{{KKShayar}}
====प्रतिनिधि रचनाएँ====
* [[ वो जुदा हो के रह न पाया है / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[माँ यशोदा का जो दुलारा था / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[जब कभी मिला करो / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[मेहनत से तू यारी रख / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[दास्ताँ सुनो यारो लामकाँ मकीनों की / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[अनल में प्रीत की जलने दिया कब / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[गया, जाते जाते ख़ला दे गया / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[रस्मन हैं साथ-साथ, वो चाहत नहीं है अब / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[तेरे द्वारे आऊँ माँ / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[उर्दू है मेरी जान, अभी सीख रहा हूँ / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[अभावों से ग्रसित ये बस्तियाँ हैं / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[बेवफ़ाई का सिला भी जो वफ़ा देते हैं / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[कल जो कहते रहे आएंगे न जाने वाले / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[ख़ुशी हो तो घर उनके हम कभी जाया नहीं करते / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[सर्द रातों में भी काँपते काँपते / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[बदलें मौसम, बदलें हम / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[बेकार है फ़ितूर दिले-बेक़रार में / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[लोकप्रिय साहित्य को जब हम समर्पित हो गये / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[काश! इक बार मिल सकूँ उससे / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[कुछ को तो शबो-रोज़ कमाने की पड़ी है / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[आँसुओं से अपना दामन तर-बतर होने के बाद / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[पहले तो बिगड़े समाँ पर बोलना है / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[है आदि काल से मानव का आचरण मित्रो / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[चुप कहाँ रहना, कहाँ पर बोलना है / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[बात हक़ की हो तो क्यों चन्द मकाँ तक पहुँचे / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[फिर से शहनाइयाँ, शामियाने में हैं / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[अंजान हैं, इक दूजे से पहचान करेंगे / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[वह सताता है दूर जा जा कर / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[हवा के दोश पे किस गुलबदन की ख़ुशबू है / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[दिलों में फिर वो पहली सी, मोहब्बत हो अगर पैदा / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[उफ़! मिटा पाए न उसकी याद अपने दिल से हम / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]* [[चाहते हैं है अब भुला दें , उसको अपने दिल से हम / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[आँखों ने कह दिया जो कभी कह न पाए लब / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[खाक़ में मिल गए हम अगर देखिए / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]