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मालवी लोकगीत
Kavita Kosh से
गणेश के गीत
- कई रेती में पीपल छाया / मालवी
- वन्यांती तो आया देवी देवता रे नाना / मालवी
- पाँच लाडू पाँच धरिया / मालवी
- गरबा का गणपति / मालवी
दादरा
राग हलूर का गीत
- दल रे बादल बिन चमक्यो तारे / मालवी
- दो डूंगर विच पाट / मालवी
- माता डूंगर खटकी म्हें सुण्यो / मालवी
- होजी म्हार आंगणे कुपलो खणायो / मालवी
- जगेसर खेले हालरो वो / मालवी
- सेर का सो गया हलवाई रे / मालवी
भेरू (भैरव) के गीत
- ससरा अबोले, सासू अबोले / मालवी
- भेरूजी गोतन बाजूटिया रा सावला / मालवी
- हार दो म्हारा लाड़ला भैरव / मालवी
- मैं वो सुतारियारी बेटी, बखी थी वो बेन / मालवी
- नानी नानी पापड़ी ने हाथ में चट्टियो / मालवी
- सुवारिया री बेटी भेरूजी थारी सेवा अई रे / मालवी
दामाद के गीत
- हारे वाला ऊँची-नीची सरवर पाल / मालवी
- अकूम्बे-अकूम्बे म्हारो घर भरियो जी जमई जी / मालवी
- मोजा पेरो जमई, मेंदी निरखो जमई / मालवी
- जगमग राज रा भोजा / मालवी
- मोजा पेरो, मोजा पेरो, मोजा पैरो राज / मालवी
नणदोई के गीत
- होजी नणदोई आया पावणा / मालवी
- अगवाड़े तो बई जी रा बीरा / मालवी
- कठड़े से आया हो राज / मालवी
- वे तो साला बेणोई दोई बागां में जाय / मालवी
देवी के गीत
- दुर्गा का दरबार चंपो-मोगरो / मालवी
- लीली घोड़ी अंबे का असवार / मालवी
- लाल-लाल ओढ़नी माय सोना रा तार / मालवी
- काय को दिवलो मैया, काय की बाती / मालवी
देवी जगदम्बा
- खड़े ने खप्पर धारणी / मालवी
- योई पीयर, योई सासरो वो जगदम्बा / मालवी
- नौ दुर्गा मेरे अंगना खड़ी / मालवी
- कैसे क दरसन पाऊँ / मालवी
- गढ़ परवत से उतरी देवी महाकालिका / मालवी
- काय को दिवला मैया काय की बाती / मालवी
- कुँवार मास मैया थपणा थपत है / मालवी
- चलो अनन्दी, चलो झुलवाए माय / मालवी
- धार नगर का पापी हो राजा / मालवी
ग्यारस (एकादशी) के गीत
- भजन कर निरना एकादसी करना / मालवी
- बरस एकादशी करिये / मालवी
- एक माय का पाँची ही पूतां / मालवी
- बरत करो रे नर एकादशी को / मालवी
रामदेव जी के गीत
- धवळो घोड़ो ने जीन कस्या / मालवी
- शीश रामदेव जी ने पागा विराजे / मालवी
- माची बसन्ता सासू जी हो / मालवी
- ऊना सा पाणी ठंडा वई रया रे / मालवी
बानो
गंगा माता के गीत
झवरियाँ (एक गहना)
सरोता
साध
मेंहदी
- मेंदी तो आई टोडा देस से / मालवी
- रंग रंगीली भोत रंग भीनी / मालवी
- गोखड़ा ऊपर गोखड़ो, जां मेंदी को झाड़ / मालवी
कुंकड़ा (प्रभाती)
- अरू तू रे जगत जग जागिया / मालवी
- इना सखर खानामाअी चीकणी / मालवी
- वा तो सात पापड़ की जोड़ी हो / मालवी
- हीरा मोती का गंज पड़िया / मालवी
- सूरज ऊगो हो केवड़ा के री परत / मालवी
- राजा ऊँचा है चंवरो चब खंडियो / मालवी
- छोटी घर कूंकड़ो, मोटी घर राड़ / मालवी
- बिछिया तो म्हें झटझट पेरिया / मालवी
- उठो म्हारा गोरा लाड़ा / मालवी
ढोल्यो (पलंग)
कोल्या (कौर) गीत
बेटी की बिदाई का गीत
बीरो (भाई)
जच्चा
- बिछिया पेरिया आपका / मालवी
- मेहल में सोर करियो राणी जच्चा / मालवी
- रंग उड़े रे गुलाल इना घर में / मालवी
- मेहा बरसने को है शाबास / मालवी
सूरज पूजा का गीत
सावनी झूले का गीत
- काची करड़ नी गमरण बावड़ी / मालवी
- लीला लीम की लिम्बोली पाकीजी / मालवी
- चंदा थारी चांदणी सी रात / मालवी
बीरा
सुहाग का गीत
चीगट
- रंग का चार बनड़ा। / मालवी
- हरी जरी जरकस की अंगिया / मालवी
- नवो रे पलंग, नवो ढोलियो / मालवी
- राजा थें तो जागो ने जागो जी / मालवी
बधावा
- बई जी पांच बधावा म्हारे आविया / मालवी
- बड़ को बीज इन्द्रासन से आवियो / मालवी
- पांच बधावा म्हारे आविया / मालवी
- पांच बधावा म्हारे आविया मारूजी / मालवी
- पांच बाधावा म्हारे यां आवियाजी / मालवी
- धन धन हो सूर्या गाय / मालवी
- म्हारे आँगण हरी रे दरोब / मालवी
- होजी कचेरी रा पड़दा खोल दो / मालवी
- बई को कोणस राय रा आया सामे ओबरा / मालवी
- कई आँवा मोरिया, जांबू मोरिया / मालवी
- पाँच बधावा म्हारे आविजाजी / मालवी
- मीठी थूली ओ सायबा दूद से / मालवी
- पाँच बधावा म्हारे आविया / मालवी
- ओजी पांच बधावा म्हारे आवियाजी / मालवी
- मोती बेराणा चंदन चौक में हो राज / मालवी
- पांच मोहर लई मारूजी बाग सिधारिया / मालवी
- गज गज नींव न्हकाव क्यों नी हो / मालवी
- राय थें तो फलाणा राय का जाया / मालवी
- बागां मांय रा लिम्बूड़ा तो नई नमे / मालवी
- फलाणा राय का मेल पे सारस बोली रई / मालवी
बेटी की बिदाई के समय का बधावा
चौक के बधावे
जलवाय पूजन का गीत
बधावा
साध का गीत-अजमो (अजवाइन)
जच्चा
- दरवाजा पे नौबत बाजे / मालवी
- अंबे तो खबं बळे रे दिवला / मालवी
- में तो अकेली म्हारो घर न लुटाय दीजो / मालवी