भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
शादी-ब्याह के गीत / हरियाणवी
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:06, 13 जुलाई 2014 का अवतरण
हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
- पाँच पतासे पान्या का बिड़ला / हरियाणवी
- ऊंची तेरी खाई ऊंचा नीचा कोट / हरियाणवी
- काहे को तेरी ओबरी / हरियाणवी
- क्याहै की तेरी चिलम तमाखू / हरियाणवी
- रावटड़ी चढ़ सूत्या बाई का बाबा जी / हरियाणवी
- किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा / हरियाणवी
- हे कपड़े तों क्यूं ना धुआए मेरा ए बाबा / हरियाणवी
- किस रुत बाड़ी बोईएगी / हरियाणवी
- कचनार बैठी लाडो पान चाब / हरियाणवी
- बाबा देस जांदा परदेस जाइयो / हरियाणवी
- मेरे दादा जी चितर एक जस ल्यो / हरियाणवी
- मेरी बीबी सोवै अटरिया / हरियाणवी
- अमर बेल उदय पै छाई / हरियाणवी
- लाडो सोई सोई उठि जांगियां / हरियाणवी
- हरे हरे बांसों का बंगला छवा दो जी / हरियाणवी
- मैं तो बीस बरस की होली / हरियाणवी
- सुहाग मांगण दादी पै गई / हरियाणवी
- हरे हरे बांस छवाय दई राय बटियां / हरियाणवी
- बीबी की दादी रानी जी से अरज करै / हरियाणवी
- सुहाग मांगण गई आं / हरियाणवी
- मेरे दादा के पछवाड़े आले आले बांस खड़े / हरियाणवी
- टीके पै लग रही चांदनी / हरियाणवी
- बीबी हमारी है चांद तारा / हरियाणवी
- बीबी तो म्हारी जैसे चन्दा चकोर / हरियाणवी
- बाबल साहब की बांकी हवेली / हरियाणवी
- हो सून्ने की कुंडली घड़ा तेरे दादा / हरियाणवी
- बनी ए बाबा उमराओ मंगाओ हीरां की चूड़ी / हरियाणवी
- बनी ए थारे बाबा जी से कहियो / हरियाणवी
- ऐसी के जल्दी मचाई हरियाली / हरियाणवी
- ल्हुक बैठ हे राणी रुकमण राणी / हरियाणवी
- लाडो खेलै लौंग के बिरवे तल / हरियाणवी
- लाडो दूर मत खेलण जा हे / हरियाणवी
- बीबी दूर खेलण मत जा / हरियाणवी
- आले गीले चन्दन कटाय मेरे बाबा / हरियाणवी
- छज्जै तो बेठी लाडो कुंवर निरखै / हरियाणवी
- हे दादा कै छजै लाडो तूं क्यूं खड़ी / हरियाणवी
- लाडो ए बागां का जाना छोड़ दो / हरियाणवी
- लाडो पूछै बाबा से ए बाबा / हरियाणवी
- हे फुलड़े तो बीन्हण / हरियाणवी
- बाबा जी के कमरै मैं बन्ना जी बुलाए / हरियाणवी
- तू देख बीबी राधिके! यह कैसे वर आये / हरियाणवी
- अपने बाबा के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आये / हरियाणवी
- हुई है सुनहली रात सजन आए हरे हरे / हरियाणवी
- इसी थलियां मैं इसे टीब्यां मैं / हरियाणवी
- बनड़ी! चलो जी हमारे साथ / हरियाणवी
- इस पेड़ नीचै आओ हे रुकमण / हरियाणवी
- आओ री राधे बैठो पिलंग पर / हरियाणवी
- दादा जी नै गोद भरी मेवा सै / हरियाणवी
- घन गजरत आवै सोहाग बिरवा / हरियाणवी
- आंगन बरसै सोहाग बदरी भीतर दुलारी न्हाय / हरियाणवी
- इस सागर के कारने बाबा जी / हरियाणवी
- सदा थिर रहियो जी अविचल रहियो / हरियाणवी
- ऊंची हे दोघड़, नीचा ए बारणा / हरियाणवी
- ओहो चणे वाले रे गलियों में आ के सोर किआ / हरियाणवी
- एरी बनड़ा चलै नां चलणदे / हरियाणवी
- बन्ना जी मैं तो राज घर सै आई / हरियाणवी
- बन्ना काली रे बदरिआ गोरा चन्दा / हरियाणवी
- मेरे नौसे का रूमाल खुसी से रंग दे री / हरियाणवी
- बाबे तेरे की दोय क्यारियां / हरियाणवी
- पांचू तेरे कापड़े कोनै सिमाए ए बना / हरियाणवी
- मेरा री हरियाला बन्ना लाख करोड़ी / हरियाणवी
- सीस तेरे चीरा हरियाले बन्ने पेची अजब बहार / हरियाणवी
- हरियाले बन्ने चीरा तो ले दूं तेरी मौज का / हरियाणवी
- बन्ना तो हांडे अपने बाबा जी की गलियां / हरियाणवी
- पड़ै बुन्दियां भरैं क्यारी समय बरसा लगे प्यारी / हरियाणवी
- हाथों जरी का रूमाल बन्ना री मेरा मेवा ल्याया / हरियाणवी
- नगरी नगरी द्वारे द्वारे / हरियाणवी
- सीस बनै के सेहरा सोए / हरियाणवी
- बनड़े सीस तेरे का सेहरा / हरियाणवी
- तोरो जरा हुक्म मिल जाये सास / हरियाणवी
- दुराणी जिठानी बाबुल बोली हो मारैं / हरियाणवी
- उठ पिया आधी सी रात / हरियाणवी
- मेरा सुसरा बरजै हे बहू! / हरियाणवी
- कोरो घड़ियों बीरा पीली हल्दी / हरियाणवी
- क्यांहे तै न्योदूं बाबल राजा / हरियाणवी
- धण पिआ मताए मताइआं जी / हरियाणवी
- बीरा थे दाम्मण भल ल्याईओ / हरियाणवी
- झूमर तो पिया! तुम गढ़वाओ / हरियाणवी
- अरे भैया रघुबीर भात सवेरे ल्याइयो / हरियाणवी
- पिया मेरी किलफां ले जा / हरियाणवी
- कद की देखूं थी बाट माई / हरियाणवी
- बागां में मेंहा बरसै सरवर पै मेंहा बरसै / हरियाणवी
- आज बागां मेरे बीरा उणमणी / हरियाणवी
- आज बागां मैं ए जीजी जगमगी / हरियाणवी
- ए बेबे गोरे गोरे देवर जेठ / हरियाणवी
- रे बीरा साढ़ तो पहलड़ा मास / हरियाणवी
- दीवा किसने बैठ घड़ाइआं / हरियाणवी
- दीवा कै मण रै दीवा कै मण / हरियाणवी
- मेहंदी बोई दिल्ली आगरा जी / हरियाणवी
- मेरी मेहंदी के औड़े चौड़े पात / हरियाणवी
- गोरी सई सांज की कहां गई / हरियाणवी
- हरजी उगन तै परभात / हरियाणवी
- उठ ले रे ऊठ ले रोसन बांन बठावांगे / हरियाणवी
- कहिये री उस खाती के लड़के ने / हरियाणवी
- म्हारे आंगण कीचड़ा / हरियाणवी
- काये कटोरी में बटणां काये कटोरी में तेल / हरियाणवी
- जौ गीवहां को उबटणों राय चमेली का तेल / हरियाणवी
- हलबल हलबल नदी बह सै / हरियाणवी
- हे मनै ल्याओ न हल्दी की गांठ रे / हरियाणवी
- तेरा हर्या पीपल सौंपल डाली भौं पड़ै / हरियाणवी
- तेरो हरयो ए पीपल संपुल / हरियाणवी
- किसिआं बान्ना हे न्योंदिए / हरियाणवी
- किन्नै यो मांढा पिछवाडिआं / हरियाणवी
- की नै यो बाग लगाया / हरियाणवी
- मेरी मालन रंगीली गून्थ लायी री सेहरा / हरियाणवी
- तूं क्यूँ रे पूत अकेलड़ा तेरा लाखी रे दादा तेरे साथ / हरियाणवी
- मुबारिक सादी हो बनड़े ये घोड़ी नाचती आई / हरियाणवी
- चंचली घोड़ी चांदनी मथुरा तै आई / हरियाणवी
- घोड़ी बने की आ गई देखो कैसी सजे / हरियाणवी
- ठुमक चलती चाल घोड़ी / हरियाणवी
- आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे बाबा हुसियार घोड़ी / हरियाणवी
- बनड़े की घोड़ी बिदकै मेरा कलेजा धड़कै / हरियाणवी
- घोड़ी सोवै दादा दरबार / हरियाणवी
- एक घोड़ी नजारे ते आई / हरियाणवी
- घुड़ला तै बल ल्याइओ घुड़ला रे चाबक आओ / हरियाणवी
- तूं तै चाल घोड़ी चाल मेरे दादा कै दरबार / हरियाणवी
- राजी हुए ऊं के दादा दादी खुसी हुई महतारी जी / हरियाणवी
- तेरा दादा रै बरजै बन्दड़े सांझै चढ़िये / हरियाणवी
- चढ़ज्या रे बन्दड़े तावला / हरियाणवी
- दूधी की धार मारूं माता नै / हरियाणवी
- दसमास रे बेटा बोझ मरी थी / हरियाणवी
- छतर फिरे चर्खी घरणावै / हरियाणवी
- म्हारे बंदड़े का सोन्हा जामां / हरियाणवी
- बन्ना ए कित बाजा रे बाजिया / हरियाणवी
- बाजा है नघारा रणजीत का है / हरियाणवी
- मैं तो थारा डेरा निरखण आई हो / हरियाणवी
- गढ़ छोड़ रुकमण बाहर आई / हरियाणवी
- तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ बाबा जी / हरियाणवी
- ऐसी चुंदड़िया लाओ मेरे बाबा / हरियाणवी
- हथलेवो दादा को ए पोती कर हथलेवो कराइयो / हरियाणवी
- पहला फेरा लीजिए दादा की है पोती / हरियाणवी
- मैंडे के नीचे लाडो दो जणें खेलें / हरियाणवी
- मेरी सोने की सलाई साजन लेन चले / हरियाणवी
- छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां / हरियाणवी
- जिद्दिन लाडो तेरा जन्म हुआ है / हरियाणवी
- तेरा तीजन सूना होय / हरियाणवी
- ले रे बाबुल आपना मैं चली हूं सजन के दैस रे / हरियाणवी
- हुआ नगर सब सूना / हरियाणवी
- मेरी बन खंड को कोयल बन खंड छोड़ कहां चली / हरियाणवी
- साथिण का जंचा दिया ठीक मावस कै अड़कै / हरियाणवी
- मनैं बहली दीखी आवती साथिण के आए लणिहार / हरियाणवी
- म्हारे घेर में आ रह्या री बटेऊ / हरियाणवी
- जीजी रलमिल गुड़ियां खेलती तूं चाली जीजा के साथ / हरियाणवी
- मेरी सांझे तील दिखा दई कर दिया मकर कसार / हरियाणवी
- बीबी तेरे बाबा जी खड़े / हरियाणवी
- सखि हे मेरी राम राम ले ल्यो / हरियाणवी
- तीतर रै तूं बामै दाहने बोल / हरियाणवी
- आयो परदेसी सूबटो ले ग्यो टीली में / हरियाणवी
- आइये बहुअड़ इस घरां / हरियाणवी
- डोले तै तलै उतरिया हे बहुअड़ / हरियाणवी
- खोल उधली की कांगना / हरियाणवी
- सखी री मेरे उमड़ आये बदरा / हरियाणवी
- क्या कहूं रानी! तुम्हारा भाग / हरियाणवी
- म्हारै आंगणा बाजा बाजिया जी मंकारा / हरियाणवी
- इन घर की मैंड़ी ऊंचे बंके बार / हरियाणवी
- ढोला मारूनी दोनों बातां नी लागे / हरियाणवी
- पूछें अपनी गोरड़ी कैसा रानी जी थारा भाग / हरियाणवी
- हमने बुलाये सुथरे सुथरे भूंडे भूंडे आये री / हरियाणवी
- मुरकियां बारो आयो री मरोड़ घणी / हरियाणवी
- परोस दिये भाजी लड्डू पूरी पकवान जी / हरियाणवी
- ऐसा काला तूं बना रे / हरियाणवी
- दो खरबूजे एक से क्या जी / हरियाणवी
- चक्ले मैं राछ घलादो री चकले में / हरियाणवी
- सुण सुण मौसा सुणी’क नां / हरियाणवी
- नीम्ब के लागी निम्बोली दादा हो / हरियाणवी
- फलाणे की बहु का घागरा / हरियाणवी