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* [[डबडबाए नयन का पता चल गया / जहीर कुरैशी]]
 
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* [[दु:ख का मनोविज्ञान छुपाना मुश्किल है / जहीर कुरैशी]]
 
* [[दु:ख का मनोविज्ञान छुपाना मुश्किल है / जहीर कुरैशी]]
 
 
* [[तमाम जुल्मों को सहने के बाद होता है / जहीर कुरैशी]]
 
* [[तमाम जुल्मों को सहने के बाद होता है / जहीर कुरैशी]]
 
* [[मैंने चाहा बात करे वो फुलवारी की भाषा में / जहीर कुरैशी]]
 
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* [[धीर धरने की बात करते हैं / जहीर कुरैशी]]
 
* [[धीर धरने की बात करते हैं / जहीर कुरैशी]]
 
* [[घर से निकले सुबह, शाम को घर लौटे / जहीर कुरैशी]]
 
* [[घर से निकले सुबह, शाम को घर लौटे / जहीर कुरैशी]]
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* [[उनसे मिलने की आस बाकी है/ जहीर कुरैशी]]
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* [[हमारे बीच संशय बढ़ रहे हैं/ जहीर कुरैशी]]
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* [[कभी—कभी हमें ऐसे भी स्वप्न आते हैं/ जहीर कुरैशी]]
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* [[वे जो मातम नहीं जानते/ जहीर कुरैशी]]
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* [[घर के अंदर रही,घर के बाहर रही/ जहीर कुरैशी]]
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* [[यादें निकल के घर से न जाने किधर गईं / जहीर कुरैशी]]
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* [[औघड़ पर्वत के उलझे केशों में रस्ते ढूँढ लिए/ जहीर कुरैशी]]
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* [[कल्पना जिनकी यत्नहीन रही / जहीर कुरैशी]]
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* [[युद्ध करना कठिन हो गया/ जहीर कुरैशी]]
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* [[पीड़ा से रिश्ता पक्का कर जाता है / जहीर कुरैशी]]
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* [[हर समय माँ है दुआओं के करीब / जहीर कुरैशी]]
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* [[ये सच है—देह के बाहर भी देखना होगा / जहीर कुरैशी]]
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* [[जा रहे हो, मगर, लौटना / जहीर कुरैशी]]
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* [[मन के अंदर गुबार क्यों रखना / जहीर कुरैशी]]
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* [[प्यार लोगों ने जताया, उम्र भर / जहीर कुरैशी]]
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* [[हर समय द्वन्द्व चलते रहते हैं / जहीर कुरैशी]]
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* [[जो पुराना घाव था फिर से हरा होने लगा / जहीर कुरैशी]]
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* [[जन—कथाओं के नायक बनें / जहीर कुरैशी]]
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* [[हमें कहीं न कहीं यह गुमान रहना है / जहीर कुरैशी]]
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* [[वे मुश्किलों में भी हँसने की बात करते हैं / जहीर कुरैशी]]
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* [[मन में साहस काठी में बल ले कर आए हैं / जहीर कुरैशी]]
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* [[लोग अपने आप से भी युद्ध करने से डरे / जहीर कुरैशी]]
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* [[तुमसे होगा ये मिलना कभी / जहीर कुरैशी]]
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* [[रोज़ तूफान आकर डराते रहे/ जहीर कुरैशी]]
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* [[ऐसा जीना तो है सजा कोई / जहीर कुरैशी]]
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* [[द्वन्द्व को पार करना बड़ी बात है / जहीर कुरैशी]]
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* [[शिकार होते रहे हैं शिकार हैं अब तक / जहीर कुरैशी]]
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* [[फिर भी, पहुँचे नहीं धाम तक / जहीर कुरैशी]]
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* [[वो ठीक एक बजे रोज़ रात में निकले / जहीर कुरैशी]]
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* [[मन के अंदर बैठ गया है / जहीर कुरैशी]]
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* [[दिन में सौ बार आने लगा / जहीर कुरैशी]]
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* [[वे लोग धरती को अंबर के साथ जोड़ेंगे / जहीर कुरैशी]]
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* [[खुद-ब-खुद हो गए, आकाश के सपनों से अलग / जहीर कुरैशी]]
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* [[कुछ चुहल, कुछ हँसी हो गई / जहीर कुरैशी]]
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* [[जब तलक फूल के वंशधर शेष हैं / जहीर कुरैशी]]
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* [[कई ख़ुशबू भरी बातों से मिलकर / जहीर कुरैशी]]
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* [[एक,दो ,तीन के बाद में चार हो / जहीर कुरैशी]]
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* [[उसको घर लौट आना ही था / जहीर कुरैशी]]
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* [[जब तक चुप रहता है,वो आसान दिखाई देता है / जहीर कुरैशी]]
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* [[हवा से, पेड़ से या आदमी से / जहीर कुरैशी]]
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* [[और भी खुश लुटेरे हुए / जहीर कुरैशी]]
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* [[सपनों में भी दृश्य ये पाया जाता है / जहीर कुरैशी]]
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* [[बाज के हमले निरंतर हो गए / जहीर कुरैशी]]
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* [[न बदले मन से, सतह पर जरूर बदलेगा / जहीर कुरैशी]]
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* [[कूप-मण्डुक घर में रहे / जहीर कुरैशी]]
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* [[धड़कता रहता है दिल साँस चलती रहती है / जहीर कुरैशी]]
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* [[जिसको चाहा उसी के साथ रहे / जहीर कुरैशी]]
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* [[तीर कुछ इस तरह चलाते हैं / जहीर कुरैशी]]
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* [[भीड़ में सबसे अलग,सबसे जुदा चलता रहा / जहीर कुरैशी]]

00:27, 18 दिसम्बर 2008 के समय का अवतरण


भीड़ में सबसे अलग
Bheed mein sabse alag.jpg
रचनाकार जहीर कुरैशी
प्रकाशक मेधा बुक्स, एक्स-11, नवीन शाहदरा, दिल्ली-110032
वर्ष 2003
भाषा हिन्दी
विषय ग़ज़ल संग्रह
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 112
ISBN 81-8166-008-O
विविध
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