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श्रेणी:बघेली रचना
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कविता कोश में बघेली रचनाएँ
"बघेली रचना" श्रेणी में पृष्ठ
इस श्रेणी में निम्नलिखित 115 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 115
अ
अंगने मोरे नीम लहरिया लेय / बघेली
अंटरियै चढ़ि चला हो दरवाजा / बघेली
अरि ये हां राम लंकै गे / बघेली
अरे आवइंकहिन ते सावन मा / बघेली
अरे उअत जोन्हैया बुड़त शुकवा / बघेली
अरे कच्ची सुपारी मां / बघेली
अरे कुंअना तौ संतन की / बघेली
अरे पीपर पात सहज डोलै / बघेली
अरे लम्बे देशवा महराज हो / बघेली
आ
आंचर छोरि अंटारी मां चढ़ि / बघेली
आजु बना हैं बनरी के नगर मा / बघेली
आवत दिख्यों दूरि से / बघेली
उ
उड़ि जातिउ सोना चिरैया / बघेली
उतरत सावन लागत भादौं / बघेली
ऊ
ऊंच ओसरवा नवा घर / बघेली
ऊंच चउरवा चौखुट बाबा / बघेली
ऊंची अटारी का बैठक हो / बघेली
ऊंची अटारी बरें दिअना / बघेली
ऊंची टिकुरिया मां लागी बजार / बघेली
ऊंची टिकुरिया सोहगिया के बगिया / बघेली
ऊपर बदरा घहरायं रे / बघेली
ए
एक अमरहियां एक आमा / बघेली
एक पेड़ काशी मा जामा हो / बघेली
एतनी देर तोही सुमिर्यों शारदा / बघेली
क
कउन दिशा से ओनई बदरिया / बघेली
कउन रंग मुंगवा कउन रंग मोतिया / बघेली
कउन सिंह की थेरिया / बघेली
कटारिया दै देत्या हो / बघेली
कमल नयन जबसे गये / बघेली
कहना रे सोन उपजै / बघेली
का देखि मछरी लोरिया करत है / बघेली
काटे कुटे पान लयाये / बघेली
कारै पिअर घुनघुनवा / बघेली
काहे का सेयों हरदी का बिरवा / बघेली
कुंअना पै पानी भरै लिलिया वाली / बघेली
कोउ सखिया रसिया देअ हो बताय / बघेली
ख
खबर मोरी लेतै रह्या हो / बघेली
खैरा सुपारी लौंग कारी / बघेली
ग
गलता कै लहंगा रेशम की डोर / बघेली
ग आगे.
गुलाब कैसेन फूल हमें / बघेली
गोकुल मां बूड़े कन्हैया / बघेली
गोविन्दगढ़ का अजब तलावा / बघेली
घ
घट छोड़ दे तिलंगवा भरौ गगरी / बघेली
च
चलना-चलना सब कोउ कहैं हो / बघेली
चिरई रे सोबई चुनगुन रे / बघेली
ज
जैसे सेघौरी मां सेन्दुर / बघेली
जोगिनि लट धोइ डारा हो / बघेली
जोहार-जोहार गंगा / बघेली
जौ रे हथिनिया मां हउदा कसा है / बघेली
जौने दिना राम जनमे में हैं / बघेली
झ
झलरिया मोरी उलरू झलरिया / बघेली
झुलनिया तौ गौरा के सोहै हौ / बघेली
ड
डोरी डार दे महल चढ़ि आवै / बघेली
त
तेल लगावै नरिआर का / बघेली
द
दइ टटिया निकरि चला हो / बघेली
दधि मथत जसोदा झूमि झूमि / बघेली
दरश की तौ बेरा भई हो / बघेली
दाबे दौरिया जातीं हो नदिया / बघेली
ध
धनि शिव मुरति तोरि / बघेली
न
नई आई नारि खेलइ होरी / बघेली
नई आयी गोलिनिया दधि / बघेली
नजरिया जोरे जुरै चित फोरे / बघेली
नम्बू लगायो चहकने का / बघेली
निदरिया तोही बेची जो / बघेली
प
पनही पहिरि चमाचम चन्दा / बघेली
पहिली भंवरि फिरि आयउं बाबा / बघेली
पाँच बधनवा कै टटिया बंधावा हो / बघेली
पान का पठयों दुलहे दुलेरूआ / बघेली
फ
फाग रचै बनवारी हो ब्रज मां / बघेली
ब
बइकल भये कन्हैया हर गे ज्ञान तुम्हार / बघेली
बखरी तो भली बनवाया / बघेली
बनरा के सिर सेहरा / बघेली
बनवा मां बैठी है सिता / बघेली
बना सोवइं अंटारी लगावा सखी / बघेली
बनि आये बनवारी बैदराज / बघेली
बरा तरी झूलनि मैं गयउं / बघेली
बहियन मा गनेश जिभियन मां / बघेली
बाल सोना तोहि मैं पालेउं / बघेली
ब आगे.
बिछुवा तौ बाजइ रून झुन / बघेली
बेगि करा तैयार बनरा / बघेली
भ
भइउं न ब्रज केर मोरा / बघेली
भइसासुर की अमिली रे / बघेली
भैसी निकरी भंवरकली से / बघेली
म
मचियन बैठीं सुभद्रा / बघेली
मछरिया साबुन लै गै धोबिया / बघेली
मथुरा मा लागी एक बजरिया / बघेली
महाराजा हो खोला केमार / बघेली
माघै केरी दुइजिया तौ / बघेली
मालिनि तोरी चाल सालैइ करेजा मोरे / बघेली
मैं खेरे कै दुबिया मोरे साजन / बघेली
मोतिया का बिरझै दुलेरूआ / बघेली
य
ये केरा के पात सुहावन / बघेली
ये चन्दा बरन उजियारी / बघेली
र
राजा करन एक दानी रे उपजा / बघेली
राजा बना बेगि चले आवा / बघेली
ल
लपकि कै मारौ गुलेल तोरे पागा / बघेली
लाल मोरी गगरी उतारा / बघेली
लाला खोला-खोला केमरिया हो / बघेली
लै ले चहचिन्दा दै दे जवा / बघेली
लौंग मिरिच केर बिरवा / बघेली
श
शैला मा शैला जुरै ना / बघेली
स
संमला मोरी गली व्है के आव / बघेली
सच्ची बोली बोल्या बघेले के मैना / बघेली
सदाभवानी दाहिनी / बघेली
ससुर घर नीका लागै हो / बघेली
साजन केर अवन्ती सुनि कै / बघेली
साजा सिहाती मैं रहेउं मोरे लालन / बघेली
सात बहिनिया है देविया शारदा / बघेली
सावन लागो रे मन भावन / बघेली
सिकिया कै डड़िया सजावा / बघेली
सुन्दर फूल गुलाब का रे / बघेली
सुरति रहे तो सुअना ले गा / बघेली
सोवत नींद उचिट गै / बघेली
ह
हरिअर पात करौदा हरी / बघेली
हरे-हरे पर्वत सुअना नेउत / बघेली