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रमा द्विवेदी
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रमा द्विवेदी
www.kavitakosh.org/ramadwivedi
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जन्म | 01 जुलाई 1953 |
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जन्म स्थान | ग्राम पाटनपुर, जिला हमीरपुर, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
रेत का समन्दर, दे दो आकाश (काव्य संग्रह, 2005) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
रमा द्विवेदी / परिचय | |
कविता कोश पता | |
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कविता-संग्रह
कविताएँ
- हर सांस बंदी है यहाँ / रमा द्विवेदी
- माँ के आँचल को / रमा द्विवेदी
- कैसे करें उल्लास / रमा द्विवेदी
- मुझको हरित बनाओ अब / रमा द्विवेदी
- प्यार के झरोखे न होते / रमा द्विवेदी
- वे हिमालय से भी बड़े / रमा द्विवेदी
- भूल हम पाते नहीं / रमा द्विवेदी
- कभी खुद मिटी है, मिटाई गई है / रमा द्विवेदी
- प्रेम जिजीविषा का विकास है / रमा द्विवेदी
- क्या खोया क्या पाया / रमा द्विवेदी
- अपना नहीं कोई है / रमा द्विवेदी
- कैसे लांघी मर्यादा / रमा द्विवेदी
- मैं हँसना चाहता हूँ / रमा द्विवेदी
- करती है पानी -पानी / रमा द्विवेदी
- अनुभूति / रमा द्विवेदी
- सत्य अपना अपना / रमा द्विवेदी
- तलाश / रमा द्विवेदी
- कब दर्द का संवेग उठा? / रमा द्विवेदी
- जीवन मूल्यों में विप्लव हो / रमा द्विवेदी
- उम्मीद का दिया जल रहा है / रमा द्विवेदी
- कुछ पल ठहर / रमा द्विवेदी
- बलिदान चाहिए / रमा द्विवेदी
- संवेदनाएं चुक गईं / रमा द्विवेदी
- चांद की सैर का ख्वाब / रमा द्विवेदी
- रिश्ते भी मुरझाते हैं / रमा द्विवेदी
- वटवृक्ष मत बनो / रमा द्विवेदी
- सरजमीं से मुखातिब न होती / रमा द्विवेदी
- खुद ही तकदीर बनानी होगी / रमा द्विवेदी
- हरियाली हर ले जाते हो / रमा द्विवेदी
- खतरा अस्तित्व का / रमा द्विवेदी
- पत्थर युग में / रमा द्विवेदी
- पीड़ा को विश्व का साम्राज्य दो / रमा द्विवेदी
- होली गीत / रमा द्विवेदी
- आधुनिक नारी के नाम / रमा द्विवेदी
- क्षणिकाएँ / रमा द्विवेदी
- हमें परजीवी लता नहीं बनना है / रमा द्विवेदी
- प्रेम में झूमों तुम ऐसे / रमा द्विवेदी
- क्यों मानते नहीं? / रमा द्विवेदी
- आसान नहीं / रमा द्विवेदी
- उसके जैसे / रमा द्विवेदी
- उड़ने की कोशिश / रमा द्विवेदी
- घर क्या-क्या नहीं होता? / रमा द्विवेदी
- कुछ मुक्तक (ज़िन्दगी पर) / रमा द्विवेदी
- चमचे का कमाल / रमा द्विवेदी
- जीवन का यह चलन / रमा द्विवेदी
- विचारों की असमानता / रमा द्विवेदी
- सभ्यता बंदी है / रमा द्विवेदी
- हम सबको है नशा / रमा द्विवेदी
- क़र्ज़ को यूँ चुकायेंगे / रमा द्विवेदी
- चाहो तो तुम बुलाओ / रमा द्विवेदी
- खुद को मिटाती चली गई / रमा द्विवेदी
- क्लोन मानव / रमा द्विवेदी
- विदेश में तड़पती हूँ / रमा द्विवेदी
- कुछ न जुटा पाईं नारियां? / रमा द्विवेदी
- पौरुष सिमट रहा है / रमा द्विवेदी
- हमसफ़र / रमा द्विवेदी
- रची बसी भारत की मिट्टी / रमा द्विवेदी
- संघर्षों की राह में / रमा द्विवेदी
- प्यार भी करते हो / रमा द्विवेदी
- हर ज़ाम छलकता है तेरे नाम / रमा द्विवेदी
- पत्थर-से गम सहते हैं / रमा द्विवेदी
- मानवता की कमी / रमा द्विवेदी
- आत्मीयता का मूल्य / रमा द्विवेदी
- न जाने कैसी आज़ादी / रमा द्विवेदी
- समझौता भाता नहीं / रमा द्विवेदी
- स्वयं ही रणचंडी बनना होगा/ रमा द्विवेदी
- तुम मेरे साथ रहो /रमा द्विवेदी
- यही शिकायत है /रमा द्विवेदी
- नींव का आधार यह जमीं/ रमा द्विवेदी
- वो प्यार न मिला /रमा द्विवेदी
- रंगा रंगीन गुलमोहर/रमा द्विवेदी
- ए.सी. लाय दईबो सजनवा/रमा द्विवेदी
- करो नवसृजन/रमा द्विवेदी
- प्रीत से नहाई है /रमा द्विवेदी
- सूर्य तुम इतने क्यों मगरूर हो /रमा द्विवेदी
- श्री गुरु ग्रन्थ साहिब/रमा द्विवेदी
- स्वागत तेरा नववर्ष /रमा द्विवेदी
- इक पौधा तो लगाइए /रमा द्विवेदी
- समझ लेना तुम /रमा द्विवेदी
- यहीं गोकुल यहीं वृन्दावन बन जाए /रमा द्विवेदी
- नववर्ष फिर आया है /रमा द्विवेदी
- झूमता आया है नया वर्ष फिर(2010)/रमा द्विवेदी
- यूँ न मिटाईए /रमा द्विवेदी
- हँसी ओठों पे लाते हैं /रमा द्विवेदी
- हमारा दम निकलता है /रमा द्विवेदी
- प्यार का इश्तहार नहीं करते /रमा द्विवेदी
- हर ख़्वाब तन्हा रह गए /रमा द्विवेदी
- दिल की दूरी नापने में../रमा द्विवेदी
- जहर की सुई /रमा द्विवेदी
- मन का मिलन/रमा द्विवेदी
- बेमौत मर गए हम/रमा द्विवेदी
- हर ग़म को पचा लेते हैं/रमा द्विवेदी
- इश्तहार कर दिया है/रमा द्विवेदी
- सरल सा समर्पण/रमा द्विवेदी
- खुदा को मनाने की/रमा द्विवेदी
- आया बसंत झूम के/रमा द्विवेदी
- ज़िन्दगी है खूबसूरत/रमा द्विवेदी
- भावनाएँ बर्फ़ बन गईं/रमा द्विवेदी
- गर्मी की ऋतु ऐसी/रमा द्विवेदी
- खुद को छुपा रहा है तू/रमा द्विवेदी
- दर्द का इलाज दर्द/रमा द्विवेदी
- विवशता/रमा द्विवेदी
- प्रकृति भी कितनी क्रूर है?/रमा द्विवेदी
- आखिर क्यों?/रमा द्विवेदी
- सृष्टि का आधार भी/रमा द्विवेदी
- गुरूर की कहानी/रमा द्विवेदी
- शून्य की यात्रा/रमा द्विवेदी
- सवाल ही सवाल/रमा द्विवेदी
- बेशुमार तन्हाईयां/रमा द्विवेदी
- धूप/रमा द्विवेदी
- अलविदा ज़िन्दगी/रमा द्विवेदी
- दे दो आकाश हमको/रमा द्विवेदी
- स्वर्ग यहीं है/रमा द्विवेदी
- परिभाषाएं अलग-अलग/रमा द्विवेदी
- तम को बाहर करना है/रमा द्विवेदी
- विदेश में अकेलापन/रमा द्विवेदी
- 'प्यार' संजो कर रखो/रमा द्विवेदी
- आह/दोस्ती(मुक्तक)/रमा द्विवेदी
- होली(मुक्तक)/रमा द्विवेदी
- प्रपंच और चापलूसी/रमा द्विवेदी
- कुछ यूँ ही/रमा द्विवेदी
- तुम्हीं न कर सके इकरार कभी/रमा द्विवेदी
क्षणिकाएँ
- " माया" श्रृंखला -१ /रमा द्विवेदी
- "माया" श्रृंखला -२ /रमा द्विवेदी
- " माया" श्रृंखला- ३ /रमा द्विवेदी
- " माया" श्रृंखला -४/रमा द्विवेदी
- "माया"श्रृंखला-५/रमा द्विवेदी
- “माया"-श्रृंखला-६/रमा द्विवेदी
- 'माया'श्रृंखला-७ /रमा द्विवेदी
- 'माया' श्रृंखला -८ /रमा द्विवेदी
- माया श्रृंखला-९/रमा द्विवेदी
- माया श्रृंखला-१०/रमा द्विवेदी
- `रेखाओं’ क्षणिकाएँ-1/रमा द्विवेदी
- `रेखाओं’ क्षणिकाएँ-2/रमा द्विवेदी
- `रेखाओं’ क्षणिकाएँ-3/रमा द्विवेदी
- "मजबूरी" क्षणिकाएँ-1/रमा द्विवेदी
- "मजबूरी" क्षणिकाएँ-2/रमा द्विवेदी
- `दहलीज' चित्र -१/रमा द्विवेदी
- `दहलीज' चित्र -२/रमा द्विवेदी
- `दहलीज' चित्र-३/रमा द्विवेदी
- `दहलीज' चित्र-४/रमा द्विवेदी
- `दहलीज' चित्र-५ /रमा द्विवेदी
- `मृत्यु' क्षणिकाएँ-1/रमा द्विवेदी
- `मृत्यु' क्षणिकाएँ-2/रमा द्विवेदी
- `गली' क्षणिकाएँ/रमा द्विवेदी
- क्षणिकाएँ-१/रमा द्विवेदी
- क्षणिकाएँ-२/रमा द्विवेदी
- 'मौन' क्षणिकाएँ/रमा द्विवेदी
- क्षणिकाएँ/रमा द्विवेदी
- कुछ क्षणिकाएँ( अमेरिका की प्रकृति पर)/रमा द्विवेदी
- कुछ रिश्तों के लिए (मुक्तक)/रमा द्विवेदी
हाइकु
- हाइकु-1 / रमा द्विवेदी
- हाइकु-2 / रमा द्विवेदी
- हाइकु-3 / रमा द्विवेदी
- होली (हाइकु) / रमा द्विवेदी
- माँ के ही इर्द-गिर्द (हाइकु) / रमा द्विवेदी
- ठण्ड की मारी(हाइकु) / रमा द्विवेदी
- सूर्य हुआ लापता(हाइकु) / रमा द्विवेदी
- दीये-सा जले (हाइकु) / रमा द्विवेदी
- सूरज भी दुबका (हाइकु) / रमा द्विवेदी
- जीने का ज़ज्बा (हाइकु) / रमा द्विवेदी
- ज्यूं पुरइन पात ( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- दंभ की आग ( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- नई उमंगें( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- खोने को हैं बेताब( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- जिस्म दुहरा( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- बच पाए कन्हैया( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- छलिया है वो( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- खारी हो गई ( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- शीत युद्ध है छिड़ा( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- शीतल छाँव देता( हाइकु) /रमा द्विवेदी
- वृद्धो की पीड़ा( हाइकु) /रमा द्विवेदी