिन बिते कति रात ढले / गीता त्रिपाठी
- एकलासमा छायाँ पनि / गीता त्रिपाठी
- थाहै हुन्न दिन के हो ? / गीता त्रिपाठी
- कति जीवन्त छ / गीता त्रिपाठी
- यो साँझ बित्छ यसै / गीता त्रिपाठी
- म दुलही बनेर / गीता त्रिपाठी
- जात्रा थियो पलाञ्चोके भगवती थानमा / गीता त्रिपाठी
- पूर्वबाट घाम झुल्क्यो / गीता त्रिपाठी
- धुम्मिएको आकाश छ / गीता त्रिपाठी
- मीठो माया तिमीलाई / गीता त्रिपाठी
- किन बोल्छन् आँखाहरू / गीता त्रिपाठी
- मलाई ढाक्ने मेरो आकाश / गीता त्रिपाठी
- म पनि त मानिसै हुँ / गीता त्रिपाठी
- बाटो हिँड्दा धेरैथरी / गीता त्रिपाठी
- छुन खोजेँ किनारलाई / गीता त्रिपाठी
- मदहोश नशाले भरिएको साँझ / गीता त्रिपाठी
- सुनौलो रङ्को बिहानी छैन / गीता त्रिपाठी
- मेरो आफ्नो गीत / गीता त्रिपाठी
- भैलेनीमा कुरिबस्छु / गीता त्रिपाठी
- जूनतारा पछौरीमा / गीता त्रिपाठी
- माया पनि गाउँमा छुट्यो / गीता त्रिपाठी
- उनैलाई / गीता त्रिपाठी
- न्यानो थियो घरबारी / गीता त्रिपाठी
- स्वदेशी घाउ बोकी / गीता त्रिपाठी
- जून टेक्छ / गीता त्रिपाठी
- त्यसैले यो डुङ्गा तिमी नखियाऊ / गीता त्रिपाठी
- उनिरहन्छु धागो भरी / गीता त्रिपाठी
- जब पूर्णिमाको रात आउँछ / गीता त्रिपाठी
- सधैँ पाए हुन्थ्यो / गीता त्रिपाठी
- मलम दिने हातले / गीता त्रिपाठी
- कहिले लाग्छ / गीता त्रिपाठी
- माया बढ्यो झन् / गीता त्रिपाठी
- मेरो चाह / गीता त्रिपाठी
- तिमी को हौ ! / गीता त्रिपाठी
- रङ्गभन्दा पनि रङ्गीन / गीता त्रिपाठी
- भीडमा हराउने मन थिएन / गीता त्रिपाठी
- मायामा फुल्न चाहने फूल / गीता त्रिपाठी
- बाक्लिएछ आकाश / गीता त्रिपाठी
- यो कस्तो खुसी हो / गीता त्रिपाठी
- वसन्तको गरागरा / गीता त्रिपाठी
- हाँसिरहोस् सधैँभरि / गीता त्रिपाठी
- होस्टेमा हैंसे गरौँ / गीता त्रिपाठी
- उज्यालोको चाहनामै / गीता त्रिपाठी
- हेमन्तको सिरेठोमा / गीता त्रिपाठी
- सम्झिरन्छु मेरी प्रिय / गीता त्रिपाठी
- मान्यौ खोटो धन / गीता त्रिपाठी
- हाम्रो सूनको समय / गीता त्रिपाठी
- स्वदेशको सपना / गीता त्रिपाठी
- अप्ठ्येरा यी बाटाहरू / गीता त्रिपाठी
- देश दुख्यो / गीता त्रिपाठी
- हेर हाम्रो डाँडापाखा / गीता त्रिपाठी
- हाँसीहाँसी टाढा भयौ / गीता त्रिपाठी
- तिम्रो चाह / गीता त्रिपाठी
- तिम्रो वसन्तमा फुल्न / गीता त्रिपाठी
- एक बाजी रित्तिई भरिन चाहन्छु / गीता त्रिपाठी
- बुझ्नै सकिनँ / गीता त्रिपाठी