भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ग़ज़ल संचयन / डी. एम. मिश्र" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 101: पंक्ति 101:
 
* [[मैं शोला तो नहीं फिर भी हूँ इक नन्हीं-सी चिन्गारी / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[मैं शोला तो नहीं फिर भी हूँ इक नन्हीं-सी चिन्गारी / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[टूट कर जाता बिखर गर हौसला होता नहीं / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[टूट कर जाता बिखर गर हौसला होता नहीं / डी. एम. मिश्र]]
* [[दिल से जो लफ़्ज निकले उसे प्यार बना देना / डी. एम. मिश्र]
+
* [[दिल से जो लफ़्ज निकले उसे प्यार बना देना / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[जिसे कोई आसक्ति न हो मैं उस फ़क़ीर से डरता हूँ / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[जिसे कोई आसक्ति न हो मैं उस फ़क़ीर से डरता हूँ / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[ज़िन्दगी जितना तुझको पढ़ता हूँ / डी. एम. मिश्र]]
 
* [[ज़िन्दगी जितना तुझको पढ़ता हूँ / डी. एम. मिश्र]]

11:33, 2 जून 2023 का अवतरण

डी. एम. मिश्र : ग़ज़ल संचयन
Gazalsanchayan.jpg
रचनाकार डी. एम. मिश्र
प्रकाशक शिल्पायन पब्लिशर्स एण्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स, 10295, लेन नं 01, वैस्ट गोरखपार्क, शाहदरा, दिल्ली -110032
वर्ष प्रथम संस्करण 2023
भाषा हिंदी
विषय रचना संग्रह
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 184
ISBN 978-93-92195-08-2
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

रचनाएँ