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"निश्तर ख़ानक़ाही" के अवतरणों में अंतर

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|कृतियाँ=मोम की बैसाखियाँ (1987), ग़ज़ल मैंने छेड़ी (1997),  कैसे-कैसे लोग मिले (1998), फिर लहू रोशन हुआ (2007)  मेरे लहू की आग (पाँचों ग़ज़ल-संग्रह) । धमकीबाज़ी के युग में (1995),  दंगे क्यों और कैसे (1995),  विश्व आतंकवाद : क्यों और कैसे (1997), चुने हुए ग्यारह एकांकी (1998), मानवाधिकार : दशा और दिशा (1998), ग़ज़ल और उसका व्याकरण (1999)।
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* [[धड़का था दिल कि प्यार का मौसम गुज़र गया / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[फुटकर शेर /निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[आप अपनी आग के शोलों में जल जाते थे लोग / नश्तर ख़ानकाही]]
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====प्रतिनिधि रचनाएँ====
* [[क्यों बयाबाँ बयाबाँ भटकता फिरा / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[धड़का था दिल कि प्यार का मौसम गुज़र गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[न मिल सका कहीं ढूँढ़े से भी निशान मेरा / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[आप अपनी आग के शोलों में जल जाते थे लोग / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[अनजाने हादसात का खटका लगा रहा / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[क्यों बयाबाँ बयाबाँ भटकता फिरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[सौ बार लौह-ए-दिल से मिटाया गया मुझे / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[तेज़ रौ पानी की तीख़ी धार पर चलते हुए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[संदल के सर्द जंगल से आ-आ के थक गई हवा / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[न मिल सका कहीं ढूँढ़े से भी निशान मेरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[एक पल ताअल्लुक का वो भी सानेहा जैसा / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[अनजाने हादसात का खटका लगा रहा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[अपने ही खेत की मट्टी से जुदा हूँ मैं तो / नश्तर ख़ानकाही]]
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* [[सौ बार लौह-ए-दिल से मिटाया गया मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[संदल के सर्द जंगल से आ-आ के थक गई हवा / निश्तर ख़ानक़ाही]]  
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* [[एक पल ताअल्लुक का वो भी सानेहा जैसा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अपने ही खेत की मट्टी से जुदा हूँ मैं तो / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मैं भी तो इक सवाल था हल ढूँढते मेरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हर गाम पे यह सोच के, मैं हूँ कि नहीं हूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जाँ भी अपनी नहीं, दिल भी नहीं तनहा अपना /निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[छत से उतरा साथी इक / निश्तर ख़ानक़ाही]]   
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* [[दिल तेरे इंतज़ार में कल रात-भर जला / निश्तर ख़ानक़ाही]] 
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* [[रिश्ता ही मेरा क्या है अब इन रास्तों के साथ /निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अभी तक जब हमें जीना ना आया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हर बार नया ले के जो फ़ित्ना नहीं आया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कभी तो मुल्तवी ज़िक्र-ए-जहाँ-गर्दां भी होना था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कशिश तो अब भी गज़ब की है नाज़नीनों में / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ख़ुश-फ़हमियों को दर्द का रिश्ता अज़ीज़ था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सहरा का पता दे न समंदर का पता दे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सुरमई धूप में दिन सा नहीं होने पाता / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तामीर हम ने की थी हमीं ने गिरा दिए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ये दश्त को दमन कोह ओ कमर किस के लिए है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [['मीर' कोई था 'मीरा' कोई लेकिन उनकी बात अलग / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तुम्हारे बाद भी रातें सजी हुई हैं यहाँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[भारी था जिसका बोझ वो लम्हा लिए फिरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ऐ हवाए-नग़मा मेरे जह्न के अंदर तो आ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बिछुड़ के ख़ुद से चला था कि मर गया इक शख़्स / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आख़िरी चेहरा समझकर ज़हन में रख लो मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[नाव बहाकर पानी में, मत काग़ज़ की तौक़ीर बहा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[फिर वही आवारगी है, फिर वही शर्मिंदगी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मुझे अपना तो क्या, मेरा पता देता नहीं कोई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गोशा-ए-उज़लत में चुप बैठे हुए अर्सा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सुबह का सूरज उगा, फिर क्या हुआ मत पूछिए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[क्यों हर तरफ़ धुआँ ही धुआँ है बता मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[शहर में तेरे वो भी मौसम ऐ दिल आने वाले हैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अब के भी यह रुत दिल को दुखाते हुए गुज़री / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अश्क पलकों पे उठा ले आऊँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[लुटा जो नगर था वफ़ा नाम का / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चेहरा सबका याद है लेकिन रिश्ता पीछे छूट गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[न चलने दूँ लहू में आँधियाँ अब / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[भूलकर भी अब न उस बुत को सरापा सोचना / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आदमी को बेवतन, घर को जज़ीरा मान लूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तू मेरी बेहिसाब माँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[टूटकर भी आइना अक्स-आशना है जाने-मन / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[घर के रोशनदानों में अब काले पर्दे लटका दे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चुन रहा हूँ, सुबह को अँगनाई में बैठा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अपने होने का हम एहसास दिलाने आए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[भरोसा उसे मेरी यारी का है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जागती आँखें देख के मेरी वापस सपना चला गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[फ़र्ज़ी सुख पर करके भरोसा खुद को हँसाया दिन-दिन भर / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[किन परबतों पे तेशा उठाए हुए हैं हम / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कहता है आज दिन में उजाला बहुत है यार / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आख़िरी गाडी़ गुज़रने की सदा भी आ गई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बस्ती-बस्ती देखता था कर्बला होते हुए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दो घड़ी को सोने वाले, कल के सपने भूल जा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गुमराही में कौन अब घर का पता देगा मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[फूल जो कल मुझमें खिलने थे, क़यासी हो गए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[क्या कहेगी कौन तन्हा छोड़कर आया उसे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ज़मीं-ज़मीं गुनाह है सजे हुए गुलाब से / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चुप थे बरगद, ख़ुश्क मौसम का गिला करते न थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अब तमाशा देखने वालों में हमसाया भी है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रूख पे भूली हुई पहचान का डर तो आया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रूख़ बदलते हिचकिचाते थे कि डर ऐसा भी था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वो रेगिस्तान ले जाते तो सागर छोड़ जाते थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सामने परबत भी हैं, कुछ लोग कहते आए थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वो जो पल ख़ाली हुआ, मर कर बसर मेरा हुआ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 +
* [[देखा नहीं देखे हुए मंज़र के सिवा कुछ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दुआ पढ़कर मेरी माँ जब मेरे सीने पे दम करती / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अच्छे दिनों की आस में दीवारों-दर हैं चुप / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वक्त ने मोहलत न दी वरना हमें मुश्किल न था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[नशा कहाँ है वो ख़्वाब जैसा कि आज तक थी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ऐ जंगल की बेमानी चुप, शहरों के दीवाने शोर / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कौन आएगा यहाँ लेके सँदेशा उसका / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[शहर की भीड़ से भागूँ तो है सहरा दरपेश / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आँगन आँगन फिरते देखी, सूरज जैसी चीज़ कोई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[लोग पुकारे जाएँगे, जब नाम से अपनी माओं के / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जिंदगी! है किसी दीवार का साया तू भी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हम लिए बैठे हैं गुज़रे हुए दिन की पहचान / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दुल्हन एक तलाक़-शुदा-सी अंदर घर के बैठी है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गुमशुदा अक्स को आईने में लाकर रख लूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दहक रहा था मगर बेज़बान मुझ-सा था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रोज़ बदलते मौसम जैसा ग़ैर-यक़ीनी यानी ख़त / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कभी हक़ीक़त, कभी गुमाँ-सा मुझे मिला वह / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अपने दिल में जीने का अरमान न ला / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[प्यार की मीठी बात कहो तो... / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[पर्दा उठना था कि... / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[वो इक लम्हा वहशत वाला / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[रूह के ज़ख़्मों से छनती रोशनी अच्छी लगी / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[अब न देगा किसी गिरते को सहारा कोई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दिल को झिझक, नज़र को हया दे सकेंगे क्या / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कर चुकी आँख बहुत खून को पानी, साहब / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[पीछे पलटो पाओ गुमाँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सूखी आँख से आँसू सोच / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[देखो यह महल और के हैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दिल के साथ-साथ हुआ है जिगर ख़राब / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चाँद-तारों के बिखरने का सबब जानता है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेघ नगर से तन्हा लौटे, खोदी नहर अकेले में / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हिज्र का दाग़, न है दर्द का शोला मुझमें / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[खुद मैं हूँ कि तू या तेरा धोखा है, कोई है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मुझसे मेरा जज़्बा जुदा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[झुलसते शहर में सूरज बिखर गया तो क्या / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चेहरा कहाँ गुम हो गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गर्द की तरह गुज़र जाएंगे ठहरो भाई / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कल के बाज़ार में जिसकी क़ीमत न हो / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 +
* [[सो रहा था बेख़बर / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जिंदगी! मैंने कभी तुमसे ख़ुदा माँगा था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[हम भी थे कभी ज़िंदा-दिली में बहुत आगे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कब उड़ाएगा बादल बनकर मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आज मेरे सीने में दर्द बन के जागा है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जब भी कभी देखा उसे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तुम ही बतलाओ मैं क्या हूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[चाय की पियाली में, उसकें होंठ रक्खे थे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरे लहू की आग ही झुलसा गई मुझे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरी पलकों पे ठहरी हुई धूप है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरे बाद न झूला बादल / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरा रिश्ता किसी मकान से था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सुबह का सूरज उतरा नहीं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तेरी-मेरी जीवन-कथा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[दो चार राही पास-पास / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जो आँखों से गुज़रा नहीं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मुक़द्दर का लिखा हूँ मैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ऐसे सपने कौन बुने / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरा जिस्म सूली पे लटका हुआ है / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[सब गवाह हुए कातिलों के साथ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बिखर जाऊँगा मैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मैं अपने कानों में गूँजता हूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरे दामन में क्या रहा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[मेरी जिन्दगी के रात-दिन / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[आग की लपटों में था मकान मेरा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[बैठ के पहरों सोचोगे / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[जिए जाते थे लोग / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 +
* [[प्यार का मौसम गुज़र गया / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[प्यार का दिन डूबने लगा / निश्तर ख़ानक़ाही]]
 +
* [[ढूँढे से भी घर न निकले / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[गुम हूँ मैं / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[कोई शख़्स भी ऐसा न था / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[तुम्हारा अपना / निश्तर ख़ानक़ाही]]
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* [[ज़िन्दगी को ज़र-ब-कफ़, ज़रफाम करना सीखते / निश्तर ख़ानक़ाही]]

12:29, 19 अगस्त 2013 के समय का अवतरण

निश्तर ख़ानक़ाही
Nishtar-khanqahi.jpg
जन्म 1930
निधन 7 मार्च 2006
उपनाम
जन्म स्थान बिजनौर, उत्तर प्रदेश, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
मोम की बैसाखियाँ (1987), ग़ज़ल मैंने छेड़ी (1997), कैसे-कैसे लोग मिले (1998), फिर लहू रोशन हुआ (2007) मेरे लहू की आग (पाँचों ग़ज़ल-संग्रह) । धमकीबाज़ी के युग में (1995), दंगे क्यों और कैसे (1995), विश्व आतंकवाद : क्यों और कैसे (1997), चुने हुए ग्यारह एकांकी (1998), मानवाधिकार : दशा और दिशा (1998), ग़ज़ल और उसका व्याकरण (1999)।
विविध
जीवन परिचय
निश्तर ख़ानक़ाही / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/{{{shorturl}}}

फुटकर शेर

प्रतिनिधि रचनाएँ