भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
फुर्सत में आज / आनंद कुमार द्विवेदी
Kavita Kosh से
Anupama Pathak (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:31, 17 जून 2017 का अवतरण
फुर्सत में आज
रचनाकार | आनंद कुमार द्विवेदी |
---|---|
प्रकाशक | बोधि प्रकाशन, जयपुर |
वर्ष | 2013 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | ग़ज़ल |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- एक हद हो जहाँ... / आनंद कुमार द्विवेदी
- जल है तो अब प्यास नहीं / आनंद कुमार द्विवेदी
- आनंद मजहबों में सुकूँ मत तलाश कर / आनंद कुमार द्विवेदी
- कीमतों का मुद्दआ भर रह गया / आनंद कुमार द्विवेदी
- आदमी मैं आम हूँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- अब न यारी रही न यार रहा / आनंद कुमार द्विवेदी
- गैर को गैर समझ / आनंद कुमार द्विवेदी
- डर लग रहा है दोस्तों का प्यार देख कर / आनंद कुमार द्विवेदी
- कोई आवाज़ न आये तो खुशी / आनंद कुमार द्विवेदी
- कब यहाँ दर्द का हाल समझा गया / आनंद कुमार द्विवेदी
- आनंद मिल ही जाएगा वो पास ही तो है / आनंद कुमार द्विवेदी
- जंग ये जारी नहीं तो और क्या है दोस्तों / आनंद कुमार द्विवेदी
- रास्ते तो न मिटाए कोई / आनंद कुमार द्विवेदी
- अपने से दूर तुझको किधर ढूंढ रहा हूँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- जाने कैसा रोग लगा है सूरज चाँद सितारों को / आनंद कुमार द्विवेदी
- सुनते सुनते ऊब गए हैं किस्से लोग बहारों के / आनंद कुमार द्विवेदी
- इसमें क्या दिल टूटने की बात है / आनंद कुमार द्विवेदी
- अज़ीब शख्स था अपना बना के छोड़ गया / आनंद कुमार द्विवेदी
- फ़ुरसत में आज सारे ज़माने का शुक्रिया / आनंद कुमार द्विवेदी
- आओ आनंद वहीं चल के बसें / आनंद कुमार द्विवेदी
- दुनिया मुझको पागल समझे / आनंद कुमार द्विवेदी
- बाड़ ही खेत को जब खा गयी धीरे-धीरे / आनंद कुमार द्विवेदी
- जब भी मिलता है बहारों से मिला देता है / आनंद कुमार द्विवेदी
- बदलाव चाहते हैं तो बदलाव कीजिये / आनंद कुमार द्विवेदी
- ये दिलों की आग़ है दुनिया जला सकते हो तुम / आनंद कुमार द्विवेदी
- अन्ना बाबा को भी अब भगवान होने दीजिए / आनंद कुमार द्विवेदी
- यकीन मानिये दुनिया मुझे भी समझेगी / आनंद कुमार द्विवेदी
- फिर न इसी शब की सहर हो / आनंद कुमार द्विवेदी
- उसे रब न कहूँ तो भी / आनंद कुमार द्विवेदी
- पर हाय ये जम्हूरियत ही खा गयी मुझे / आनंद कुमार द्विवेदी
- आजकल हर साँस ही उसकी बयानी हो गयी / आनंद कुमार द्विवेदी
- आखिरी खत जला रहा हूँ मैं / आनंद कुमार द्विवेदी
- जब भी किसी के प्यार में होती हैं लड़कियाँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- कौन याद रक्खे उम्र भर / आनंद कुमार द्विवेदी
- ऐसे ही नहीं आग़ लगाते रहे हैं लोग / आनंद कुमार द्विवेदी
- इक जिस्म रह गया हूँ महज़ दिल नहीं रहा / आनंद कुमार द्विवेदी
- दो चार रोज़ ही तो मैं तेरे शहर का था / आनंद कुमार द्विवेदी
- मैं जिंदगी की चोट का ताज़ा निशान हूँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- सर पर तमाम उम्र का बोझा न लाइए / आनंद कुमार द्विवेदी
- अब क्या जबाब दें / आनंद कुमार द्विवेदी
- क्या क्या रंग दिखायेगा / आनंद कुमार द्विवेदी
- बेवजह आँख भर गयी फिर से / आनंद कुमार द्विवेदी
- मेरे साथ हमेशा सब की चल जाती मनमानी है / आनंद कुमार द्विवेदी
- मैं यही सोंच कर बाज़ार तक आ पहुंचा हूँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- जिंदगी की दास्ताँ बस दास्ताँ-ए-गम नहीं / आनंद कुमार द्विवेदी
- आ जिंदगी तू आज मेरा कर हिसाब कर / आनंद कुमार द्विवेदी
- इतना काफ़ी है एक उम्र बिताने के लिये / आनंद कुमार द्विवेदी
- मैं मोहब्बत का चलन क्यों भूलूं / आनंद कुमार द्विवेदी
- हर साँस तेरा नाम लिये जा रहा हूँ मैं / आनंद कुमार द्विवेदी
- फिर वही दिन आ गए फिर गुनगुनाना आ गया / आनंद कुमार द्विवेदी
- इतना कुछ दे डाला है / आनंद कुमार द्विवेदी
- मुझे रस्सी पे चलने का तज़ुर्बा तो नहीं लेकिन / आनंद कुमार द्विवेदी
- चिराग़ बनके कोई राह दिखाता है मुझे / आनंद कुमार द्विवेदी
- समंदर उबल न जाए कहीं / आनंद कुमार द्विवेदी
- रस्मे-उल्फत निभा के देख लिया / आनंद कुमार द्विवेदी
- उनसे भी मेरा प्यार छुपाया न जाएगा / आनंद कुमार द्विवेदी
- कितनी मुश्किल से मिला है यार का कूचा मुझे / आनंद कुमार द्विवेदी
- उसने सब लाज़बाब भेजा है / आनंद कुमार द्विवेदी
- मेरी बस्ती से अंधेरों भागो / आनंद कुमार द्विवेदी
- तुमने फिर से वहीं मारा है ज़माने वालों / आनंद कुमार द्विवेदी
- प्यार छुपाना मुश्किल है / आनंद कुमार द्विवेदी
- पता ही नहीं चला / आनंद कुमार द्विवेदी
- एक बार होना चाहिए / आनंद कुमार द्विवेदी
- मुझको वादे कुछ मिले थे मैंने पाया और कुछ / आनंद कुमार द्विवेदी
- मुस्कराओ तो दर्द होता है / आनंद कुमार द्विवेदी
- ढंग से मिलता भी नहीं और बिछुड़ता भी नहीं / आनंद कुमार द्विवेदी
- सोच समझ कर करना / आनंद कुमार द्विवेदी
- कोई शिकवा ही नहीं उसको मुकद्दर के लिये / आनंद कुमार द्विवेदी
- खत लिख रहा हूँ तुमको / आनंद कुमार द्विवेदी
- रह-रह के अपनी हद से गुजरने लगा हूँ मैं / आनंद कुमार द्विवेदी
- वादा कर लूँगा मगर साफ़ मुक़र जाऊँगा / आनंद कुमार द्विवेदी
- इन प्यार की बातों से / आनंद कुमार द्विवेदी
- मुझको अक्सर भड़काते हैं ये सपने / आनंद कुमार द्विवेदी
- मुझे आनंद होना था / आनंद कुमार द्विवेदी
- खुद जली दिल जला गयी होली / आनंद कुमार द्विवेदी
- वक्त का हालात का मैं हर तमाचा सह गया / आनंद कुमार द्विवेदी
- दर्द पन्नों पे उतारा किया मैं रातों को / आनंद कुमार द्विवेदी
- मैं ही मिला हूँ उससे गुनाहगार की तरह / आनंद कुमार द्विवेदी
- आजतक नहीं मिला है मुझे / आनंद कुमार द्विवेदी
- लोग उकता गए / आनंद कुमार द्विवेदी
- एक आनंद वहाँ भी है जहाँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- हमसे पूछिए / आनंद कुमार द्विवेदी
- प्यार क्या करूँ / आनंद कुमार द्विवेदी
- वो नहीं था मैं / आनंद कुमार द्विवेदी
- मैं खबरदार न होता तो भला क्या होता / आनंद कुमार द्विवेदी
- काश तुम होते / आनंद कुमार द्विवेदी
- खुदा भला करे इनके खरीददारों का / आनंद कुमार द्विवेदी
- किसी ग़रीब की आँखों में झांककर देखो / आनंद कुमार द्विवेदी
- यहाँ हर इंसान से लिपटी हुई तन्हाइयां / आनंद कुमार द्विवेदी
- प्यार औ सरकार दोनों की रवायत एक है / आनंद कुमार द्विवेदी
- भला शख्स कब का खुदा हो गया / आनंद कुमार द्विवेदी
- आना-पाई हिसाब आया है / आनंद कुमार द्विवेदी
- लाठियाँ खा-खा के बच्चों ने / आनंद कुमार द्विवेदी
- अमन की बातें न कर तू / आनंद कुमार द्विवेदी