भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सायों के साए में / शीन काफ़ निज़ाम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 40: पंक्ति 40:
 
* [[बर्फ़ है रात, मगर यार पिघलती ही नहीं / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[बर्फ़ है रात, मगर यार पिघलती ही नहीं / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[झील के जज़ीरे लिख / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[झील के जज़ीरे लिख / शीन काफ़ निज़ाम]]
 +
* [[ख़ुद हूँ तमाशा ख़ुद ही तमाशाइयों में हूँ  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[अब बाम-ओ-दर का सर्द बदन चाटती है धूप / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[अब बाम-ओ-दर का सर्द बदन चाटती है धूप / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[कहता है अपने आप को जो पैकर-ए-वफ़ा  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[कहता है अपने आप को जो पैकर-ए-वफ़ा  / शीन काफ़ निज़ाम]]
पंक्ति 81: पंक्ति 82:
 
* [[कई शक्लों में खुद को सोचता है  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[कई शक्लों में खुद को सोचता है  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[मैंने तो ऐसा कोई मंज़र कभी देखा न था  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[मैंने तो ऐसा कोई मंज़र कभी देखा न था  / शीन काफ़ निज़ाम]]
* [[अब ख्यालों में है न ख्वाबों में  / शीन काफ़ निज़ाम]]
+
* [[अब ख्यालों में है न ख़्वाबों में  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[दर्द-ओ-ग़म का घना अँधेरा था  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[दर्द-ओ-ग़म का घना अँधेरा था  / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[पत्तियाँ हो गईं हरी देखो / शीन काफ़ निज़ाम]]
 
* [[पत्तियाँ हो गईं हरी देखो / शीन काफ़ निज़ाम]]

17:38, 15 सितम्बर 2009 का अवतरण

सायों के साए में
Sayonkesaayemein1.JPG
रचनाकार शीन काफ़ निज़ाम
प्रकाशक वाग्देवी प्रकाशन, सुगन निवास, चंदन सागर, बीकानेर-334001
वर्ष 1996
भाषा हिंदी
विषय
विधा ग़ज़ल
पृष्ठ 152
ISBN 81-85127-48-4
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

ग़ज़लें


नज़्में