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* [[शाख़-ए-बदन को ताज़ा फूल निशानी दे / परवीन शाकिर]]  
 
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* [[मौज़-ए-बहम हुईं तो किनारा नहीं रहा / परवीन शाकिर]]  
 
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* [[कैसा सबात है कि रवानी साथ है / परवीन शाकिर]]
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* [[कैसा सबात है कि रवानी भी साथ है / परवीन शाकिर]]
 
* [[उम्र का भरोसा क्या पल का साथ हो जाए  / परवीन शाकिर]]
 
* [[उम्र का भरोसा क्या पल का साथ हो जाए  / परवीन शाकिर]]
 
* [[कहाँ से आती किरण ज़िंदगी के ज़िन्दाँ  में  / परवीन शाकिर]]
 
* [[कहाँ से आती किरण ज़िंदगी के ज़िन्दाँ  में  / परवीन शाकिर]]

21:39, 30 जनवरी 2010 का अवतरण

खुली आँखों में सपना
Khuli aankho.jpg
रचनाकार परवीन शाकिर
प्रकाशक डायमण्ड पॉकेट बुक्स, नई दिल्ली
वर्ष 2005
भाषा हिंदी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 173
ISBN 81-288-0868-0
विविध
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