भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"उद्धव-शतक / जगन्नाथदास 'रत्नाकर'" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 117: पंक्ति 117:
 
* [[हाल कहा बूझत बिहाल परी बाल सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 
* [[हाल कहा बूझत बिहाल परी बाल सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 
* [[नंद जसुदा औ गाय गोप गोपिका की कछु / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 
* [[नंद जसुदा औ गाय गोप गोपिका की कछु / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
* [[ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
+
* [[ऊधौ यहै सूधौ सौ संदेश कहि दीजौ एक / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
* [[ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
+
'''उद्धव के ब्रज से विदा होते समय के कवित्त'''
* [[ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
+
* [[धाई जित-तित तैं विदाई-हेत ऊधव की / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
* [[ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
+
* [[कोऊ जोरि हाथ कोइ नम्रता सौं नाइ माथ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 +
* [[दाबि-दाबि छाती पाती-लिखन लगायौं सबै / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 +
* [[कोऊ चले कांपि संग कोऊ उर चांपि चले / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 +
* [[दीन्यौ प्रेम-नेम-गरुवाई-गुन ऊधव कौं / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 +
'''उद्धव के ब्रज से लौटते समय के कवित्त'''
 +
* [[गोपी, ग्वाल, नंद, जसुदा सौं तौं विदा ह्वै उठे / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 +
* [[भूले जोग-छेम प्रेमनेमहिं निहारि ऊधौ / जगन्नाथदास ’रत्नाकर’]]
 +
'''उद्धव के मथुरा लौट आने के समय के कवित्त'''

19:49, 14 अप्रैल 2010 का अवतरण

उद्धव-शतक
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार जगन्नाथदास 'रत्नाकर'
प्रकाशक
वर्ष
भाषा
विषय
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

श्री उद्धव द्वारा मथुरा से ब्रज गमन के कवित्त

श्री उद्धव के मथुरा से ब्रज के मार्ग के कवित्त

श्री उद्धव के ब्रज में पहुँचने के समय के कवित्त

श्री उद्धव-वचन ब्रजवासियों से

गोपी-वचन

उद्धव के ब्रज से विदा होते समय के कवित्त

उद्धव के ब्रज से लौटते समय के कवित्त

उद्धव के मथुरा लौट आने के समय के कवित्त