भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(जुट्टी खोलऽ काल)
(सांझ)
पंक्ति 278: पंक्ति 278:
 
* [[सांझे काली घर दीप / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[सांझे काली घर दीप / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[मुरलीधारी यौ सांझ पड़ैते / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[मुरलीधारी यौ सांझ पड़ैते / मैथिली लोकगीत]]
* [[सांझ दियऽ सांझ दियऽ / मैथिली लोकगीत]]
+
* [[सांझ दियऽ सांझ दियऽ जसुमति मइया / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[सांझ भेल घर नहि आयल कन्हैया / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[सांझ भेल घर नहि आयल कन्हैया / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[सांझ भयो घर दियरा जरी रे / मैथिली लोकगीत]]
 
* [[सांझ भयो घर दियरा जरी रे / मैथिली लोकगीत]]

20:41, 4 जुलाई 2014 का अवतरण

आम-महुवियाह काल

परिछन

कुमारिक गीत

नाक पकड़बा काल

लाबा भुजबा काल

पान खयबा काल

ठकबक चिन्हबा काल

पयर धोयबा काल

वेदी घुमयबा काल

ओठंगर काल

सींथ नोतबा काल

नैना जोगिन काल

गेठबन्हन काल

सम्मरि

लाबा छीटऽ काल

सिनुरदान

विवाह काल

कन्यादान

चुमाओन

देहरि छेकऽ काल

कोबर

पटिया झारबा काल

सिरहर भरबा काल

गौरीक गीत

बेलपात तोड़बा काल

जुट्टी खोलऽ काल

मुट्ठी खोलबा काल

महुअक

जूता खोलबा काल

दहनही काल

वर कें खयबा काल

योग

बरिआतीक गीत

पाबनि गीत (मधुश्रावणी आदि)

कोजगरा

केड़ाक थम्ह गाड़बा काल

परिछन

गुड़ खयबा काल

मोड़ि पर बैसबा काल

माछ बयनबा काल

हरदि पिसबा काल

खोइंछ झाड़बा काल

खोइंछ फोलबा काल

भरफोड़ी दिन

कनियां मनयबा काल

उदासी

समदाउन

सांझ