भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"ज़िन्दगी ख़ामोश कहाँ / मोहम्मद इरशाद" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 85: पंक्ति 85:
 
* [[ख़ामोश कहाँ ज़िन्दगी आवाज़ देती है / मोहम्मद इरशाद]]
 
* [[ख़ामोश कहाँ ज़िन्दगी आवाज़ देती है / मोहम्मद इरशाद]]
 
* [[हर शख़्स तेरे शहर का अपना सा लगे है / मोहम्मद इरशाद]]
 
* [[हर शख़्स तेरे शहर का अपना सा लगे है / मोहम्मद इरशाद]]
* [[पेड़ से होकर जुदा पत्ते ने दी हैये दुआ / मोहम्मद इरशाद]]
+
* [[पेड़ से होकर जुदा पत्ते ने दी है ये दुआ / मोहम्मद इरशाद]]

13:29, 20 अप्रैल 2011 का अवतरण


ज़िन्दगी ख़ामोश कहाँ
Jindgi khamosh kahan1.jpg
रचनाकार मोहम्मद इरशाद
प्रकाशक
वर्ष 2010
भाषा हिन्दी-उर्दू
विषय ग़ज़ल
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।