भारत के लोकगीत
- अंगिका लोकगीत
 - अवधी लोकगीत
 - कन्नौजी लोकगीत
 - कश्मीरी लोकगीत
 - कोरकू लोकगीत
 - कुमाँऊनी लोकगीत
 - खड़ी बोली लोकगीत
 - गढ़वाली लोकगीत
 - गुजराती लोकगीत
 - गोंड लोकगीत
 - छत्तीसगढ़ी लोकगीत
 - निमाड़ी लोकगीत
 - पंजाबी लोकगीत
 - पँवारी लोकगीत
 - बघेली लोकगीत
 - बाँगरू लोकगीत
 - बांग्ला लोकगीत
 - बुन्देली लोकगीत
 - बैगा लोकगीत
 - ब्रजभाषा लोकगीत
 - भदावरी लोकगीत
 - भील लोकगीत
 - भोजपुरी लोकगीत
 - मगही लोकगीत
 - मराठी लोकगीत
 - माड़िया लोकगीत
 - मालवी लोकगीत
 - मैथिली लोकगीत
 - राजस्थानी लोकगीत
 - संथाली लोकगीत
 - संस्कृत लोकगीत
 - हरियाणवी लोकगीत
 - हिन्दी लोकगीत
 - हिमाचली लोकगीत
 
गणेश के गीत
दादरा
राग हलूर का गीत
भेरू (भैरव) के गीत
दामाद के गीत
नणदोई के गीत
देवी के गीत
देवी जगदम्बा
- खड़े ने खप्पर धारणी / मालवी
 - योई पीयर, योई सासरो वो जगदम्बा / मालवी
 - नौ दुर्गा मेरे अंगना खड़ी / मालवी
 - कैसे क दरसन पाऊँ / मालवी
 - गढ़ परवत से उतरी देवी महाकालिका / मालवी
 - काय को दिवला मैया काय की बाती / मालवी
 - कुँवार मास मैया थपणा थपत है / मालवी
 - चलो अनन्दी, चलो झुलवाए माय / मालवी
 - धार नगर का पापी हो राजा / मालवी
 
ग्यारस (एकादशी) के गीत
रामदेव जी के गीत
बानो
झवरियाँ (एक गहना)
सरोता
साध
मेंहदी
कुंकड़ा (प्रभाती)
- अरू तू रे जगत जग जागिया / मालवी
 - इना सखर खानामाअी चीकणी / मालवी
 - वा तो सात पापड़ की जोड़ी हो / मालवी
 - हीरा मोती का गंज पड़िया / मालवी
 - सूरज ऊगो हो केवड़ा के री परत / मालवी
 - राजा ऊँचा है चंवरो चब खंडियो / मालवी
 - छोटी घर कूंकड़ो, मोटी घर राड़ / मालवी
 - बिछिया तो म्हें झटझट पेरिया / मालवी
 - उठो म्हारा गोरा लाड़ा / मालवी
 
ढोल्यो (पलंग)
बेटी की बिदाई का गीत
बीरो (भाई)
जच्चा
- बिछिया पेरिया आपका / मालवी
 - मेहल में सोर करियो राणी जच्चा / मालवी
 - रंग उड़े रे गुलाल इना घर में / मालवी
 - मेहा बरसने को है शाबास / मालवी
 - सूरज पूजा का गीत / मालवी
 - हरता तो फरता मारूजी हो पूछे / मालवी
 - सावनी झूले का गीत / मालवी
 - काची करड़ नी गमरण बावड़ी / मालवी
 - लीला लीम की लिम्बोली पाकीजी / मालवी
 - चंदा थारी चांदणी सी रात / मालवी
 
बीरा
सुहाग का गीत
चीगट
बधावा
- बई जी पांच बधावा म्हारे आविया / मालवी
 - बड़ को बीज इन्द्रासन से आवियो / मालवी
 - पांच बधावा म्हारे आविया / मालवी
 - पांच बधावा म्हारे आविया मारूजी / मालवी
 - पांच बाधावा म्हारे यां आवियाजी / मालवी
 - धन धन हो सूर्या गाय / मालवी
 - म्हारे आँगण हरी रे दरोब / मालवी
 - होजी कचेरी रा पड़दा खोल दो / मालवी
 - बई को कोणस राय रा आया सामे ओबरा / मालवी
 - कई आँवा मोरिया, जांबू मोरिया / मालवी
 - पाँच बधावा म्हारे आविजाजी / मालवी
 - मीठी थूली ओ सायबा दूद से / मालवी
 - पाँच बधावा म्हारे आविया / मालवी
 - ओजी पांच बधावा म्हारे आवियाजी / मालवी
 - मोती बेराणा चंदन चौक में हो राज / मालवी
 - पांच मोहर लई मारूजी बाग सिधारिया / मालवी
 - गज गज नींव न्हकाव क्यों नी हो / मालवी
 - राय थें तो फलाणा राय का जाया / मालवी
 - बागां मांय रा लिम्बूड़ा तो नई नमे / मालवी
 - फलाणा राय का मेल पे सारस बोली रई / मालवी
 - बेटी की बिदाई के समय का बधावा। / मालवी
 - पाँच बधावा म्हारे ये भल आया / मालवी