कालीकान्त झा ‘बूच’
जन्म | 02 अक्तूबर 1934 |
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निधन | 10 फ़रवरी 2009 |
जन्म स्थान | करियन, समस्तीपुर, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कलानिधि (पद्य संग्रह), पुष्पांजलि (पद्य संग्रह) | |
विविध | |
मैथिली प्रगीत काव्यक प्रबल व्याख्याता | |
जीवन परिचय | |
कालीकान्त झा ‘बूच’ / परिचय |
मैथिली रचनाएँ
- अकाल / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अजुकी दाइ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अनुपम-उपहार / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अन्हर मारि / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अपन अधिकार / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अप्पन मिथिला / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अर्थयुग / कालीकान्त झा ‘बूच’
- अहँक लेल रंजन / कालीकान्त झा ‘बूच’
- आउ हमर हे राम प्रवासी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- आजुक कवि / कालीकान्त झा ‘बूच’
- ईमान हेरायल / कालीकान्त झा ‘बूच’
- उदासी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- ऊँ नमः शिवाय / कालीकान्त झा ‘बूच’
- एक पर सँ एक / कालीकान्त झा ‘बूच’
- एहि ठाम सुन्नरि सीता औती / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कन्यादान / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कपीश वंदना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कमौतिन भौजी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- करुण गीत / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कवि कोकिल - विद्यापति / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कविता मे प्राण / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कहिया धरि उदासी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कहू कोना मनैब ई होरी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- कागतक एक छोटछीन टुकड़ी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- काटरक परिणाम / कालीकान्त झा ‘बूच’
- काटरक महिमा / कालीकान्त झा ‘बूच’
- काठ पर बैसलीह / कालीकान्त झा ‘बूच’
- गय खुशबू / कालीकान्त झा ‘बूच’
- गहवर जननी केर / कालीकान्त झा ‘बूच’
- गामे मोन पड़ैए / कालीकान्त झा ‘बूच’
- गेलि घड़ी की आब बाली / कालीकान्त झा ‘बूच’
- गौरी बनलि जोगिनियाँ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- गौरी रहथु कुमारी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- चलि अबियौ पटना सँ गाम / कालीकान्त झा ‘बूच’
- जग के जुग परतारि रहल अछि / कालीकान्त झा ‘बूच’
- जय जय हे खुरपी जय कोदारि / कालीकान्त झा ‘बूच’
- जयवह जँ मुहँमोरि सजनि गय / कालीकान्त झा ‘बूच’
- जागरण गान / कालीकान्त झा ‘बूच’
- जीवन मे सुख पाबि न सकलहुँ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- जेठी करेह / कालीकान्त झा ‘बूच’
- झूला / कालीकान्त झा ‘बूच’
- ताजमहल / कालीकान्त झा ‘बूच’
- तोहर ठोर / कालीकान्त झा ‘बूच’
- दीनक नेना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- दुनियाँ केहेन कठोर सजनि गय / कालीकान्त झा ‘बूच’
- दुर्गा वंदना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- देसिल वयना क अस्तित्व / कालीकान्त झा ‘बूच’
- नचारी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- नर-नारी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- नव बरखक / कालीकान्त झा ‘बूच’
- नोतक प्रेमी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- नोर / कालीकान्त झा ‘बूच’
- पतनी व्रता / कालीकान्त झा ‘बूच’
- परिचय पात / कालीकान्त झा ‘बूच’
- पहुना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- पाथरक देवी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- पोताक अट्ठहास / कालीकान्त झा ‘बूच’
- प्रगीत काव्य / कालीकान्त झा ‘बूच’
- बदलैत दुनियाँ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- बाउ रे बात की / कालीकान्त झा ‘बूच’
- बात तँ बड़के भेलैक / कालीकान्त झा ‘बूच’
- बेटी बनलि पहाड़ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- भगतालाभ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- भगवती वंदना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- भदैया होली / कालीकान्त झा ‘बूच’
- भौजीक अवाहन / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मणिद्वीपक महरानी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मर्त्य भुवनमा ना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- माँथ पर धान / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मातृ गीत / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मातृवंदना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- माला / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मिथिलाक दुःदशा / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मिथिलाक बेटी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मिथिलाक-किशोरी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- मुन्ना कक्का सासुर चलला / कालीकान्त झा ‘बूच’
- युग परिवर्तन / कालीकान्त झा ‘बूच’
- युग-धर्म / कालीकान्त झा ‘बूच’
- राघव सरकार / कालीकान्त झा ‘बूच’
- राधा विरह / कालीकान्त झा ‘बूच’
- राधिकाक विलाप / कालीकान्त झा ‘बूच’
- राम बिना अवधपुरी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- राम मंत्रवत अहँक नाम / कालीकान्त झा ‘बूच’
- रीति-ग़ज़ल / कालीकान्त झा ‘बूच’
- वनिवासक अंत / कालीकान्त झा ‘बूच’
- वसन्ते-बिरहिनी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- विरक्ति / कालीकान्त झा ‘बूच’
- विरहिनी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- वेदना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- शिव शक्ति पूजन / कालीकान्त झा ‘बूच’
- श्रावणी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- श्री राम केवट संवाद / कालीकान्त झा ‘बूच’
- सध्यः अहाँ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- सरस्वती वंदना / कालीकान्त झा ‘बूच’
- सिया सँ रामक परतर / कालीकान्त झा ‘बूच’
- सीता / कालीकान्त झा ‘बूच’
- सुनू आब मन जेहन लगैए / कालीकान्त झा ‘बूच’
- सोन दाइ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- स्मरण / कालीकान्त झा ‘बूच’
- स्वप्न सुन्दरि / कालीकान्त झा ‘बूच’
- स्वप्न-सुन्दरि / कालीकान्त झा ‘बूच’
- स्वागत गान / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हमर कनही कोशी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हमर जिनगी / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हाहाकार केहेन / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हील हाइ-हाइ / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हे कविते / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हे तात / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हे नारि सुनह / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हे बेटी पुनीता / कालीकान्त झा ‘बूच’
- हे लव हे कुश / कालीकान्त झा ‘बूच’