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"दीवाने-ग़ालिब / ग़ालिब" के अवतरणों में अंतर

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* [[ग़ैर ले महफ़िल में बोसे जाम के / ग़ालिब]]
 
* [[ग़ैर ले महफ़िल में बोसे जाम के / ग़ालिब]]
 
* [[फिर इस अन्दाज़ से बहार आई / ग़ालिब]]
 
* [[फिर इस अन्दाज़ से बहार आई / ग़ालिब]]
* [[तग़ाफ़ुल-दोस्त हूं मेरा दिमाग़-इज्ज़ आ़ली है / ग़ालिब]]
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* [[तग़ाफ़ुल-दोस्त हूँ मेरा दिमाग़-ए-अ़ज्ज़ आ़ली है / ग़ालिब]]
 
* [[कब वो सुनता है कहानी मेरी / ग़ालिब]]
 
* [[कब वो सुनता है कहानी मेरी / ग़ालिब]]
* [[गुलशन की तेरी सोहबत अज़ बस कि पसंद आई है / ग़ालिब]]
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* [[गुलशन की तेरी सोहबत अज़-बसकि ख़ुश आई है / ग़ालिब]]
 
* [[जिस जख़्म की हो सकती हो तदबीर रफ़ू की / ग़ालिब]]
 
* [[जिस जख़्म की हो सकती हो तदबीर रफ़ू की / ग़ालिब]]
* [[सीमाब पुश्त-ए-गर्मी-ए-आईना दे कि हम / ग़ालिब]]
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* [[सीमाब पुश्त-ए-गर्मी-ए-आईना दे हैं, हम / ग़ालिब]]
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* [[हैं वस्ल-ओ-हिज़र आ़लम-ए-तमकीन-ओ-ज़ब्त में / ग़ालिब]]
 
* [[चाहिये अच्छों को जितना चाहिये / ग़ालिब]]
 
* [[चाहिये अच्छों को जितना चाहिये / ग़ालिब]]
* [[हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है / ग़ालिब]]
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* [[हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमाया मुझ से / ग़ालिब]]
 
* [[नुक्ताचीं है ग़म-ए-दिल उस को सुनाये न बने / ग़ालिब]]
 
* [[नुक्ताचीं है ग़म-ए-दिल उस को सुनाये न बने / ग़ालिब]]
 
* [[चाक की ख़्वाहिश / ग़ालिब]]
 
* [[चाक की ख़्वाहिश / ग़ालिब]]
 
* [[वो आके ख़्वाब में तस्कीन-ए-इज़्तिराब तो दे / ग़ालिब]]
 
* [[वो आके ख़्वाब में तस्कीन-ए-इज़्तिराब तो दे / ग़ालिब]]
* [[ख़तर है, रिश्ता-ए-उलफ़त / ग़ालिब]]
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* [[ख़तर है, रिश्ता-ए-उल्फ़त / ग़ालिब]]
 
* [[फ़रियाद की कोई लै नहीं है / ग़ालिब]]
 
* [[फ़रियाद की कोई लै नहीं है / ग़ालिब]]
 
* [[न पूछ नुस्ख़ा-ए-मरहम जराहते दिल का / ग़ालिब]]
 
* [[न पूछ नुस्ख़ा-ए-मरहम जराहते दिल का / ग़ालिब]]
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* [[हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाइश पे दम निकले / ग़ालिब]]
 
* [[हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाइश पे दम निकले / ग़ालिब]]
 
* [[हूँ मैं भी तमाशाई-ए-नैरंग-ए-तमन्ना / ग़ालिब]]
 
* [[हूँ मैं भी तमाशाई-ए-नैरंग-ए-तमन्ना / ग़ालिब]]
* [[ख़ामोशियों में तमाशा, अदा निकलती है / ग़ालिब]]
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* [[ख़मोशियों में तमाशा, अदा निकलती है / ग़ालिब]]
 
* [[जिस जा नसीम शाना-कश-ए ज़ुल्फ़-ए-यार है / ग़ालिब]]
 
* [[जिस जा नसीम शाना-कश-ए ज़ुल्फ़-ए-यार है / ग़ालिब]]
 
* [[आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे / ग़ालिब]]
 
* [[आईना क्यूँ न दूँ कि तमाशा कहें जिसे / ग़ालिब]]

20:09, 9 मार्च 2010 का अवतरण

दीवान-ए-ग़ालिब
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रचनाकार ग़ालिब
प्रकाशक हिन्द पॉकेट बुक्स (प्रा.) लिमिटेड, जी.टी. रोड दिलशाद गार्डन, शाहदरा, दिल्ली - 110095
वर्ष 1994
भाषा हिन्दी
विषय ग़ज़लें, रुबाईयां
विधा
पृष्ठ 159
ISBN
विविध
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