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*[[जीना है तो बदलते रहो मौसमों के साथ/ विनोद तिवारी]]
 
*[[जीना है तो बदलते रहो मौसमों के साथ/ विनोद तिवारी]]
 
*[[आँखें तो ढूँढती रहीं सपन-सपन-सपन / विनोद तिवारी]]
 
*[[आँखें तो ढूँढती रहीं सपन-सपन-सपन / विनोद तिवारी]]
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*[[कुछ चाल बाज़  ले उड़े पते ख़ुशियों से भरे ख़ज़ानों के / विनोद तिवारी]]
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*[[इस शहर में कुछ नई बातें हुई हैं / विनोद तिवारी]]
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*[[क़ीमतें चढ़ती गई हैं इस क़दर बाज़ार की / विनोद तिवारी]]
 
*[[इस शहर की हर गली में बस रहे बीमार लोग / विनोद तिवारी]]
 
*[[इस शहर की हर गली में बस रहे बीमार लोग / विनोद तिवारी]]
 
*[[ज़िंदगी जीने का कोई तो बहाना चाहिए / विनोद तिवारी]]
 
*[[ज़िंदगी जीने का कोई तो बहाना चाहिए / विनोद तिवारी]]
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*[[कह दो धन से बल से शोहरत हासिल करने वालों से / विनोद तिवारी]]
 
*[[कह दो धन से बल से शोहरत हासिल करने वालों से / विनोद तिवारी]]
 
*[[किताब खोले कभी यूँ ही सोचता हूँ मैं / विनोद तिवारी]]
 
*[[किताब खोले कभी यूँ ही सोचता हूँ मैं / विनोद तिवारी]]
*[[अब चलो मेहनतकशों के गीत गाएँ / विनोद तिवारी]]
 
 
*[[लिख गया नारे कोई दीवार पर / विनोद तिवारी]]
 
*[[लिख गया नारे कोई दीवार पर / विनोद तिवारी]]
 
*[[सुबह बनने चली दोपहर / विनोद तिवारी]]
 
*[[सुबह बनने चली दोपहर / विनोद तिवारी]]
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*[[रास्तों पर हर जगह परछाइयाँ बिखरी हुईं / विनोद तिवारी]]
 
*[[रास्तों पर हर जगह परछाइयाँ बिखरी हुईं / विनोद तिवारी]]
 
*[[हमारी क़ौम का इतिहास तो पुराना था / विनोद तिवारी]]
 
*[[हमारी क़ौम का इतिहास तो पुराना था / विनोद तिवारी]]
*[[अब चलो मेहनतकशों के गीत गाएँ/ विनोद तिवारी]]
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*[[अब चलो मेहनतकशों के गीत गाएँ / विनोद तिवारी]]
 
*[[लिख गया नारे कोई दीवार पर / विनोद तिवारी]]
 
*[[लिख गया नारे कोई दीवार पर / विनोद तिवारी]]
 
*[[ज़मीन पाँव तले आसमान सर पर है / विनोद तिवारी]]
 
*[[ज़मीन पाँव तले आसमान सर पर है / विनोद तिवारी]]
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*[[कामुकों का गाँव बेवा का शबाब / विनोद तिवारी]]
 
*[[कामुकों का गाँव बेवा का शबाब / विनोद तिवारी]]
 
*[[छा गए हैं आज फिर बादल घने  / विनोद तिवारी]]
 
*[[छा गए हैं आज फिर बादल घने  / विनोद तिवारी]]
*[[ज़मीन पाँव तले आसनमान सर पर है / विनोद तिवारी]]
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*[[ज़मीन पाँव तले आसमान सर पर है / विनोद तिवारी]]
 
*[[काम सब ठप है कारख़ानों में / विनोद तिवारी]]
 
*[[काम सब ठप है कारख़ानों में / विनोद तिवारी]]
 
*[[हर दिशा में घने कुहासे हैं / विनोद तिवारी]]
 
*[[हर दिशा में घने कुहासे हैं / विनोद तिवारी]]

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दर्द बस्ती का
Dardbasteekaa 001.jpg
रचनाकार विनोद तिवारी
प्रकाशक नीलेश प्रकाशन,कृष्ण नगर,दिल्ली-५१
वर्ष १९८४
भाषा हिन्दी
विषय हिन्दी ग़ज़ल संकलन
विधा
पृष्ठ ८०
ISBN
विविध
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