भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पृथ्वी को हमने जड़ें दीं / नीलोत्पल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKPustak |चित्र= |नाम=पृथ्वी को हमने जड़ें दीं |रचनाक...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 94: | पंक्ति 94: | ||
* [[मैं विदा नहीं ले सकता / नीलोत्पल]] | * [[मैं विदा नहीं ले सकता / नीलोत्पल]] | ||
* [[अनगिनत ज़िंदगियां / नीलोत्पल]] | * [[अनगिनत ज़िंदगियां / नीलोत्पल]] | ||
− | * [[पृथ्वी को हमने जड़ें दीं / नीलोत्पल]] | + | * [[पृथ्वी को हमने जड़ें दीं (कविता) / नीलोत्पल]] |
* [[स्वीकार करने में समय लगता है / नीलोत्पल]] | * [[स्वीकार करने में समय लगता है / नीलोत्पल]] | ||
* [[शुक्रिया / नीलोत्पल]] | * [[शुक्रिया / नीलोत्पल]] |
14:54, 18 दिसम्बर 2014 का अवतरण
पृथ्वी को हमने जड़ें दीं
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | नीलोत्पल |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- दिखता नहीं चिड़ियों का प्रेम / नीलोत्पल
- मेरी छाती धड़कती है निर्वस्त्र मन को छूने पर / नीलोत्पल
- ज़्यादा अलग किताबें होती हैं / नीलोत्पल
- क्या होगी वक़्त की सही आवाज़ / नीलोत्पल
- हम खड़े हैं कटे पेड़ों के नीचे / नीलोत्पल
- समुद्र से रिक्त लौटने के बावजूद / नीलोत्पल
- नमक का पानी / नीलोत्पल
- क्योंकि हमारी मौतें उतनी नहीं थीं / नीलोत्पल
- तुम धरती-आकाश हो / नीलोत्पल
- मैं बताना चाहता था फ़सलों की अनंत स्मृतियां / नीलोत्पल
- तुम्हारे सहारे ही जीता आया हूँ अंधेरा / नीलोत्पल
- चाहता हूँ यह पृथ्वी / नीलोत्पल
- मैं देखता हूँ समुद्र और बारिश के बीच चींटियों का चलना / नीलोत्पल
- तब भी समझ लोगी अनकहा / नीलोत्पल
- मैंने अपने दिनों को उम्मीदों से सराबोर रखा / नीलोत्पल
- किराए के घर, उधार के खेत के बीच / नीलोत्पल
- जहां एक चिड़िया का डर आसमान छूता है / नीलोत्पल
- रंदे से अग्नि की छिलपटें उतारते / नीलोत्पल
- आग की इबारत / नीलोत्पल
- शब्द ज़ख़्मी हैं तो तुम्हारी ज़िद के कारण / नीलोत्पल
- यक़ीन करना जगह देना है ख़़ुद को भीतर / नीलोत्पल
- मैंने शब्दों के भीतर उतरकर देखा / नीलोत्पल
- अब के रक्तबीज पनपे / नीलोत्पल
- मेरी एक जगह थी / नीलोत्पल
- वह जीवन को जीवन देती आवाज़ / नीलोत्पल
- मैं उस पत्थर की बात नहीं कर रहा जो / नीलोत्पल
- हमारी नींद में है / नीलोत्पल
- हमने कभी फ़ातिहा नहीं पढ़ा ज़िंदगी की हार पर / नीलोत्पल
- चुनी हुई मौतों के साथ / नीलोत्पल
- सवाल यह है / नीलोत्पल
- किसी तरह हम परस्पर हो सकें / नीलोत्पल
- तुम वही करो जो चलते हुए सोच रहे हो / नीलोत्पल
- तुम मत खोजो कोई चेहरा / नीलोत्पल
- मैं तुम्हें आवाज़हीन सुनता हूं / नीलोत्पल
- तुम्हें अपने ख़िलाफ़ नहीं जाना चाहिए / नीलोत्पल
- हमने एक-दूसरे को सांत्वना देने के लिए नहीं चुना / नीलोत्पल
- झूठ की अनिवार्यता के साथ / नीलोत्पल
- सुख उसके लिए रिक्त स्थान की तरह रहा / नीलोत्पल
- जैसा कि हर सच के बाद / नीलोत्पल
- कविता एक मुक़ाम है / नीलोत्पल
- चंद तरह के आसमान पर / नीलोत्पल
- हम सिर्फ़ हमले करते हैं अपने होने के / नीलोत्पल
- जीवन संवाद / नीलोत्पल
- इनका पत्थर होना गाता हूं / नीलोत्पल
- ख़ाली आकाश ख़ाली नहीं / नीलोत्पल
- मैं अपने ही ख़तरे में हूं / नीलोत्पल
- हम नहीं, हमारे वस्त्र चमकदार थे / नीलोत्पल
- स्मृतिहीन / नीलोत्पल
- नरक में आग ढ़ोने वाली कविताएं / नीलोत्पल
- मुझे पराजित नहीं किया गया / नीलोत्पल
- हमारे बीच जाने कितने समुंदर हैं / नीलोत्पल
- मेरे सीने पर चाक चलता है / नीलोत्पल
- धरती, समुंदर के लिए खोजता हूं अपनी आवाज़ / नीलोत्पल
- रास्ते वहां भी हैं / नीलोत्पल
- मैं पेड़ों में पत्तियों की तरह आता हूं / नीलोत्पल
- वे चेहरे जो गिरे मेरे अंधकार में / नीलोत्पल
- औरतें जानती हैं / नीलोत्पल
- हमारे ख़ाली सर किसी तरह के घोंसले नहीं / नीलोत्पल
- मैं और अधिक सच नहीं चाहता / नीलोत्पल
- बारिश उतार रही थीं अपनी जड़ें / नीलोत्पल
- आईने के बरअक़्स / नीलोत्पल
- रेत और लहर की अनुपस्थिति के दरम्यान / नीलोत्पल
- रक्त में रक्त से अलग होकर गाता हूं / नीलोत्पल
- मेरी कोशिशें द्वंद्व हैं / नीलोत्पल
- बड़ा अजीब है अपनी कहानी कहना / नीलोत्पल
- मेरे प्यारे देश! / नीलोत्पल
- तुम जो मेरी प्रेमिका नहीं हो / नीलोत्पल
- ज़िदगी श्वेत वस्त्रों की तरह नहीं / नीलोत्पल
- मैंने कभी सहमति-असहमति के लिए नहीं लिखा / नीलोत्पल
- अपनेे आदिम रुप में / नीलोत्पल
- सभी के अपने रास्ते हैं / नीलोत्पल
- मैं लौट जाऊंगा गाए बिना / नीलोत्पल
- मिक्लोश रादनोती के लिए / नीलोत्पल
- सवेरा फिर नहीं होता / नीलोत्पल
- रंगों के छींटे / नीलोत्पल
- ज़िंदगी की मैली ढोयी रंगत / नीलोत्पल
- मैं उन लहरों की गति में समुद्र था / नीलोत्पल
- पारदर्शिता के सारे आग्रह / नीलोत्पल
- यात्राएं / नीलोत्पल
- मैं विदा नहीं ले सकता / नीलोत्पल
- अनगिनत ज़िंदगियां / नीलोत्पल
- पृथ्वी को हमने जड़ें दीं (कविता) / नीलोत्पल
- स्वीकार करने में समय लगता है / नीलोत्पल
- शुक्रिया / नीलोत्पल
- जीवन हमेशा रहा अपवादनुमा / नीलोत्पल
- हमारे बिल कठोर चीज़ों के बने / नीलोत्पल
- जानने के लिए धूप है / नीलोत्पल
- एक शाम प्राक्तन बावड़ी पर / नीलोत्पल
- जड़ें सु़नती हैं / नीलोत्पल
- अंधेरे और रोशनी के थरथराते पु़ल पर / नीलोत्पल
- जब इल्लियां नाच उठेंगी / नीलोत्पल
- चट्टान और पेड़ के अनुभव / नीलोत्पल
- मूकदर्शक / नीलोत्पल
- नहीं कहे को आवाज देना / नीलोत्पल
- नग्नता / नीलोत्पल
- तुम और कविता / नीलोत्पल
- पानी से नदारद होगा पानी / नीलोत्पल
- मैं एक अधूरे से पहाड़ पर / नीलोत्पल
- अटोप / नीलोत्पल
- तुम्हारी नाभि में / नीलोत्पल
- असंभव छवि की तरह / नीलोत्पल
- हमें गढा नहीं जा सकता / नीलोत्पल
- एक आदमी की प्रकृति में / नीलोत्पल