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* [[वो जो पल ख़ाली हुआ, मर कर बसर मेरा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
* [[वो जो पल ख़ाली हुआ, मर कर बसर मेरा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
* [[देखा नहीं देखे हुए मंज़र के सिवा कुछ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
* [[देखा नहीं देखे हुए मंज़र के सिवा कुछ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दुआ पढ़कर मेरी माँ जब मेरे सीने पे दम करती / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अच्छे दिनों की आस में दीवारों-दर हैं चुप / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वक्त ने मोहलत न दी वरना हमें मुश्किल न था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[नशा कहाँ है वो ख़्वाब जैसा कि आज तक थी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ऐ जंगल की बेमानी चुप, शहरों के दीवाने शोर / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कौन आएगा यहाँ लेके सँदेशा उसका / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[शहर की भीड़ से भागूँ तो है सहरा दरपेश / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आँगन आँगन फिरते देखी, सूरज जैसी चीज़ कोई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[लोग पुकारे जाएँगे, जब नाम से अपनी माओं के / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जिंदगी! है किसी दीवार का साया तू भी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हम लिए बैठे हैं गुज़रे हुए दिन की पहचान / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दुल्हन एक तलाक़-शुदा-सी अंदर घर के बैठी है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गुमशुदा अक्स को आईने में लाकर रख लूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दहक रहा था मगर बेज़बान मुझ-सा था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रोज़ बदलते मौसम जैसा ग़ैर-यक़ीनी यानी ख़त / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कभी हक़ीक़त, कभी गुमाँ-सा मुझे मिला वह / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अपने दिल में जीने का अरमान न ला / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[प्यार की मीठी बात कहो तो... / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[पर्दा उठना था कि... / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वो इक लम्हा वहशत वाला / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रूह के ज़ख़्मों से छनती रोशनी अच्छी लगी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अब न देगा किसी गिरते को सहारा कोई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दिल को झिझक, नज़र को हया दे सकेंगे क्या / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कर चुकी आँख बहुत खून को पानी, साहब / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[पीछे पलटो पाओ गुमाँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सूखी आँख से आँसू सोच / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[देखो यह महल और के हैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दिल के साथ-साथ हुआ है जिगर ख़राब / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चाँद-तारों के बिखरने का सबब जानता है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेघ नगर से तन्हा लौटे, खोदी नहर अकेले में / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हिज्र का दाग़, न है दर्द का शोला मुझमें / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[खुद मैं हूँ कि तू या तेरा धोखा है, कोई है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मुझसे मेरा जज़्बा जुदा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[झुलसते शहर में सूरज बिखर गया तो क्या / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चेहरा कहाँ गुम हो गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गर्द की तरह गुज़र जाएंगे ठहरो भाई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कल के बाज़ार में जिसकी क़ीमत न हो / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सो रहा था बेख़बर / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जिंदगी! मैंने कभी तुमसे ख़ुदा माँगा था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हम भी थे कभी ज़िंदा-दिली में बहुत आगे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कब उड़ाएगा बादल बनकर मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आज मेरे सीने में दर्द बन के जागा है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जब भी कभी देखा उसे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तुम ही बतलाओ मैं क्या हूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चाय की पियाली में, उसकें होंठ रक्खे थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरे लहू की आग ही झुलसा गई मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरी पलकों पे ठहरी हुई धूप है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरे बाद न झूला बादल / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरा रिश्ता किसी मकान से था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सुबह का सूरज उतरा नहीं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तेरी-मेरी जीवन-कथा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दो चार राही पास-पास / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जो आँखों से गुज़रा नहीं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मुक़द्दर का लिखा हूँ मैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ऐसे सपने कौन बुने / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरा जिस्म सूली पे लटका हुआ है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सब गवाह हुए कातिलों के साथ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बिखर जाऊँगा मैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मैं अपने कानों में गूँजता हूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरे दामन में क्या रहा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरी जिन्दगी के रात-दिन / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आग की लपटों में था मकान मेरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बैठ के पहरों सोचोगे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जीए जाते थे लोग / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[प्यार का मौसम गुज़र गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[प्यार का दिन डूबने लगा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ढूँढे से भी घर न निकले / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गुम हूँ मैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कोई शख़्स भी ऐसा न था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तुम्हारा अपना / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
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18:04, 2 जुलाई 2013 का अवतरण

निश्तर ख़ानक़ाही
Nishtar-khanqahi.jpg
जन्म 1930
निधन 7 मार्च 2006
उपनाम
जन्म स्थान बिजनौर, उत्तर प्रदेश, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
मोम की बैसाखियाँ (1987), ग़ज़ल मैंने छेड़ी (1997), कैसे-कैसे लोग मिले (1998), फिर लहू रोशन हुआ (2007) मेरे लहू की आग (पाँचों ग़ज़ल-संग्रह) । धमकीबाज़ी के युग में (1995), दंगे क्यों और कैसे (1995), विश्व आतंकवाद : क्यों और कैसे (1997), चुने हुए ग्यारह एकांकी (1998), मानवाधिकार : दशा और दिशा (1998), ग़ज़ल और उसका व्याकरण (1999)।
विविध
जीवन परिचय
निश्तर ख़ानक़ाही / परिचय
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फुटकर शेर

प्रतिनिधि रचनाएँ

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