भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हुस्ने-नज़र / रतन पंडोरवी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 70: पंक्ति 70:
 
* [[ज़ेरे-ज़मीं कभी, भी सिद्रा-नशीं हूँ मैं / रतन पंडोरवी]]
 
* [[ज़ेरे-ज़मीं कभी, भी सिद्रा-नशीं हूँ मैं / रतन पंडोरवी]]
 
* [[बक़ा का लुत्फ भी तो मौत की मंज़िल से उठता है / रतन पंडोरवी]]
 
* [[बक़ा का लुत्फ भी तो मौत की मंज़िल से उठता है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[जुदा वो होते तो हम उन की जुस्तजू करते / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[ख़्वाब ही में रुख़-ए-पुर-नूर दिखाए कोई / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[राज़े-हस्ती क़ज़ा से पूछूँगा / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[इश्क़ क्या है हुस्न की तस्वीर है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[ग़म की बस्ती अजीब बस्ती है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[ज़ख़्मे-जिगर का हाल न उन की नज़र से पूछ / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[खा के गुस्सा वो निकले हैं घर से / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[हुस्न से दिल लगा के देख लिया / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[सुनो ऐ जीने वालो! दहर में जीना ही पड़ता है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[जिस को हो चाह से नफ़रत उसे चाहें क्यों कर / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[आप अपनी तलाश करता हूँ / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[किस क़दर बे दर्द देखा उस परी पैकर का दिल / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[बज़्मे-जहां में कोई बशर मुतमइन नहीं / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[सर दरे-यार पे रख कर न उठाया हम ने / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[ज़बां खुली न कभी शरहे-दास्तां के लिए / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[वो तसव्वुर में रहे पेशे-नज़र फ़ुर्क़त की रात / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[देखिये अब उज़्र क्या हो बख्शिशे-दीदार पर / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[दिल बिक चुका है जब से किसी दिलरुबा के साथ / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[हक़ीक़त में हसीं कोई नहीं है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[हैरत से देखता हूँ हर इक नक़्शे-पा को मैं / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[अब दिल ग़मे-हयात की मंज़िल नहीं रहा / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[सरापा जल्वए-मस्तूर है तस्वीर पत्थर की / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[ऐन राहत हैं क़फ़स की तीलियां मेरे लिए / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[बादलों ने बांध रक्खी है हवा बरसात की / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[तय हुई उन से मुलाक़ात की बात / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[महबूब के गुस्से की अदा और ही कुछ है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[ज़मीं रहे न रहे आसमां रहे न रहे / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[अचानक खिंच गई ये कौन सी तस्वीर आंखों में / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[दिल तफ्ता जिगर सोख्ता तन ख़ाक बसर है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[इश्क़ में जब हमको जीना आ गया / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[सबक़ हम को मिला ये ज़िन्दगी से / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[हुस्न है इश्क़ की तक़दीर बनाने वाला / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[आंसू के टपकने का असर हो के रहेगा / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[हर मुसीबत ऐश का पैग़ाम है / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[खुद ही खुद लर फिदा हो गये हम / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[बन्दगी खत्म है बस आंख के वा होने तक / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[बद नसीबी में हों आहें बा-असर मुमकिन नहीं / रतन पंडोरवी]]
 +
* [[जो महब्बत में फ़ना होता है / रतन पंडोरवी]]

12:07, 13 अगस्त 2018 का अवतरण

हुस्ने-नज़र
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार रतन पंडोरवी
प्रकाशक दर्पण पुब्लिकेशन्स, पठानकोट
वर्ष 2009
भाषा हिन्दी
विषय शायरी
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 120
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।


इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ