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शरशय्या / बुद्धिधारी सिंह 'रमाकर'

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शरशय्या
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रचनाकार बुद्धिधारी सिंह 'रमाकर'
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विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

पहिल सर्ग

(मंगलाचरण)

(भीष्मक जन्म तथा शिक्षा)

(भीष्म प्रतिज्ञा)

दोसर सर्ग

(भीष्मक पिताक वृत्तान्त)

(राज्याधिकार)

(राज्यग्रहणक आग्रह तथा त्याग)

(कोरव-पाण्डव)

(युद्ध)

(कृष्णक प्रतिज्ञा भंग)

(शरशय्या)

(संध्याकालमे विशिष्ट पुरुषक आगमन)

तेसर सर्ग

(महाभारतक अनन्तर युधिष्ठिरक स्थिति)

(पितामहसँ उपदेश)