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हाइकु हिंदी काव्य का नवीनतम छंद है। इसमें तीन चरण या पद होते हैं। पहले चरण में पाँच वर्ण, दूसरे में सात वर्ण एवं तीसरे में पाँच वर्ण होते हैं। इस तरह तीनों चरणों में कुल सत्रह वर्ण( स्वर या स्वर युक्त व्यंजन होते हैं। स्वर रहित  व्यंजन (हलन्त) की गिनती नहीं की जाती, जैसे '''सत्कार''' में त् की गणना नही की जाएगी । इस शब्द में स, का और र की ही गणना की जाएगी । इस गणना में लघु/दीर्घ मात्राएँ समान रूप से गिनी जाती हैं अर्थात् '''सत्कार''' में व्यंजनात्मक वर्ण ही माने जाएँगे।
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हाइकु हिंदी काव्य का नवीनतम छंद है। इसमें तीन चरण या पद होते हैं। पहले चरण में पाँच वर्ण, दूसरे में सात वर्ण एवं तीसरे में पाँच वर्ण होते हैं। इस तरह तीनों चरणों में कुल सत्रह वर्ण( स्वर या स्वर युक्त व्यंजन होते हैं। स्वर रहित  व्यंजन (हलन्त) की गिनती नहीं की जाती, जैसे '''सत्कार''' में त् की गणना नही की जाएगी । इस शब्द में स, का और र की ही गणना की जाएगी । इस गणना में लघु/दीर्घ मात्राएँ समान रूप से गिनी जाती हैं अर्थात् '''सत्कार''' में '''1+1+1=3''' वर्ण ही माने जाएँगे।

16:48, 16 अप्रैल 2012 का अवतरण

हाइकु हिंदी काव्य का नवीनतम छंद है। इसमें तीन चरण या पद होते हैं। पहले चरण में पाँच वर्ण, दूसरे में सात वर्ण एवं तीसरे में पाँच वर्ण होते हैं। इस तरह तीनों चरणों में कुल सत्रह वर्ण( स्वर या स्वर युक्त व्यंजन होते हैं। स्वर रहित व्यंजन (हलन्त) की गिनती नहीं की जाती, जैसे सत्कार में त् की गणना नही की जाएगी । इस शब्द में स, का और र की ही गणना की जाएगी । इस गणना में लघु/दीर्घ मात्राएँ समान रूप से गिनी जाती हैं अर्थात् सत्कार में 1+1+1=3 वर्ण ही माने जाएँगे।

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